बिजली चोरी से परेशान विभाग की अनोखी पहल! मीरगंज में तख्ती लेकर उतरे अफसर, जनता से की बड़ी अपील



मीरगंज में बिजली विभाग ने निकाली जागरूकता रैली, जनता से की समय पर बिल जमा करने और बिजली बचाने की भावुक अपील।

इरफान हुसैन की रिपोर्ट



मीरगंज में बिजली विभाग की अनोखी मुहिम, सड़क पर उतरे अफसर, जनता से बोले- बिजली बचाओ, चोरी मत करो!

मीरगंज (बरेली)।
बिजली चोरी और अनावश्यक खपत की बढ़ती घटनाओं से परेशान बिजली विभाग ने अब मोर्चा खुद संभाल लिया है। शनिवार को पूरे क्षेत्र में एक अनोखी जागरूकता रैली निकाली गई, जिसमें विभाग के अफसर और कर्मचारी खुद तख्तियां लेकर सड़कों पर उतरे और जनता से हाथ जोड़कर अपील की—बिजली चुराना बंद करें, समय पर बिल जमा करें और राष्ट्रहित में सहयोग दें।

इस रैली की अगुवाई मुख्य अभियंता (वितरण) ज्ञान प्रकाश के निर्देश पर की गई। रैली बिजली घर से शुरू होकर सिधौली चौराहे तक निकाली गई। इस दौरान राह चलते लोगों को रोका गया, उनसे संवाद किया गया और बिजली से जुड़ी मूलभूत जानकारियां दी गईं। विभागीय अफसरों ने साफ कहा कि बिजली चोरी एक अपराध है, जिसका असर पूरे तंत्र और आम जनता दोनों पर पड़ता है।

रैली के दौरान लोगों को जागरूक करने के लिए 'बिजली बचाओ, देश बचाओ', 'समय पर बिल भरो', 'बिजली चोरी बंद करो', 'बिजली सबकी जिम्मेदारी' जैसे नारे लगे। कई जगह स्थानीय लोगों ने तालियों से स्वागत भी किया और विभाग के इस कदम की सराहना की।

रैली में कौन-कौन रहे मौजूद?
इस रैली में विभाग के प्रमुख अधिकारियों और कर्मचारियों ने सक्रिय रूप से हिस्सा लिया। इसमें उपखंड अधिकारी निखिल जायसवाल, अवर अभियंता करुणेश मिश्रा, विशाल गंगवार, प्रशांत, रियाज, सुखवीर सिंह, महेश शर्मा, शकील, दिनेश कुमार, रवि, राम बाबू सहित अन्य अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।

क्या बोले अधिकारी?
रैली का नेतृत्व कर रहे उपखंड अधिकारी निखिल जायसवाल ने बताया कि,
"हमने देखा है कि लोग बिजली को हल्के में लेते हैं। चोरी करना या बिल न भरना एक गंभीर अपराध है। यह केवल सरकार का नुकसान नहीं बल्कि आपके खुद के भविष्य को अंधेरे में ढकेलने जैसा है। इसीलिए हम खुद जनता के बीच जाकर उनसे अपील कर रहे हैं कि कृपया जिम्मेदारी निभाएं और समय पर बिल जमा करें।"

अवर अभियंता करुणेश मिश्रा ने कहा कि,
"हमारे पास रोजाना ऐसे मामले आते हैं जहां उपभोक्ता बिजली तो लेते हैं, पर बिल नहीं चुकाते। इससे विभागीय बजट पर असर पड़ता है और दूसरी योजनाओं को भी अड़चन आती है। इसलिए यह रैली निकाली गई है ताकि लोगों तक सीधा संदेश पहुंचे।"

जनता का मिला मिला-जुला समर्थन
रैली के दौरान सड़कों पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। कई लोग इस प्रयास से बेहद प्रभावित दिखे और उन्होंने ताली बजाकर टीम का स्वागत किया। कुछ ने मोबाइल से वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाला, जिससे यह रैली वायरल हो गई।

हालांकि कुछ लोगों ने सवाल भी उठाए कि क्या केवल रैली निकालने से बिजली चोरी रुकेगी? इस पर अधिकारियों ने साफ किया कि यह एक सतत प्रक्रिया है, जागरूकता के साथ कड़ी कार्रवाई भी जारी है।

बिजली विभाग का अगला कदम क्या होगा?
बिजली विभाग की ओर से जानकारी दी गई कि अब हर क्षेत्र में ऐसी जागरूकता रैलियों का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा बिल न चुकाने वालों पर फाइन भी लगाया जाएगा। साथ ही स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया को और तेज़ किया जा रहा है ताकि उपभोक्ताओं को सटीक खपत और भुगतान की जानकारी मिल सके।

सोशल मीडिया पर भी चला अभियान
रैली के दौरान लिए गए फोटो और वीडियो को विभाग ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल्स पर शेयर किया। पोस्ट के साथ कैप्शन लिखा गया— "जिम्मेदार बनिए, बिजली चुराना नहीं, बचाना सीखिए!" इस पोस्ट पर सैकड़ों कमेंट्स और शेयर हुए।

नवाचार या दिखावा?
हालांकि विभागीय पहल की जमकर सराहना हो रही है, लेकिन कुछ लोगों ने इसे सिर्फ ‘दिखावा’ बताया है। उनका कहना है कि विभाग को सिर्फ रैली से नहीं, बल्कि जमीनी स्तर पर सेवा सुधारने पर ध्यान देना चाहिए। कई जगह ट्रांसफॉर्मर जले पड़े हैं, फॉल्ट ठीक करने में हफ्तों लग जाते हैं। ऐसे में केवल जागरूकता से क्या होगा?

लेकिन अधिकारी इस आरोप को नकारते हुए कहते हैं कि जागरूकता और व्यवस्था सुधार दोनों समानांतर चल रहे हैं। विभाग का उद्देश्य है कि बिजली उपभोक्ता को समय पर सेवा भी मिले और उसकी जिम्मेदारी भी तय हो।

बिजली विभाग की यह रैली सिर्फ एक औपचारिकता नहीं बल्कि एक मजबूत संदेश थी— कि बिजली विभाग अब हाथ पर हाथ धरे नहीं बैठा है। वह खुद लोगों के बीच जाकर, आंखों में आंख डालकर कह रहा है— “बिजली सबकी जिम्मेदारी है, इसे समझिए, निभाइए।”

अगर आप भी बिजली का गलत उपयोग कर रहे हैं, या बिल चुकाने में टालमटोल कर रहे हैं, तो संभल जाइए। अगली दस्तक शायद आपके दरवाज़े पर हो!

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