हनुमान जन्मोत्सव पर उमड़ा भक्ति का सैलाब: गोहका में 30 वर्षों से जारी महायज्ञ में जुटे हजारों श्रद्धालु, जिलेभर से पहुंचे श्रद्धालु


गोहका हनुमान मंदिर पर 30 साल से जारी हनुमान जन्मोत्सव में इस बार उमड़ा भक्तों का महासैलाब, नेताओं और संतों की रही भव्य मौजूदगी।

इंद्रेश तिवारी की रिपोर्ट


हनुमान जयंती पर भक्तों की उमड़ी श्रद्धा: गोहका मंदिर में हुआ 30वां वार्षिक महायज्ञ, शामिल हुए सांसद-विधायक और संत समाज

गोहका (मछलीशहर, जौनपुर):
उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के मछलीशहर क्षेत्र अंतर्गत स्थित गोहका गांव इस समय एक बार फिर आस्था और भक्ति का केंद्र बन गया है। यहां के प्राचीन संकट मोचन हनुमान मंदिर पर हनुमान जन्मोत्सव के शुभ अवसर पर एक दिवसीय भव्य धार्मिक समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

इस भव्य आयोजन की शुरुआत सुबह सूर्योदय के साथ ही अखंड रामायण पाठ से हुई, जिसमें महिलाएं, वृद्धजन और युवा बड़े उत्साह से सम्मिलित हुए। मंदिर परिसर और पूरे गांव को फूलों, ध्वजों और रंगीन लाइटों से सजाया गया था, जिससे हर कोना भक्तिमय और दिव्य आभा से चमक रहा था।

30 वर्षों से चला आ रहा है परंपरा का ये विशाल आयोजन
इस आयोजन की विशेष बात यह रही कि यह कार्यक्रम पिछले 30 वर्षों से निरंतर आयोजित किया जा रहा है, और हर वर्ष इसमें भक्तों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। ग्रामीणों की माने तो यह आयोजन अब सिर्फ गोहका का नहीं बल्कि पूरे मछलीशहर और आस-पास के जिलों का सांस्कृतिक और धार्मिक उत्सव बन चुका है।

भक्तों की अपार भीड़, प्रशासन रहा सतर्क
हनुमान जयंती के इस अवसर पर भक्तों का ऐसा जनसैलाब उमड़ा कि मंदिर परिसर ही नहीं, आसपास की सड़कें और गलियां भी श्रद्धालुओं से भर गईं। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने विशेष इंतजाम किए थे। स्थानीय पुलिस और स्वयंसेवक सेवा समिति ने व्यवस्था को सुचारु बनाए रखा।

भाजपा नेता इंद्रेश तिवारी ने किया आयोजन, VIP मेहमानों का लगा तांता
इस आयोजन के संयोजक भाजपा नेता इंद्रेश तिवारी रहे, जिन्होंने न सिर्फ कार्यक्रम की कमान संभाली बल्कि हर श्रद्धालु का आत्मीय स्वागत भी किया।
इस मौके पर पहुंचे प्रमुख व्यक्तित्वों में शामिल रहे:

  • भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. अजय कुमार सिंह
  • स्कंद पटेल
  • अजय त्रिपाठी (व्यवसायी)
  • सोशल मीडिया प्रभारी स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज
  • आशीष तिवारी, विनय तिवारी, साहब दुबे, सर्वेश शुक्ल, जेपी मिश्र, रत्नेश दुबे
  • वरिष्ठ पत्रकार जेएन ओझा भी इस आयोजन में शामिल हुए और धार्मिकता की अनुभूति साझा की।

धार्मिक माहौल में गूंजे जय श्रीराम और बजरंग बली के जयकारे
हनुमान चालीसा, सुंदरकांड और भजन-कीर्तन की ध्वनियों से मंदिर परिसर गूंज उठा। भजन मंडलियों ने “जय हनुमान ज्ञान गुन सागर” और “बोलो जय बजरंग बली” जैसे भजनों से श्रद्धालुओं का मन मोह लिया। हर भक्त के चेहरे पर भक्ति का भाव और आंखों में आस्था की चमक साफ नजर आ रही थी।

प्रसाद और भंडारे में दिखा अनुशासन और सेवा भाव
कार्यक्रम के अंत में विशाल भंडारे का आयोजन हुआ, जिसमें करीब 10 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने भोजन ग्रहण किया। साधु-संतों और महिलाओं के लिए अलग से व्यवस्था की गई थी। इस सेवा कार्य में स्थानीय युवक और महिला मंडल की भूमिका सराहनीय रही।

भविष्य में आयोजन को और भव्य बनाने की योजना
संयोजक इंद्रेश तिवारी ने घोषणा की कि अगले वर्ष हनुमान जयंती पर विशाल संत सम्मेलन और रामकथा का आयोजन किया जाएगा। इसके साथ ही मंदिर के विस्तार और धर्मशाला निर्माण के लिए भी भक्तों से सहयोग मांगा गया।

गोहका बन रहा है धार्मिक पर्यटन का केंद्र
गोहका का संकट मोचन हनुमान मंदिर अब सिर्फ एक मंदिर नहीं रहा बल्कि एक आस्था का केंद्र बन चुका है। यहां पर दूर-दराज से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। मंदिर प्रबंधन अब इसे धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना बना रहा है।

भक्तों ने की मनोकामनाओं की पूर्ति की प्रार्थना
भक्तों ने मंदिर में बजरंग बली को सिंदूर, लड्डू और चोला चढ़ाकर अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति की कामना की। कई श्रद्धालुओं ने बताया कि उन्होंने पहले यहां मन्नत मांगी थी जो पूर्ण होने पर इस बार विशेष पूजन करने आए हैं।



भक्ति और व्यवस्था की मिसाल बना गोहका आयोजन
हनुमान जयंती का यह आयोजन न केवल धार्मिक उत्सव का उदाहरण था, बल्कि सामाजिक एकता, अनुशासन और सेवा भाव की मिसाल भी रहा।
स्थानीय लोगों का कहना है कि “गोहका का संकट मोचन मंदिर अब मछलीशहर का उज्ज्वल धार्मिक प्रतीक बन चुका है।”

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