हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा ISI की स्लीपर सेल! इफ्तार पार्टी से शुरू हुआ जासूसी का खेल, कोर्ट ने भेजा रिमांड पर।
जासूसी के जाल में फंसी ‘ट्रैवल विद जो’: फेमस यूट्यूबर निकली पाकिस्तान की मुखबिर!
हरियाणा के हिसार की मशहूर यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा पर पाकिस्तान के लिए जासूसी करने का सनसनीखेज आरोप सामने आया है। ‘ट्रैवल विद जो’ नाम के अपने यूट्यूब चैनल से मशहूर हुईं ज्योति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोप है कि ज्योति ने पाकिस्तानी उच्चायोग में कार्यरत एक कर्मचारी दानिश के जरिए ISI अधिकारियों से नज़दीकियां बढ़ाईं और भारत की गोपनीय सूचनाएं पाकिस्तान को पहुंचाईं।
पुलिस ने ज्योति को गिरफ्तार कर शनिवार (17 मई) को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। अब 22 मई को दोबारा कोर्ट में उसकी पेशी होगी। ज्योति पर BNS की धारा 152 और ऑफिसियल सीक्रेट्स एक्ट 1923 की धाराओं 3, 4 और 5 के तहत केस दर्ज किया गया है।
दानिश से इफ्तार पार्टी में मुलाकात, वहीं से खुली साजिश की परत
जांच में खुलासा हुआ है कि ज्योति की दोस्ती पाक उच्चायोग में तैनात दानिश से थी, जिसने उसे इफ्तार पार्टी में आमंत्रित किया। यहीं पर उसकी मुलाकात पाकिस्तान के खुफिया अधिकारियों (PIOs) से कराई गई। यही वह पार्टी है, जहां से उसकी जासूसी की गहराइयां शुरू हुईं।
चौंकाने वाली बात ये है कि इस पार्टी का वीडियो खुद ज्योति ने रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर डाला था। वीडियो में वो पार्टी के अंदर के माहौल और बातचीत का जिक्र करती नजर आ रही है। यहीं दानिश ने उसे PIO अधिकारी शाकिर उर्फ राणा शाहबाज़ से मिलवाया था। दोनों के बीच WhatsApp, Telegram और Snapchat पर लगातार बातचीत होती थी।
फोन-लैपटॉप से मिले पाकिस्तान लिंक के सबूत
डीएसपी हेडक्वार्टर हिसार कमलजीत के अनुसार, ज्योति का मोबाइल और लैपटॉप जब्त करने के बाद कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। उसमें पाकिस्तान को भेजे गए मैसेज, फोटो और वीडियो क्लिपिंग्स मौजूद हैं, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा माने जा रहे हैं।
वीजा दिलाने में भी पाक अधिकारी ने की मदद
सूत्रों के मुताबिक दानिश ने ही ज्योति को पाकिस्तान का वीजा दिलाने में भी मदद की। उसने कमीशन एजेंट्स के ज़रिए ज्योति की वीजा प्रक्रिया को पूरा कराया। इसके बाद साल 2023 में ज्योति पाकिस्तान गई और वहां से कई वीडियो अपने सोशल मीडिया हैंडल्स पर डाले। इन वीडियो में वो अटारी-वाघा बॉर्डर पार करती, लाहौर के अनारकली बाज़ार में खरीदारी करती और कटासराज मंदिर में घूमती नजर आती है।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद बढ़ी जांच, सामने आया 'दानिश कनेक्शन'
भारत में हुए पहलगाम हमले के बाद जिन पाकिस्तानी अधिकारियों को देश छोड़ने का आदेश दिया गया था, उनमें दानिश भी शामिल था। जांच में ये भी सामने आया कि हमले के बाद भी ज्योति लगातार दानिश के संपर्क में बनी रही। अब इस संबंध को गंभीरता से लेते हुए जांच एजेंसियां उसकी पृष्ठभूमि और एक्टिविटी को खंगाल रही हैं।
सोशल मीडिया से देशद्रोह तक का सफर
जिस यूट्यूबर को लोग ट्रेवल व्लॉग्स के लिए पसंद करते थे, वो अब देशद्रोह के मामले में गिरफ्तार हो चुकी है। सोशल मीडिया पर एक्टिव रहकर ज्योति ने धीरे-धीरे एक बड़ा फॉलोइंग बेस तैयार किया। उसके यूट्यूब चैनल ‘ट्रैवल विद जो’ पर करीब 37.7 लाख सब्सक्राइबर्स हैं और इंस्टाग्राम पर 1.3 लाख फॉलोअर्स।
जांच एजेंसियों की नजर में अब ज्योति की पूरी डिजिटल एक्टिविटी
अब NIA और अन्य सुरक्षा एजेंसियां भी इस केस में सक्रिय हो चुकी हैं। ज्योति के सोशल मीडिया अकाउंट, पुराने मेल्स, ट्रांजैक्शन्स और विदेश यात्राओं की पड़ताल की जा रही है। यह माना जा रहा है कि ज्योति ने कुछ दस्तावेज़ और तस्वीरें भारत विरोधी ताकतों को बेची हैं।
पुलिस के रडार पर अब ISI की स्लीपर सेल नेटवर्क
ज्योति की गिरफ्तारी के बाद एजेंसियों का ध्यान अब ISI के नेटवर्क और उसके भारत में सक्रिय स्लीपर सेल पर है। दानिश के जरिए जो नेटवर्क दिल्ली, हिसार और लाहौर तक फैला हुआ है, अब उसकी कड़ियां जोड़ी जा रही हैं।
क्या आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां होंगी?
जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ेगी, इस मामले में और नाम सामने आ सकते हैं। एजेंसियों को शक है कि ज्योति सिर्फ मोहरा थी, और उसके पीछे कोई बड़ा नेटवर्क काम कर रहा था।
अब सबकी नजरें 22 मई की पेशी पर टिकीं हैं, जहां इस केस में और भी खुलासे हो सकते हैं।


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