छत से धक्का, खेत में दफन… मथुरा में पति बना हैवान! पत्नी की हत्या के पीछे छिपा था खौफनाक राज


मथुरा में शराबी पति ने पत्नी को छत से फेंककर की हत्या, शव खेत में गाड़ा; प्रेम प्रसंग बना खूनी ट्रिगर, पुलिस ने आरोपी को पकड़ा।


उफ्फ! मथुरा में पति बना कातिल: छत से फेंका, खेत में गाड़ा… और अगले दिन ऐसे बना रहा मासूम!

उत्तर प्रदेश के मथुरा से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है, जिसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया है। शराब के नशे में डूबे एक पति ने पत्नी को पहले छत से फेंक दिया और जब उसकी मौत हो गई, तो उसका शव खेत में गाड़कर अगले दिन सामान्य व्यवहार करता रहा… ताकि किसी को शक न हो। यह हैवानियत भरी कहानी है सुखदेवपुर गांव की, जहां आरोपी विजय ने अपनी पत्नी रेखा को मौत की नींद सुला दिया। लेकिन वजह सिर्फ एक नहीं थी… इसमें छिपा था एक औरत का नाम, जिससे विजय करता था चोरी-छिपे इश्क!


प्यार नहीं, ये नशा और बेवफाई का कत्ल था!

सुखदेवपुर गांव के लोगों को भी यकीन नहीं हो रहा कि विजय जैसे दिखने वाले सीधेसाधे मिस्त्री के अंदर एक शातिर कातिल छिपा था। रेखा के साथ उसकी शादी को कई साल हो चुके थे, लेकिन बीते कुछ महीनों से दोनों के बीच झगड़े आम हो गए थे। इसका कारण था एक दिव्यांग महिला, जिससे विजय के अवैध संबंध थे। रेखा को इसका शक था और वो अक्सर विरोध करती थी, लेकिन विजय की नशे की लत और इश्क में अंधेपन ने उसे हैवान बना दिया।


हत्या की रात: झगड़ा, शराब और फिर मौत का धक्का!

घटना की रात विजय शराब के नशे में धुत होकर घर लौटा था। रेखा ने फिर वही सवाल पूछ लिए — "तू उस औरत से बात क्यों करता है?" और यहीं से तू-तू मैं-मैं शुरू हो गई। गुस्से में बेकाबू विजय ने न आव देखा न ताव… रेखा को सीधे छत से धक्का दे दिया। रेखा की मौके पर ही मौत हो गई।

लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं होती…


शव को खेत तक घसीट ले गया पति, फिर खुद ही बना 'ड्रामा क्वीन'!

रेखा की मौत के बाद विजय को डर सताने लगा कि कहीं पुलिस केस न बन जाए। उसने ठंडी दिमाग से प्लान बनाया — आधी रात को पत्नी के शव को खेत में घसीटते हुए ले गया और गड्ढा खोदकर गाड़ दिया। अगले दिन गांववालों से ऐसे मिला जैसे कुछ हुआ ही न हो। रेखा के बारे में पूछने पर कहा कि “पता नहीं घर से चली गई होगी”। इतना ही नहीं, विजय ने खाना भी खाया, घर के छोटे-मोटे काम भी किए… सबकुछ नॉर्मल तरीके से।


भाई ने खोला राज, पुलिस को दी जानकारी

विजय के इस ड्रामे का पर्दाफाश तब हुआ जब उसके छोटे भाई ने उस पर शक जताया। विजय के व्यवहार में कुछ तो था जो असामान्य लग रहा था। जब उसके पिता ने पूछा, "रेखा कहां है?" तो वो घबरा गया। आखिरकार उसके भाई ने पुलिस को सूचना दी। जमुनापार थाने की पुलिस तुरंत हरकत में आई और जब पूछताछ हुई तो विजय ने अपना जुर्म कबूल लिया।


पुलिस के सामने टूटा विजय, कबूली पूरी कहानी

थाने पहुंचते ही विजय का नशा उतर चुका था। पुलिस की सख्त पूछताछ में उसने कबूल कर लिया कि उसने रेखा को छत से फेंका और फिर उसका शव खेत में गाड़ दिया। विजय ने बताया कि वो रेखा से छुटकारा पाना चाहता था क्योंकि उसकी वजह से उसका अफेयर खराब हो रहा था।


दूसरी औरत के लिए किया कत्ल, दिव्यांग होने से भी नहीं पसीजा दिल

जिस महिला से विजय के संबंध थे, वो एक दिव्यांग थी। लेकिन उसका फोन कॉल, उसके मैसेज, उसकी मुलाकातें… सब रेखा को नागवार गुजरती थीं। इस वजह से आए दिन झगड़े होते थे। और एक दिन ये झगड़े खून में बदल गए।


'बेटी-बहू की तरह रखा होता तो आज वो जिंदा होती…'

रेखा के मायके वालों का रो-रोकर बुरा हाल है। उनका कहना है कि, “अगर विजय ने बेटी को बेटी-बहू की तरह माना होता, तो आज ये दिन नहीं देखना पड़ता।” गांव में हर तरफ मातम और सनसनी है। लोग दबी जुबान में ये भी कह रहे हैं कि “वो दिव्यांग औरत भी इस केस की जांच में शामिल होनी चाहिए।”


गांव में खौफ का माहौल, खेत बना हत्यास्थल!

जहां रेखा का शव गाड़ा गया, उस खेत को अब गांववाले 'शव वाला खेत' कहकर पुकारने लगे हैं। पुलिस ने शव निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। फिलहाल विजय जेल में है और पूछताछ जारी है।


पुलिस का बयान: 'ये हत्याकांड सुनियोजित नहीं, लेकिन नशे और संबंधों की वजह से हुआ'

जमुनापार थाने के प्रभारी निरीक्षक ने कहा कि विजय ने हत्या की कोई पूर्व योजना नहीं बनाई थी। लेकिन उसके अंदर का गुस्सा और नशा, दोनों मिलकर रेखा के लिए काल बन गए। IPC की धारा 302 के तहत केस दर्ज कर उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।


'मां अब कभी नहीं लौटेगी' — मासूम बेटे की बिलखती आवाज

रेखा और विजय के एक बेटा भी है जो महज 6 साल का है। वो बार-बार पूछ रहा है — “मां कब आएगी?” परिवार वालों की आंखें भी इस मासूम के सवाल का जवाब नहीं दे पा रही हैं। रेखा की मौत सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि एक परिवार के टूटने की चीख है।

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