दिल्ली से ट्रक चुराकर बरेली में बेचने आए बदमाश पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार, एक के पैर में लगी गोली, तमंचा और ट्रक बरामद।
इरफान हुसैन की रिपोर्ट
दिल्ली से ट्रक चुराया, बरेली में बेचने पहुंचे... लेकिन पुलिस ने घेरकर किया खेल खत्म!
बरेली में शुक्रवार रात एक हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला। दिल्ली से चोरी कर लाए गए ट्रक को बेचने की फिराक में घूम रहे तीन शातिर बदमाशों को पुलिस ने भरतौल रोड पर मुठभेड़ के बाद दबोच लिया। इस दौरान फायरिंग में एक बदमाश के पैर में गोली लगी, जिसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने मौके से तमंचा, जिंदा कारतूस और चोरी का कैंटर ट्रक भी बरामद किया है।
भरतौल रोड पर लगी घेराबंदी, फायरिंग करते पकड़े गए चोर
बारादरी थाना प्रभारी धनंजय कुमार पाण्डेय को गुप्त सूचना मिली थी कि दिल्ली से चोरी किया गया ट्रक बरेली में बेचा जाने वाला है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम हरकत में आई और भरतौल रोड पर घेराबंदी कर दी। जैसे ही बदमाशों ने पुलिस को देखा, उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग करते हुए तीनों बदमाशों को काबू में कर लिया। फायरिंग में रहीम उर्फ बाबू उर्फ बट्टा के दाहिने पैर में गोली लग गई।
रहीम, सहजान और साकिब की तिकड़ी का खुलासा: अलग-अलग चाबियों से करते थे ट्रक चोरी
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान रहीम उर्फ बाबू उर्फ बट्टा निवासी चंदोई, थाना इस्लामनगर, जनपद बदायूं (फिलहाल दक्षिणी दिल्ली), सहजान पुत्र साहिद और साकिब पुत्र इदरीश निवासी भवानीपुर खल्ली, थाना सहसवान, बदायूं के रूप में हुई है। पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि वे विभिन्न प्रकार की चाबियों से सड़क किनारे खड़े ट्रकों के लॉक तोड़ते और उन्हें लेकर रफूचक्कर हो जाते थे। बरामद कैंटर ट्रक (DL1GE0610) भी दिल्ली से ही चोरी किया गया था।
पुलिस ने जब्त किया तमंचा, कारतूस और दिल्ली से चोरी किया ट्रक
पुलिस टीम ने बदमाशों के कब्जे से एक 315 बोर का तमंचा, एक जिंदा कारतूस, एक खोखा कारतूस, चोरी किया गया कैंटर ट्रक और चाबियों का गुच्छा बरामद किया है। गिरफ्तार किए गए बदमाशों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में केस दर्ज कर उन्हें जेल भेजने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
इन जांबाजों ने चोरों का किया शिकार, पुलिस टीम में कौन-कौन रहे शामिल
गिरफ्तार करने वाली टीम में बारादरी थाना प्रभारी धनंजय कुमार पाण्डेय, उपनिरीक्षक जगत सिंह, उपनिरीक्षक कुशलपाल सिंह, उपनिरीक्षक सनी चौधरी, हेड कांस्टेबल आशीष कुमार, कांस्टेबल सिद्धांत चौधरी, अवनीश कुमार और मनोज कुमार शामिल रहे। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बदमाशों के आपराधिक इतिहास की भी जांच की जा रही है।
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