राजस्थान: ट्रेन में बुजुर्ग हुए अचेत तो युवक बना ‘रियल लाइफ हीरो’, बाइक पर पहुंचाया इमरजेंसी वार्ड… बच गई जान


राजस्थान चुरू में ट्रेन में अचेत हुए बुजुर्ग को युवक ने 3 इडियट्स फिल्म जैसी शैली में बाइक से अस्पताल पहुंचाकर बचाई जान, Video वायरल


राजस्थान चुरू में फिल्मी अंदाज का वाकया, युवक ने बचाई बुजुर्ग की जान

राजस्थान के चुरू जिले में रविवार को ऐसा दृश्य देखने को मिला, जिसे देखकर लोगों को आमिर खान की फिल्म ‘3 इडियट्स’ का मशहूर सीन याद आ गया। यहां ट्रेन में सफर कर रहे एक 70 वर्षीय बुजुर्ग की अचानक तबीयत बिगड़ गई और वे अचेत हो गए। जैसे ही मामला सामने आया, ट्रेन को चेन पुलिंग करके रोका गया। इसी दौरान मौके पर मौजूद एक युवक ने अपनी जान जोखिम में डालते हुए बुजुर्ग को बाइक पर बैठाया और सीधे अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड तक पहुंचा दिया। युवक की इस तत्परता से बुजुर्ग की जान बच गई और अब वे पूरी तरह स्वस्थ हैं

ट्रेन यात्रा के दौरान अचानक बिगड़ी बुजुर्ग की तबीयत

जानकारी के अनुसार, हरियाणा के रहने वाले भलेराम नामक 70 वर्षीय बुजुर्ग ट्रेन से सीकर की ओर जा रहे थे। सफर के दौरान अचानक उनकी तबीयत खराब हो गई और वे अचेत हो गए। ट्रेन के यात्रियों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। इस बीच मौजूद यात्रियों ने तत्काल ट्रेन की चेन खींचकर उसे चुरू स्टेशन से पहले रोक दिया। इसी बीच स्टेशन पर मौजूद एक युवक ने बिना देर किए बुजुर्ग की मदद करने का निर्णय लिया।

बाइक पर बैठाकर दौड़ पड़े अस्पताल की ओर

बुजुर्ग को अचेत अवस्था में देखकर युवक शुभम तुरंत आगे आए और उन्हें अपनी बाइक पर बैठाकर राजकीय भरतिया अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड की ओर दौड़ पड़े। फिल्म ‘3 इडियट्स’ का वह यादगार सीन सभी की आंखों के सामने ताजा हो गया, जिसमें आमिर खान अपने दोस्त को बाइक पर बैठाकर अस्पताल ले जाते हैं। चुरू में भी बिल्कुल ऐसा ही नजारा देखने को मिला।

डॉक्टरों ने समय रहते किया इलाज, बच गई जान

अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टरों ने तुरंत बुजुर्ग का उपचार शुरू किया। समय पर पहुंचाने की वजह से मरीज की जान बच गई। डॉक्टरों ने युवक शुभम की सराहना करते हुए कहा कि यदि देर हो जाती तो स्थिति गंभीर हो सकती थी। अस्पताल स्टाफ के अनुसार अब बुजुर्ग खतरे से बाहर हैं और उनका स्वास्थ्य सामान्य हो रहा है।

लोगों ने की युवक के साहस की सराहना

इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि कैसे शुभम ने बिना किसी झिझक के बुजुर्ग को बाइक पर बैठाया और अस्पताल तक पहुंचाया। लोग शुभम की इस बहादुरी और तत्परता की खूब तारीफ कर रहे हैं। कई लोग उसे ‘रियल लाइफ हीरो’ कहकर संबोधित कर रहे हैं।

ट्रेन यात्रियों और स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया

घटना के दौरान ट्रेन में मौजूद यात्रियों ने बताया कि अचानक बुजुर्ग की हालत बिगड़ने पर माहौल बेहद तनावपूर्ण हो गया था। ऐसे में शुभम ने जो साहस दिखाया, वह काबिल-ए-तारीफ है। वहीं स्थानीय लोग भी इस बात पर हैरान हैं कि आज के समय में जब कई लोग मदद करने से कतराते हैं, ऐसे में शुभम ने मानवता की मिसाल पेश की।

फिल्म ‘3 इडियट्स’ से तुलना

यह घटना लोगों को फिल्म ‘3 इडियट्स’ की याद इसलिए दिला रही है क्योंकि उस फिल्म में भी एक छात्र की जान बचाने के लिए दोस्त उसे बाइक से अस्पताल लेकर जाते हैं। चुरू की घटना भी बिल्कुल वैसी ही है, फर्क सिर्फ इतना है कि यह फिल्मी सीन नहीं बल्कि असल जिंदगी की कहानी है।

समय रहते मिली मेडिकल सहायता

विशेषज्ञ डॉक्टरों का मानना है कि किसी भी मेडिकल इमरजेंसी में ‘गोल्डन ऑवर’ यानी पहले एक घंटे का समय बेहद महत्वपूर्ण होता है। यदि मरीज को इस दौरान सही उपचार मिल जाए तो उसकी जान बचाई जा सकती है। चुरू में शुभम की तत्परता ने इस ‘गोल्डन ऑवर’ की अहमियत साबित कर दी।

इंसानियत की मिसाल बना युवक

शुभम नामक युवक की कहानी अब चुरू जिले से निकलकर पूरे राजस्थान और देशभर में चर्चा का विषय बन चुकी है। लोग उसे सोशल मीडिया पर धन्यवाद दे रहे हैं और कह रहे हैं कि समाज को ऐसे ही नायकों की जरूरत है। शुभम ने यह साबित कर दिया कि असली हीरो वही होता है, जो सही समय पर सही कदम उठाए।

घटना से मिला बड़ा सबक

इस घटना से एक बड़ा सबक भी मिलता है कि इंसानियत आज भी जिंदा है। जब लोग दूसरों की मदद के लिए आगे आते हैं, तो कई जिंदगियां बचाई जा सकती हैं। शुभम की यह कहानी समाज को यह संदेश देती है कि किसी भी आपातकालीन स्थिति में मदद करने से पीछे नहीं हटना चाहिए।

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