MP के 7832 टॉपर स्टूडेंट्स को CM मोहन यादव की बड़ी सौगात, भोपाल में देंगे फ्री स्कूटी और बालिकाओं के खातों में ट्रांसफर होंगे करोड़ों रुपये


MP में 7832 टॉपर छात्रों को CM मोहन यादव आज फ्री स्कूटी देंगे, साथ ही 20 लाख से ज्यादा बालिकाओं के खातों में 61 करोड़ रुपये ट्रांसफर होंगे


MP के 7832 टॉपर छात्रों को फ्री स्कूटी योजना का लाभ

मध्य प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में आज का दिन ऐतिहासिक होने वाला है जब मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 7832 टॉपर विद्यार्थियों को फ्री स्कूटी उपहार में देंगे। यह आयोजन भोपाल स्थित कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में हो रहा है। यह कदम राज्य सरकार की उन योजनाओं का हिस्सा है जिनका उद्देश्य न सिर्फ मेधावी छात्रों को सम्मानित करना है बल्कि उन्हें उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करना भी है। 2024-25 शैक्षणिक सत्र की 12वीं कक्षा में अपने-अपने स्कूल में प्रथम स्थान पाने वाले छात्रों को इस योजना में शामिल किया गया है

योजना की शुरुआत और पात्रता

राज्य सरकार की निःशुल्क ई-स्कूटी/आईसीईएस योजना की शुरुआत शैक्षणिक सत्र 2022-23 से की गई थी। इस योजना का लाभ उन छात्रों को मिलता है जिन्होंने स्कूल शिक्षा विभाग और जनजातीय कार्य विभाग के अधीन माध्यमिक शिक्षा मंडल की हायर सेकेंडरी परीक्षा में टॉप किया हो। योजना के नियम के अनुसार बालक विद्यालय से एक टॉपर बालक, बालिका विद्यालय से एक टॉपर बालिका और को-एड स्कूल से एक-एक टॉपर बालक और बालिका को स्कूटी प्रदान की जाती है। इस बार प्रदेशभर के 7832 मेधावी छात्र इस सौगात को प्राप्त करेंगे

स्कूटी योजना का महत्व

मध्य प्रदेश सरकार का मानना है कि इस योजना से छात्रों के बीच प्रतिस्पर्धा की भावना बढ़ेगी और वे शिक्षा में और बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित होंगे। ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों के छात्र जो उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए अक्सर परिवहन की समस्या झेलते हैं, उनके लिए यह योजना किसी वरदान से कम नहीं है। स्कूटी मिलने से छात्राएं भी सुरक्षित और सुविधाजनक तरीके से स्कूल और कॉलेज तक आ-जा सकेंगी, जिससे ड्रॉपआउट रेट कम होने की संभावना है

बालिकाओं के लिए DBT योजना

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इस कार्यक्रम में केवल स्कूटी ही नहीं बांटेंगे बल्कि बालिकाओं के लिए संचालित सेनिटेशन एवं हाईजीन योजना के तहत 20 लाख 37 हजार 439 बालिकाओं को लगभग 61 करोड़ रुपये की राशि सिंगल क्लिक से ट्रांसफर करेंगे। यह राशि सीधे डीबीटी (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से लाभार्थियों के बैंक खाते में जाएगी। इस योजना के अंतर्गत शासकीय विद्यालयों की कक्षा 7वीं से 12वीं तक की बालिकाओं को स्वास्थ्य स्वच्छता के लिए हर साल 300 रुपये दिए जाते हैं

कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय योजना

राज्य सरकार ने कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय टाईप-IV योजना के अंतर्गत भी बड़ा ऐलान किया है। इस योजना के तहत छात्रावासों में रह रही बालिकाओं को टीएलएम (Teaching Learning Material) और स्टायपंड के लिए प्रति बालिका प्रति वर्ष 3400 रुपये प्रदान किए जाते हैं। इस बार मुख्यमंत्री 20 हजार 100 बालिकाओं के खातों में कुल 7 करोड़ रुपये की स्टायपंड राशि ट्रांसफर करेंगे

शिक्षा को बढ़ावा देने की दिशा में बड़ा कदम

इन योजनाओं से साफ है कि राज्य सरकार शिक्षा और विशेषकर बालिकाओं की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार का प्रयास है कि किसी भी छात्र को आर्थिक या सामाजिक कारणों से शिक्षा से वंचित न होना पड़े। स्कूटी जैसी सुविधा से छात्राओं की सुरक्षा और गतिशीलता दोनों सुनिश्चित होंगी। वहीं डीबीटी के जरिए स्वच्छता और स्वास्थ्य के लिए आर्थिक मदद मिलने से बालिकाओं को पढ़ाई में किसी तरह की बाधा नहीं आएगी

कार्यक्रम का भव्य आयोजन

भोपाल का कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर इस ऐतिहासिक पल का गवाह बनेगा। यहां हजारों की संख्या में छात्र, शिक्षक और अभिभावक मौजूद रहेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव स्वयं छात्रों को स्कूटी की चाबी सौंपेंगे और बालिकाओं के खाते में राशि ट्रांसफर करेंगे। इस मौके पर शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, जनप्रतिनिधि और राज्य सरकार के मंत्री भी मौजूद रहेंगे

भविष्य की योजनाएं और लक्ष्य

राज्य सरकार का लक्ष्य है कि आने वाले समय में अधिक से अधिक छात्रों को इस तरह की योजनाओं से लाभान्वित किया जाए। शिक्षा के क्षेत्र में डिजिटल साधनों, स्मार्ट क्लासेस और परिवहन सुविधाओं को भी बढ़ावा देने की दिशा में प्रयास जारी हैं। मुख्यमंत्री ने कई बार स्पष्ट किया है कि मध्य प्रदेश को शिक्षा के क्षेत्र में देशभर में मॉडल स्टेट बनाना उनकी प्राथमिकता है। स्कूटी और स्टायपंड जैसी योजनाएं इसी दृष्टिकोण का हिस्सा हैं

मध्य प्रदेश सरकार की यह पहल न सिर्फ मेधावी छात्रों को सम्मानित करती है बल्कि उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित भी करती है। स्कूटी योजना से जहां छात्रों की शैक्षणिक यात्रा आसान होगी, वहीं डीबीटी और स्टायपंड से बालिकाओं के स्वास्थ्य और शिक्षा दोनों को मजबूती मिलेगी। 7832 टॉपर विद्यार्थियों को स्कूटी और लाखों बालिकाओं को करोड़ों रुपये की राशि ट्रांसफर होने से प्रदेश में शिक्षा का स्तर नई ऊंचाइयों को छूने की ओर अग्रसर होगा

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