जौनपुर में मनाया गया पत्रकार संघ का 23वां स्थापना दिवस, सांसद सीमा द्विवेदी बोलीं– ‘कलम से ही होता है समाज का निर्माण’



जौनपुर में पत्रकार संघ का 23वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया। सांसद सीमा द्विवेदी ने पत्रकारों को समाज की रीढ़ बताया।

इंद्रेश तिवारी की रिपोर्ट


पत्रकारिता का उत्सव: जौनपुर में मना 23वां स्थापना दिवस

जौनपुर में पत्रकारिता जगत के लिए ऐतिहासिक दिन रहा जब जौनपुर पत्रकार संघ का 23वां स्थापना दिवस पूरे गरिमा और सम्मान के साथ मनाया गया। इस अवसर पर जिले के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों से आए सैकड़ों पत्रकारों, समाजसेवियों, जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को भव्यता प्रदान की। आयोजन एक स्थानीय होटल के सभागार में हुआ, जहां दीप प्रज्ज्वलन के साथ समारोह की शुरुआत हुई। मंच पर मुख्य अतिथि के रूप में राज्यसभा सांसद सीमा द्विवेदी, विशिष्ट अतिथि के रूप में पुलिस अधीक्षक डॉ. कौस्तुभ और कार्यक्रम अध्यक्ष के रूप में बदलापुर विधायक रमेश मिश्र उपस्थित रहे।

ग्रामीण पत्रकारों की चुनौतियों पर बोलीं सांसद सीमा द्विवेदी

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यसभा सदस्य सीमा द्विवेदी ने ग्रामीण पत्रकारों के संघर्षों की सराहना की। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत पत्रकार सीमित संसाधनों के बावजूद घटनास्थलों तक सबसे पहले पहुंचते हैं। ऐसे पत्रकार ही वास्तविक पत्रकारिता की आत्मा हैं क्योंकि वे बिना किसी स्वार्थ या दिखावे के समाज को सच्चाई से अवगत कराते हैं। उन्होंने कहा कि पत्रकार लोकतंत्र का चौथा स्तंभ हैं और उनके बिना विकास की कल्पना अधूरी है। सांसद ने यह भी कहा कि जब तक सरकार द्वारा किए गए कार्यों को मीडिया के माध्यम से प्रचारित नहीं किया जाता, तब तक जनता को उस पर विश्वास नहीं होता।

सीमा द्विवेदी ने पत्रकारों को सलाह देते हुए कहा कि समाचार लिखते समय शब्दों की शक्ति और जिम्मेदारी को हमेशा ध्यान में रखना चाहिए। एक शब्द कभी-कभी पूरे संदर्भ को बदल सकता है, इसलिए पत्रकारों की कलम को संतुलन और विवेक के साथ चलना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि कई बार साक्षात्कार के दौरान कही गई छोटी-सी बात को मीडिया बड़ा मुद्दा बना देती है, जिससे गलतफहमी पैदा होती है। उन्होंने जौनपुर पत्रकार संघ को आर्थिक सहयोग देने का संकल्प लिया और कहा कि पत्रकारों की समस्याओं के समाधान के लिए वह संसद तक आवाज उठाएंगी।



विकास कार्यों में पत्रकारों की भूमिका अहम: विधायक रमेश मिश्र

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बदलापुर विधायक रमेश मिश्र ने कहा कि पत्रकार समाज का दर्पण होते हैं। उनकी कलम से ही समाज की वास्तविक तस्वीर सामने आती है। उन्होंने बताया कि कई बार उनके क्षेत्र की समस्याओं की जानकारी उन्हें समाचार पत्रों के माध्यम से ही मिलती है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जब उन्होंने पीली नदी की दुर्दशा और पुराने पंप हाउसों की खराब हालत के बारे में खबर पढ़ी, तो उन्होंने उस खबर को मुख्यमंत्री तक पहुंचाया और उसके बाद तत्काल धन स्वीकृत हुआ जिससे समस्या का समाधान हो सका। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता सिर्फ खबरें लिखने का कार्य नहीं है, बल्कि यह सामाजिक सुधार का सबसे प्रभावशाली माध्यम है।

पत्रकारों के योगदान को किया गया सम्मानित

कार्यक्रम में कई वरिष्ठ और युवा पत्रकारों को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया। इनमें वरिष्ठ पत्रकार रामदास यादव, राधाकृष्ण शर्मा, अर्जुन शर्मा, विक्रम सिंह, श्यामशंकर पांडेय और लोलारख दूबे शामिल रहे। मंच से अतिथियों ने स्मृति चिन्ह और शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया। समारोह में स्वागत गीत कन्हैयालाल पांडेय द्वारा प्रस्तुत किया गया जिसने पूरे माहौल को उत्सवमय बना दिया।

संघ के संरक्षक ओमप्रकाश सिंह ने रखी पत्रकारों की स्थिति पर बात

जौनपुर पत्रकार संघ के संरक्षक ओमप्रकाश सिंह ने कहा कि आज ग्रामीण पत्रकार पत्रकारिता की असली रीढ़ हैं, लेकिन वही सबसे ज्यादा उपेक्षित हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली और लखनऊ जैसे बड़े शहरों में पत्रकारों को सुविधाएं मिल रही हैं, जिला मुख्यालय पर भी पत्रकार सम्मान पा रहे हैं, मगर जो पत्रकार गांव-गांव की आवाज बनते हैं, वे अब भी सुविधाओं से वंचित हैं। उन्होंने सरकार से ग्रामीण पत्रकारों के लिए विशेष योजना बनाने की मांग की।



पत्रकारिता के सामाजिक दायित्व पर पुलिस अधीक्षक का वक्तव्य

पुलिस अधीक्षक डॉ. कौस्तुभ ने अपने संक्षिप्त संबोधन में कहा कि पत्रकार को अपनी कलम के साथ न्याय करना चाहिए। उन्होंने कहा कि खबरें सिर्फ सनसनी के लिए नहीं लिखी जानी चाहिए, बल्कि उनका उद्देश्य समाज में संतुलन और शांति बनाए रखना होना चाहिए। उन्होंने कहा कि पत्रकार और पुलिस दोनों का लक्ष्य जनता की सेवा है और दोनों संस्थाएं तभी सफल हैं जब जनता का विश्वास बरकरार रहे।

पत्रकारिता की दिशा और भविष्य पर मंथन

कार्यक्रम में मौजूद वरिष्ठ पत्रकारों ने भारतीय पत्रकारिता की दिशा पर भी गंभीर चर्चा की। यह बात बार-बार सामने आई कि आज के डिजिटल युग में जहां खबरें सोशल मीडिया के माध्यम से बिजली की गति से फैलती हैं, वहीं पत्रकारों के सामने सबसे बड़ी चुनौती सटीकता और सत्यता को बनाए रखना है। कई वक्ताओं ने कहा कि ग्रामीण पत्रकारिता ही वह क्षेत्र है जहां अभी भी पत्रकार अपनी सच्चाई और जमीनी हकीकत के लिए जाने जाते हैं।

पत्रकारों की आवाज बनेगा संघ

जौनपुर पत्रकार संघ के अध्यक्ष शशिमोहन सिंह क्षेम ने कहा कि संघ पत्रकारों की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाने के लिए निरंतर प्रयासरत रहेगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण पत्रकारों को न सिर्फ आर्थिक सहयोग की आवश्यकता है बल्कि उन्हें तकनीकी प्रशिक्षण और डिजिटल साधनों की भी जरूरत है ताकि वे आधुनिक पत्रकारिता के साथ कदम से कदम मिला सकें।

सामाजिक सरोकार और पत्रकारिता का संगम

कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों में भाजपा नेता सूर्यप्रकाश सिंह, राजीव सिंह प्रबंधक, डॉ. प्रमोद कुमार सिंह, प्रदीप सिंह सफायर, अधिवक्ता घनश्याम सिंह, वरिष्ठ अधिवक्ता वीरेन्द्र प्रताप सिंह, सेवानिवृत्त पुलिस अधीक्षक राममोहन सिंह, पूर्व जिला पंचायत सदस्य शशि सिंह, सर्वेश सिंह, डॉ. भारतेन्दु मिश्र, रामश्रृंगार शुक्ल, राजवीर सिंह, दयाशंकर सिंह, बेहोश जौनपुरी, जेड हुसैन बाबू, राजेश मौर्य, राजीव पाठक, रत्नाकर सिंह, अजीत सिंह, देवी सिंह, मछलीशहर इकाई अध्यक्ष अनिल पांडेय, केराकत इकाई के अमित सिंह और शाहगंज इकाई अध्यक्ष एकलाख खान सहित कई पत्रकार और बुद्धिजीवी शामिल रहे।

पत्रकारिता सिर्फ पेशा नहीं, सामाजिक सेवा है

इस अवसर पर सभी वक्ताओं ने एक स्वर में कहा कि पत्रकारिता सिर्फ पेशा नहीं बल्कि सामाजिक दायित्व है। पत्रकार वही है जो सच लिखने का साहस रखता है, भले ही परिस्थिति प्रतिकूल हो। ग्रामीण पत्रकारों की भूमिका आज पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि वही समाज के सबसे निचले स्तर तक सच्चाई पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं।

जौनपुर पत्रकार संघ का यह 23वां स्थापना दिवस पत्रकारिता के उस आदर्श की पुनः पुष्टि करता है जो निष्ठा, सत्य और समाज सेवा पर आधारित है। इस आयोजन ने यह संदेश दिया कि पत्रकारिता तब तक जिंदा रहेगी जब तक उसमें सच्चाई और साहस जीवित रहेगा।

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