कौशाम्बी में मां ने बेटे को कमरे में बंद कर अपहरण का ड्रामा किया, नाना से मांगी फिरौती, पुलिस ने बच्चा बरामद कर साजिश बेनकाब की।
कौशाम्बी में सनसनी: बेटे को खुद बंद कर मां ने रची अपहरण की झूठी कहानी, नाना से मांगी फिरौती की रकम
उत्तर प्रदेश के कौशाम्बी जिले से एक ऐसा चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने रिश्तों की गरिमा और ममता की परिभाषा को झकझोर कर रख दिया है। यहां एक महिला ने अपने ही 10 वर्षीय बेटे को कमरे में बंद कर उसके अपहरण की झूठी रिपोर्ट थाने में दर्ज करवा दी। और इतना ही नहीं, आरोपी महिला ने अपने पिता यानी बच्चे के नाना को धमकी भरा पत्र भेजकर एक लाख रुपये की फिरौती तक मांग डाली। इस फिल्मी साजिश का पर्दाफाश तब हुआ जब पुलिस ने बच्चे को मां के ही घर से बरामद कर लिया।
पहाड़पुर में मामा के घर गया था बच्चा, अचानक गायब होने का दावा
यह हैरतअंगेज मामला मोहब्बतपुर पइंसा थाना क्षेत्र के पइंसा गांव का है। यहां के निवासी मोहम्मद वसीम पिछले छह वर्षों से सऊदी अरब में काम कर रहे हैं। उनकी पत्नी शाहीन अपने 10 वर्षीय बेटे अर्शलान के साथ गांव में रहती थी। कुछ दिन पहले शाहीन अपने बेटे अर्शलान को उसके मामा के घर, यानी अपने मायके पहाड़पुर ले गई थीं। लेकिन फिर अचानक शाहीन ने यह दावा करते हुए हड़कंप मचा दिया कि अर्शलान मामा के घर से संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया है।
इसके बाद शाहीन सीधे थाने पहुंचीं और अज्ञात लोगों के खिलाफ अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई। जैसे ही यह सूचना फैली, इलाके में सनसनी मच गई और मामला पुलिस के लिए हाईप्रोफाइल बन गया।
घर के बाहर मिला धमकी भरा लेटर: “एक लाख नहीं दिए तो बच्चे को मार देंगे”
शाहीन की शिकायत के कुछ ही घंटे बाद नया मोड़ तब आया जब अर्शलान के नाना शम्स उद्दीन थाने पहुंचे। उन्होंने पुलिस को एक पत्र सौंपा जो उनके घर के दरवाजे पर पड़ा मिला था। पत्र में धमकी भरे लहजे में लिखा था कि यदि एक लाख रुपये की रकम तय समय में नहीं दी गई, तो बच्चे की हत्या कर दी जाएगी।
पुलिस इस पत्र को देखते ही सतर्क हो गई और इसे एक गंभीर फिरौती का मामला मानते हुए उच्च स्तर की जांच शुरू कर दी गई। घटनास्थल की बारीकी से जांच शुरू कर दी गई, इलाके में सादी वर्दी में टीमें तैनात की गईं, और हर सुराग पर बारीकी से गौर किया गया।
सिसकियों ने खोल दी साजिश की परतें, पुलिस ने तोड़ा ताला
इंस्पेक्टर रोशनलाल के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम ने खोजबीन की शुरुआत अर्शलान के घर से की। जब पुलिस टीम वहां पहुंची, तो उन्हें घर के मुख्य दरवाजे पर बाहर से ताला लटका मिला। यह देख पुलिस थोड़ी देर के लिए भ्रम में पड़ गई, लेकिन तभी अंदर से किसी के सिसकने की धीमी आवाज सुनाई दी। यह आवाज काफी हल्की थी, लेकिन अनुभव के आधार पर पुलिस ने शक गहरा होने पर ताला तोड़ने का फैसला लिया।
ताला तोड़ने के बाद जब पुलिस अंदर पहुंची, तो वहां का दृश्य चौंकाने वाला था। कमरे में अर्शलान डर के मारे एक कोने में बैठा कांप रहा था। पूछताछ में उसने बताया कि उसकी मां ने ही उसे कमरे में बंद किया था और सख्त हिदायत दी थी कि किसी भी कीमत पर बाहर नहीं निकलना।
मां ही निकली साजिश की मास्टरमाइंड, पिता को बनाना चाहती थी शिकार
इंस्पेक्टर रोशनलाल ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि शुरुआती जांच में ही यह स्पष्ट हो गया था कि कोई आंतरिक व्यक्ति इस घटना में शामिल है। लेकिन जब अर्शलान से पूछताछ की गई तो सारी परतें खुलती चली गईं। उसने मासूमियत से बताया कि उसकी मां ने खुद उसे कमरे में बंद किया और कहा कि "नाना से पैसे लेने हैं, इसलिए बाहर मत जाना।"
इस बयान ने पूरे मामले की दिशा ही बदल दी। पुलिस ने शाहीन को हिरासत में लेकर जब कड़ाई से पूछताछ की, तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसने बताया कि उसे पैसों की जरूरत थी और इसीलिए उसने अपने ही पिता को धोखा देने की योजना बनाई। वह जानती थी कि नाना पोते के लिए जान भी दे सकते हैं, इसलिए उसने अपहरण की झूठी कहानी बनाई।
झूठी खोजबीन का नाटक, रिश्तेदारों को बना लिया था गवाह
सबसे चौंकाने वाली बात यह थी कि शाहीन ने न केवल बेटे को बंद किया, बल्कि रिश्तेदारों के यहां जाकर खोजबीन का भी नाटक करती रही। रात में घर लौटी और अगली सुबह फिर से निकल गई ताकि सभी को लगे कि वह बेटे को लेकर चिंतित है। लेकिन पुलिस की बारीकी जांच और बच्चा खुद ही उसकी साजिश की पोल खोल बैठा।
पुलिस ने शाहीन को उसके एक रिश्तेदार के घर से गिरफ्तार किया, जहां वह छुपी हुई थी। गिरफ्तारी के बाद उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया और बताया कि पत्र भी उसने खुद लिखा था और दरवाजे पर फेंका था।
कई घंटे तक बंद रहा मासूम, गांव में रोष
गांव के प्रधान मोहम्मद रियाज ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अर्शलान कई घंटों तक घर में अकेले बंद रहा। हालांकि मां ने उसे खाने-पीने की चीजें रख दी थीं, लेकिन डर और सदमे में वह कांपता रहा। गांव में यह खबर आग की तरह फैल गई और लोग स्तब्ध रह गए कि एक मां अपने बेटे को मोहरा बनाकर अपने ही पिता को ब्लैकमेल कर सकती है।
बच्चे की बरामदगी के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका मानसिक और शारीरिक इलाज चल रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि वह डरा हुआ है लेकिन सुरक्षित है।
पुलिस अधीक्षक ने की पुष्टि, दर्ज हुआ केस
कौशाम्बी के पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार ने पूरे मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि शाहीन ने अपने पिता से पैसे ऐंठने के लिए अपने ही बेटे को बंधक बनाकर अपहरण का नाटक रचा। महिला के खिलाफ धोखाधड़ी, झूठी शिकायत और अन्य संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया है।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि यह घटना समाज के लिए एक चेतावनी है कि किस प्रकार लोग पैसों के लालच में रिश्तों की मर्यादा को लांघने से भी पीछे नहीं हटते।

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