इंद्रेश तिवारी की रिपोर्ट
सुबह-सुबह जयकारों से गूंजा गोहका
4 बजे भोर से ही श्रद्धालुओं का तांता लगना शुरू हो गया था। 'जय श्री राम' और 'बजरंगबली की जय' के नारों से इलाका थर्रा उठा। संकट मोचन हनुमान मंदिर के प्रांगण में स्थापित भव्य मंच पर अखंड रामायण पाठ का शुभारंभ हुआ। श्रद्धालुओं ने अपनी आस्था से वातावरण को पूरी तरह भक्ति रंग में रंग दिया।
संकट मोचन मंदिर बना आकर्षण का केंद्र
गोहका गांव का संकट मोचन हनुमान मंदिर पहले से ही जिलेभर में अपनी चमत्कारी शक्ति के लिए प्रसिद्ध है। कहा जाता है कि यहां आने वाले भक्तों की मनोकामना जरूर पूरी होती है। यही कारण है कि दूर-दूर से लोग यहां नंगे पांव चलकर भी आते हैं। जन्मोत्सव के इस पावन मौके पर तो श्रद्धा का सागर उमड़ पड़ा।
जिले भर की हस्तियों ने दी श्रद्धांजलि और दिखाया समर्थन
भंडारे में मचा भोज, भक्त बोले- आज ही जीवन सफल हो गया
कार्यक्रम के अंत में विशाल भंडारे का आयोजन हुआ जिसमें इतना उत्साह देखा गया कि पंक्तियों में प्रसाद लेने वालों की संख्या हजारों में थी। भक्तों ने कहा कि “ऐसा स्वाद और सेवा का संगम सिर्फ संकट मोचन मंदिर में ही मिल सकता है।” महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों के लिए अलग व्यवस्था की गई थी। आयोजकों ने पूरी व्यवस्था को इस तरह से संभाला कि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था नहीं हुई।
आयोजन समिति और ट्रस्ट का सराहनीय प्रयास
इस पूरे कार्यक्रम की अगुवाई भाजपा नेता इंद्रेश तिवारी और संयोजक आशीष तिवारी ने की। श्री हनुमान मंदिर चेरिटेबल ट्रस्ट की ओर से यह कार्यक्रम कराया गया, जिसकी जिले भर में सराहना हो रही है। कार्यक्रम के हर पहलू पर विशेष ध्यान दिया गया था — चाहे वो सुरक्षा हो, व्यवस्था हो या फिर प्रसाद वितरण।
तीन दशक पुरानी परंपरा, हर साल नए आयाम
यह आयोजन पिछले 30 वर्षों से अनवरत जारी है। हर साल यह कार्यक्रम और अधिक भव्य होता जा रहा है। इस बार आयोजन में सोशल मीडिया टीम की भी भागीदारी रही जिसने कार्यक्रम की झलकियों को हजारों लोगों तक पहुँचाया। Facebook Live, Instagram Reels और YouTube Shorts के जरिए युवाओं की भागीदारी भी देखने को मिली।
नौजवानों ने संभाली पूरी कमान, तकनीक से जोड़ी आस्था
इस बार आयोजन में विशेष बात यह रही कि नौजवानों की टीम ने पूरी डिजिटल कमान संभाली। उन्होंने ड्रोन कैमरा, LED डिस्प्ले, और स्मार्ट प्रसारण के जरिए कार्यक्रम को तकनीकी रूप से भव्य बना दिया। इससे यह आयोजन सिर्फ गोहका तक सीमित नहीं रहा, बल्कि देश-दुनिया के कोने-कोने में भक्तों ने इसे ऑनलाइन देखा।
भविष्य में और भी भव्य आयोजनों की योजना
कार्यक्रम के अंत में संयोजक आशीष तिवारी ने कहा कि अगले वर्ष हनुमान जन्मोत्सव को और भी भव्य रूप दिया जाएगा। उन्होंने आह्वान किया कि सभी श्रद्धालु मिलकर इस आयोजन को पूरे भारत में चर्चा का विषय बना दें।
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