सोनभद्र में प्रेमी ने पहले प्रेमिका की मांग सिंदूर से भरी, फिर दोनों ने जंगल में पेड़ से लटककर जान दे दी। 15 दिन में तीसरा मामला।
सोनभद्र की प्रेम कहानी का दर्दनाक अंत: शादी के बाद जंगल में झूल गए प्रेमी-प्रेमिका
उत्तर प्रदेश के Sonebhadra जिले में फिर एक प्रेम कहानी का खौफनाक अंत हुआ। इस बार प्रेमी ने प्रेमिका की मांग में सिंदूर भरकर उसे अपनी पत्नी बना लिया, लेकिन कुछ ही पल बाद दोनों ने जंगल में पेड़ से लटककर आत्महत्या कर ली। यह घटना न सिर्फ इलाके को दहला गई, बल्कि पूरे जिले में सनसनी फैला दी। यह 15 दिन में तीसरा मामला है जब एक प्रेमी जोड़े ने एक ही पेड़ पर साथ मरने का फैसला किया।
घटना पिपरी थाना क्षेत्र के पाटी ग्राम पंचायत के पहाड़ टोला की है, जहां रविवार की सुबह एक चरवाहे ने जंगल के अंदर पेड़ से लटकती दो लाशें देखीं। इसकी खबर फैलते ही गांव में सनसनी मच गई। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। थाना पिपरी पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
मृतकों की पहचान राजकुमार खरवार (22) और मनीषा खरवार (20) के रूप में हुई है। दोनों एक ही गांव के निवासी थे और पिछले कई वर्षों से एक-दूसरे से प्रेम करते थे। हालांकि दोनों के परिवार इस रिश्ते के खिलाफ थे, क्योंकि वे एक ही समुदाय और जाति से थे।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, शवों को जब पेड़ से उतारा गया, उस वक्त मनीषा की मांग में सिंदूर भरा हुआ था, जिससे स्पष्ट होता है कि मौत से पहले दोनों ने शादी की थी। ग्रामीणों ने बताया कि एक महीने पहले गांव में पंचायत हुई थी, जिसमें प्रेमी जोड़े को धमकी दी गई थी कि वे एक-दूसरे से दूरी बनाकर रखें। उस दौरान दोनों ने दिखावे में हामी भर दी थी, लेकिन अंदर ही अंदर वे मौत का फैसला कर चुके थे।
परिवारों ने की थी दूरी बनाने की कोशिश, लेकिन…
परिजनों के मुताबिक, दोनों को जबरदस्ती अलग किया गया था और मोबाइल भी छीन लिए गए थे। लेकिन कुछ दिनों बाद ही दोनों गायब हो गए और अब जंगल में उनकी लाशें मिलीं। यह दर्दनाक मंजर देखकर गांव के लोग फूट-फूट कर रो पड़े। परिजनों ने बताया कि रविवार की सुबह से दोनों लापता थे, लेकिन किसी को यह अंदाजा नहीं था कि वे इतना बड़ा कदम उठा लेंगे।
13 मई को भी हुआ था ऐसा ही हादसा
यह घटना पहली नहीं है। इससे पहले 13 मई को डाला चोपन थाना क्षेत्र के गड़वानी गांव में अशोक (19) और सीता (18) की लाशें तेंदू के पेड़ से लटकी हुई मिली थीं। दोनों ने गमछा और दुपट्टा का सहारा लेकर जान दी थी। वे भी आपस में प्रेम करते थे और परिवार की मंजूरी न मिलने पर आत्महत्या कर ली थी।
8 मई को मिला था शव जोड़ा
सिर्फ पांच दिन पहले 8 मई को मुरैला गांव में दशरथ (17) और चिंता (15) ने भी ठीक इसी तरह से आत्महत्या कर ली थी। दोनों किशोर अवस्था में थे और एक-दूसरे को दिलोजान से चाहते थे। परिजनों की मनाही के बाद उन्होंने जीवन ही त्याग दिया।
प्रेमी जोड़ों की मौत बना रही ट्रेंड
सोनभद्र जिले में बीते कुछ दिनों में "Lovers Suicide" ट्रेंड बनता जा रहा है। लगातार सामने आ रहे ऐसे मामलों ने पुलिस और प्रशासन की नींद उड़ा दी है। सवाल उठ रहे हैं कि आखिर युवा प्रेमी इतने चरम कदम क्यों उठा रहे हैं? क्या समाज की सख्ती, जाति व्यवस्था और परिवारों का दवाब इन मासूमों की जान ले रहा है?
पुलिस कर रही जांच, लेकिन सवाल गहरे
पुलिस ने सभी मामलों में पोस्टमार्टम रिपोर्ट और परिवारों के बयान दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। लेकिन इन आत्महत्याओं के पीछे सामाजिक और मानसिक दबाव जैसे कारणों पर अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
अब प्रशासन के सामने बड़ा सवाल यह है कि कैसे ऐसे मामलों को रोका जाए? क्या पंचायतों द्वारा जबरदस्ती लगाए गए "रिश्ता तोड़ो फरमान" खुद एक क्रूर अपराध नहीं बनते जा रहे हैं?
क्या कहती है पुलिस?
CO पिपरी ने मीडिया को बताया कि "प्रथम दृष्टया यह मामला Lovers Suicide का ही लगता है। दोनों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए हैं। परिवार वालों से भी पूछताछ की जा रही है।"
फिलहाल गांव में मातम पसरा हुआ है और हर आंख नम है। इस हादसे ने एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि प्यार अगर समाज के बनाए नियमों में नहीं फिट बैठा तो उसका अंजाम मौत बन जाता है।
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