बरेली में बीडीए ने गुलजार मार्केट की 20 दुकानों पर चलाया बुलडोजर, व्यापारियों ने लगाया बिना नोटिस तोड़फोड़ का आरोप, मचा हड़कंप।
इज्जतनगर के गुलजार मार्केट में टूटीं उम्मीदें, बीडीए के बुलडोजर से उजड़ा कारोबार
उत्तर प्रदेश के बरेली में प्रशासन ने शनिवार को जबरदस्त एक्शन लेते हुए इज्जतनगर स्थित गुलजार मार्केट की 20 से अधिक दुकानों को जमींदोज कर दिया। बरेली विकास प्राधिकरण (BDA) की इस कार्रवाई ने व्यापारियों के अरमानों पर पानी फेर दिया। मार्केट के दुकानदारों ने रोते-बिलखते आरोप लगाया कि उन्हें ना तो कोई नोटिस मिला और ना ही अपना सामान बचाने का मौका दिया गया। कार्रवाई के दौरान पुलिस और व्यापारियों के बीच जमकर झड़पें हुईं और बाजार में अफरातफरी मच गई।
40 साल पुराना गुलजार मार्केट बना प्रशासनिक सख्ती का निशाना
करीब चार दशक पुराना गुलजार मार्केट शनिवार को इतिहास बन गया, जब बरेली विकास प्राधिकरण के दर्जनों बुलडोजर एक साथ गरज उठे। सुबह-सुबह कार्रवाई शुरू हुई और देखते ही देखते दुकानों का मलबा चारों ओर बिखर गया। व्यापारियों का कहना है कि उनके पास बीडीए द्वारा पास नक्शे थे, बावजूद इसके बिना किसी अंतिम सूचना के उनकी दुकानों को तोड़ दिया गया।
'सामान तक नहीं निकालने दिया गया', आंसू छलकते रहे व्यापारी
बीडीए के इस एक्शन से गुस्साए व्यापारियों का दर्द उस वक्त छलक पड़ा, जब टूटती दुकानों को देखते हुए कई लोग फूट-फूटकर रो पड़े। व्यापारियों का कहना है कि लाखों रुपये की पगड़ी पहले ही दी जा चुकी थी और कोर्ट में मामला विचाराधीन था, बावजूद इसके प्रशासन ने उन्हें मौका नहीं दिया। शनिवार सुबह व्यापार मंडल के व्यापारी बीडीए दफ्तर पहुंचे और अधिकारियों से कार्रवाई रोकने की गुहार लगाई, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई।
भारी पुलिस बल की मौजूदगी में हुई ध्वस्तीकरण की कार्रवाई, बाजार में मचा हड़कंप
कार्रवाई के दौरान इज्जतनगर, प्रेमनगर और कोतवाली समेत कई थानों की पुलिस के साथ सिटी मजिस्ट्रेट और सीओ सिटी मौके पर मौजूद रहे। तनाव को देखते हुए फोर्स को तैनात किया गया था। व्यापारियों और पुलिस के बीच कई बार झड़प की स्थिति भी बनी, लेकिन प्रशासन ने पूरी ताकत से दुकानों को धराशायी कर दिया। कुछ व्यापारियों ने आरोप लगाया कि भाजपा नेता हरिशंकर गंगवार ने मार्केट खरीदने के बाद बीडीए से सांठगांठ कर दुकानों को तुड़वाया है।
'मार्केट बिक गई थी, हमें ठगा गया', बोले आहत व्यापारी
टूटती दुकानों को देखकर कई व्यापारी गुस्से से भर उठे। उनका कहना था कि उन्होंने बीडीए से पास नक्शे पर दुकान ली थी और हर साल टैक्स भी भरते आ रहे थे, लेकिन उन्हें बिना चेतावनी के उजाड़ दिया गया। व्यापारियों ने आरोप लगाया कि पूरी मार्केट को दबे-छुपे तरीके से बेच दिया गया और अब उनकी रोजी-रोटी छीन ली गई। घटना के बाद व्यापारियों ने धरना प्रदर्शन भी किया, लेकिन बुलडोजर की गर्जना सब पर भारी पड़ी।
कोर्ट में लंबित मामला, फिर भी प्रशासन ने दिखाई सख्ती
व्यापारियों ने बताया कि गुलजार मार्केट से जुड़े विवाद पर पहले से ही कोर्ट में सुनवाई चल रही थी। इसके बावजूद बीडीए ने अचानक कार्रवाई कर दी। दुकानदारों ने कहा कि उन्हें भरोसा था कि जब तक मामला अदालत में है, उनकी दुकानें सुरक्षित रहेंगी, लेकिन प्रशासन ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। अब व्यापारी न्याय के लिए फिर से कोर्ट का रुख करने की तैयारी कर रहे हैं।
बुलडोजर की गूंज से कांपे गुलजार मार्केट के दुकानदार
शनिवार सुबह जब गुलजार मार्केट में बुलडोजर गरजा तो पूरा इलाका दहल उठा। दुकानदार हाथ जोड़कर अधिकारियों से रहम की भीख मांगते रहे, लेकिन किसी ने उनकी एक न सुनी। बीडीए के अधिकारी अपने मिशन में जुटे रहे और एक के बाद एक दुकानें मलबे में तब्दील हो गईं। लोगों ने इसे 'अन्यायपूर्ण' कार्रवाई बताया और कहा कि अब उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।
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