भाजपा में मिला मैथिल ब्राह्मणों को सम्मान, सोमपाल शर्मा की ताजपोशी पर बरेली में उमड़ी हजारों की भीड़!



बरेली में सोमपाल शर्मा के जिला अध्यक्ष बनने पर मैथिल समाज ने भव्य स्वागत किया, भाजपा में हित सुरक्षित होने का दावा।

इरफान हुसैन की रिपोर्ट



भाजपा में मैथिल समाज को मिला ससम्मान मंच, सोमपाल शर्मा की ताजपोशी पर बरेली बना सियासी केंद्र
भीड़ इतनी कि संजय कमेटी हॉल में तिल रखने की जगह नहीं रही, बरेली-मुरादाबाद से उमड़े समर्थक

बरेली।
सियासत की फिजाओं में आज कुछ खास था। एक समाज के लिए उम्मीद की किरण और राजनीति में हिस्सेदारी का बिगुल... मौका था भारतीय जनता पार्टी द्वारा बरेली जिला अध्यक्ष बनाए गए सोमपाल शर्मा के भव्य स्वागत समारोह का, जहां पूरा संजय कमेटी हॉल भाजपा कार्यकर्ताओं और मैथिल ब्राह्मण समाज के जोश से गूंज उठा।

कार्यक्रम ने सिर्फ एक नेता का अभिनंदन नहीं किया, बल्कि यह स्पष्ट संदेश भी दे दिया कि अब भाजपा में मैथिल समाज की अहमियत न केवल बढ़ी है बल्कि वो निर्णायक भूमिका में है।

“भाजपा में मैथिल समाज का भविष्य सुरक्षित”: सोमपाल शर्मा की गर्जना

अपने स्वागत में उमड़ी भीड़ को देखकर भावुक हुए सोमपाल शर्मा ने कहा,

“मैथिल समाज अब हाशिये पर नहीं रहेगा, भाजपा में आपके हित पूरी तरह सुरक्षित हैं। जो जिम्मेदारी मुझे मिली है, उसमें समाज की भागीदारी मेरी प्राथमिकता रहेगी।”

उन्होंने कहा कि उनकी राजनीतिक यात्रा एक छोटे से बूथ अध्यक्ष के रूप में शुरू हुई थी, लेकिन आज जिस मुकाम पर हैं उसमें उनके समाज का योगदान सबसे अहम है।

"मैं बरेली मंडल का ही नहीं, संपूर्ण उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करने के लिए प्रतिबद्ध हूं।"

बरेली बना सियासी केंद्र: मुरादाबाद से भी पहुंचे कार्यकर्ता

इस समारोह में सिर्फ बरेली ही नहीं, मुरादाबाद, शाहजहांपुर, पीलीभीत और कई अन्य जिलों से भारी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता और मैथिल समाज के प्रतिनिधि पहुंचे। संजय कमेटी हॉल में इतनी भीड़ उमड़ी कि व्यवस्था तक हांफने लगी।

सांसद ने कहा: भाजपा का निर्णय सटीक, समाज को मिला गौरव

बरेली लोकसभा सांसद छत्रपाल गंगवार ने मंच से कहा कि

“सोमपाल शर्मा को जिला अध्यक्ष बनाना भाजपा का सटीक निर्णय है। वे निष्ठावान कार्यकर्ता हैं जिन्होंने पार्टी के लिए जमीन पर काम किया है।”

उन्होंने आगे कहा कि जिस तरह मैथिल समाज ने आज उन्हें सम्मानित किया है, वह अपने आप में ऐतिहासिक है।

“मैंने इतने सालों में संजय कमेटी हॉल में इतनी भीड़ पहली बार देखी है।”

नेताओं ने की जमकर तारीफ, बोले- संगठन को मिलेगी मजबूती

कार्यक्रम में शामिल बिथरी विधायक डॉ. राघवेंद्र शर्मा, पूर्व जिला अध्यक्ष पवन शर्मा, नवाबगंज विधायक डॉ. एमपी आर्य ने एक सुर में कहा कि सोमपाल शर्मा के रूप में भाजपा को एक कर्मठ और ज़मीनी नेता मिला है।

इन सभी ने आश्वस्त किया कि सोमपाल शर्मा इस दायित्व को निभाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।

"अब राजनीति में भागीदारी का समय": मैथिल समाज का संकल्प

मैथिल ब्राह्मण समाज सभा के प्रांतीय अध्यक्ष ओपी शर्मा ने साफ शब्दों में कहा कि

“अब समाज पढ़ा-लिखा, जागरूक और संगठित हो चुका है। ऐसे में राजनीति में भागीदारी हमारा अधिकार है, और भाजपा ने वह सम्मान देकर सही उदाहरण पेश किया है।”

उन्होंने भाजपा नेतृत्व को धन्यवाद देते हुए कहा कि समाज में इस फैसले से गौरव और आत्मविश्वास की लहर दौड़ी है।

शिवनारायण शर्मा ने कहा: मेहनत का मिला फल

हाथरस के एडीएम (प्रशासन) शिवनारायण शर्मा ने कहा कि

“पार्टी ने जिस तरह सोमपाल शर्मा को यह जिम्मेदारी सौंपी है, वह उनके लंबे संघर्ष और मेहनत का परिणाम है। इससे निश्चित रूप से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मैथिल समाज का राजनीतिक कद बढ़ेगा।”

"एक झंडे के नीचे आए समाज के लोग" - सोमपाल शर्मा की अपील

सोमपाल शर्मा ने अपने भाषण के अंत में कहा,

“समूचे उत्तर प्रदेश में फैले मैथिल समाज के लोगों से मेरी अपील है कि हम सभी एक झंडे के नीचे आकर राजनीति में निर्णायक भूमिका निभाएं। यही समय है जब हम संगठित होकर अपनी पहचान को मजबूती दें।”

विविध क्षेत्र के गणमान्य रहे शामिल, बना राजनीतिक शक्ति प्रदर्शन

इस कार्यक्रम में शामिल गणमान्य नामों में शामिल रहे:

  • डॉ. प्रमोद कुमार शर्मा
  • जितेंद्र कुमार (एडवोकेट इंजीनियर)
  • नवल किशोर शर्मा
  • डॉ. सुभाष मैथिल
  • पप्पू लाल झा, प्रीति झा
  • अनिल शर्मा, राजेश शर्मा, पुष्पेंद्र शर्मा
  • मुनेश शर्मा, चोखे लाल शर्मा, नवदीप शर्मा
  • देवकीनंदन मैथिल, नरेंद्र शर्मा, टीटू शर्मा
  • चंद्रसेन शर्मा, बुद्धसेन शर्मा, अमरपाल शर्मा
  • नेत्रपाल शर्मा, प्रमोद शर्मा

कार्यक्रम का कुशल संचालन सुरेश चंद्र झा ने किया, जो स्वयं मैथिल समाज के अनुभवी वक्ता माने जाते हैं।

समारोह नहीं, यह समाज की सियासी शक्ति का प्रदर्शन था

यह स्वागत समारोह नहीं, बल्कि एक राजनीतिक शक्ति प्रदर्शन था। एक स्पष्ट संदेश था कि अब मैथिल ब्राह्मण समाज सिर्फ दर्शक नहीं, निर्णायक भूमिका में रहेगा। भाजपा ने इस बात को मान्यता देकर न सिर्फ एक नेता को जिम्मेदारी दी, बल्कि समाज के हौसले को भी नई ऊंचाई दी।

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