भारत में कोरोना के मामले फिर बढ़े, केरल बना हॉटस्पॉट। JN.1 वेरिएंट से दहशत, स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी की एडवाइजरी।
केरल से शुरू, अब पूरे देश में असर: कोरोना फिर फैला रहा खौफ
भारत में एक बार फिर कोरोना वायरस ने दस्तक दे दी है। और जिस राज्य से इस वायरस ने पहली बार एंट्री की थी, वही अब एक बार फिर इसका केंद्र बनता नजर आ रहा है। जी हां, केरल में कोरोना के मामले सबसे तेजी से बढ़ रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों की मानें तो देश में पिछले 24 घंटे में 511 नए केस सामने आए हैं, जिनमें से 1147 एक्टिव केस केवल केरल में हैं। महाराष्ट्र, तमिलनाडु, दिल्ली और नोएडा भी अब इस खतरे की चपेट में आ रहे हैं।
JN.1 वेरिएंट का आतंक: डॉक्टर बोले- लक्षण हल्के, लेकिन सावधानी जरूरी
कोविड का नया वेरिएंट JN.1 अब सामने आया है। डॉक्टरों की मानें तो इस वेरिएंट से जान का खतरा ज्यादा नहीं है लेकिन लापरवाही भारी पड़ सकती है। यह वेरिएंट तेजी से फैलता है, लेकिन इसके लक्षण पुराने वैरिएंट्स की तुलना में हल्के हैं। बुखार, गला दर्द और थकान जैसे लक्षण दिख सकते हैं, लेकिन अस्पताल में भर्ती की जरूरत बेहद कम होती है।
डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना से घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन मास्क, सैनिटाइज़र और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों को फिर से अपनाना जरूरी हो गया है।
कोरोना हॉटस्पॉट्स: किस राज्य में कितने एक्टिव केस?
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि देशभर में अब एक्टिव केसों की संख्या 2000 से पार कर चुकी है। सबसे ज्यादा केस केरल में हैं, इसके अलावा अन्य राज्यों की स्थिति इस प्रकार है:
- महाराष्ट्र: 424 एक्टिव केस
- दिल्ली: 294 एक्टिव केस
- गुजरात: 223 एक्टिव केस
- तमिलनाडु व कर्नाटक: 148-148 एक्टिव केस
- पश्चिम बंगाल: 100+ एक्टिव केस
इन आंकड़ों से साफ है कि देश के कई राज्यों में कोरोना फिर से अपने पांव पसार रहा है, और यह स्थिति यदि अनदेखी की गई, तो हालात फिर से भयावह हो सकते हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय की एडवाइजरी: हर जिले में होना चाहिए पूरा इंतजाम
केंद्र सरकार और स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को सतर्क करते हुए एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें कहा गया है कि सभी जिला अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में बेड, ऑक्सीजन, वेंटिलेटर, ICU, दवाइयां और PPE किट्स की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने भरोसा दिलाया है कि फिलहाल स्थिति कंट्रोल में है, लेकिन सावधानी में ही सुरक्षा है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें, सार्वजनिक कार्यक्रमों से दूरी बनाए रखें और घर से बाहर निकलते समय मास्क जरूर पहनें।
क्या कोरोना फिर से लेगा विकराल रूप? डर और चिंता का माहौल
भारत में 2020 की शुरुआत में जब कोरोना आया था, तो सबसे पहला मामला केरल से सामने आया था। और अब एक बार फिर वही राज्य सबसे ज्यादा प्रभावित है। पिछले 5 सालों में भारत ने कोरोना की कई लहरें देखी हैं, और यह पांचवीं बार है जब कोविड ने भारत में फिर दस्तक दी है।
लोगों के मन में अब एक ही सवाल है – क्या यह शुरुआत है किसी नए खतरे की? क्या हम फिर से लॉकडाउन और ऑक्सीजन की किल्लत जैसे हालात की तरफ बढ़ रहे हैं?
सरकार का जवाब है – नहीं, लेकिन हम सबकी जिम्मेदारी है कि हालात वहीं न पहुंचे।
क्या करें, क्या न करें: कोरोना से बचाव के जरूरी नियम
- बाहर निकलते समय मास्क पहनें
- हाथों को बार-बार धोएं या सैनिटाइज़र का उपयोग करें
- खांसी-जुकाम होने पर खुद को आइसोलेट करें
- सार्वजनिक समारोहों और भीड़ से बचें
- लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें
देश ने एक बार पहले भी कोरोना को हराया है, और अब भी हरा सकता है – लेकिन इसके लिए जरूरी है सतर्कता, जिम्मेदारी और अनुशासन। JN.1 वेरिएंट अभी भले ही कमजोर हो, लेकिन हमारा ढीलापन इसे ताकतवर बना सकता है।
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