समाजसेवी राजकुमार सिंह की स्मृति में पट्टी जमालापुर में हुआ भव्य स्मृति द्वार उद्घाटन



जौनपुर पट्टी जमालापुर में समाजसेवी राजकुमार सिंह की याद में भव्य स्मृति द्वार उद्घाटन, संस्कार और समाज सेवा का संदेश।

इंद्रेश तिवारी की रिपोर्ट

संस्कार, शिक्षा और समाज सेवा का अद्भुत संगम

जौनपुर जिले के पट्टी जमालापुर क्षेत्र में बुधवार को ऐतिहासिक क्षण सामने आया जब समाज सेवा और जनकल्याण को जीवनभर समर्पित रहे स्वर्गीय राजकुमार सिंह की स्मृति में निर्मित स्मृति द्वार का भव्य उद्घाटन किया गया। इस आयोजन ने न केवल दिवंगत समाजसेवी को श्रद्धांजलि दी, बल्कि पूरे समाज में एकता, सद्भाव और संस्कारयुक्त शिक्षा का संदेश भी प्रसारित किया।

संस्कारयुक्त शिक्षा ही जीवन की सच्ची संपत्ति

लोकार्पण के बाद जगतगुरु शंकराचार्य नारायणानंद तीर्थ महाराज ने अपने आशीर्वचन में कहा कि माता-पिता का सर्वोच्च कर्तव्य है कि वे अपने बच्चों को संस्कारयुक्त शिक्षा दें। केवल डिग्री और नौकरी जीवन को सफल नहीं बनाती, बल्कि अच्छे संस्कार ही व्यक्ति और राष्ट्र दोनों को उन्नति की राह पर ले जाते हैं। संस्कार बच्चों के व्यक्तित्व का ऐसा आधार हैं जो भविष्य की दिशा तय करते हैं।

राजकुमार सिंह: समाज सेवा के प्रतीक

राजकुमार सिंह का पूरा जीवन समाज सेवा, शिक्षा और जनकल्याण के लिए समर्पित रहा। वे हमेशा गरीबों और जरूरतमंदों की मदद में आगे रहते थे। उनकी निस्वार्थ सेवा भावना और उच्च संस्कारों ने उन्हें क्षेत्र का प्रेरणास्रोत बना दिया। यही वजह है कि हजारों लोग इस स्मृति द्वार के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल हुए और उनकी याद में भावुक होकर श्रद्धांजलि अर्पित की।

सत्संग और शांति का महत्व

शंकराचार्य महाराज ने युवाओं को कुसंगति से दूर रहने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि कुसंगति और दूषित वातावरण जीवन में अशांति और विकारों को जन्म देते हैं। सत्संग और अच्छे संस्कार ही ऐसे उपाय हैं जिनसे जीवन में स्थिरता, शांति और निरोगी काया प्राप्त होती है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रत्येक नर-नारी को सत्संग में अवश्य भाग लेना चाहिए ताकि जीवन के अंधकार को दूर कर सकें।



ग्रामवासियों और ट्रस्ट की पहल

इस स्मृति द्वार का निर्माण राजकुमार सिंह मेमोरियल ट्रस्ट और ग्रामवासियों के सामूहिक प्रयास से संभव हुआ। हर वर्ग के लोगों ने आर्थिक सहयोग, श्रमदान और प्रबंधन में योगदान दिया। इस पहल ने यह साबित कर दिया कि यदि समाज एकजुट हो तो कोई भी कार्य असंभव नहीं है।

कार्यक्रम में शामिल जनप्रतिनिधि

इस मौके पर कई जनप्रतिनिधि और स्थानीय नेता उपस्थित रहे, जिनमें शामिल थे:

  • विधायक Dr. RK Patel
  • पूर्व विधायक Dr. Leena Tiwari
  • पूर्व विधायक Shraddha Yadav
  • चंद्रप्रकाश सिंह पप्पू, Dr. Chandresh Singh, अशोक सिंह, उदय सिंह, आलोक सिंह, आनंद सिंह, संजय सिंह, प्रमोद सिंह समेत कई गणमान्य लोग
  • आगंतुकों का स्वागत शिवराम सिंह ने किया और धन्यवाद ज्ञापन Dr. Alok Singh व Dr. Anand Singh ने संयुक्त रूप से किया

स्मृति द्वार: भविष्य के लिए प्रेरणास्थल

यह स्मृति द्वार न केवल दिवंगत समाजसेवी की यादों को जीवित करता है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भी समाज सेवा, संस्कारयुक्त शिक्षा, शांति और सद्भाव का संदेश देगा। यह स्मारक एक ऐसे प्रेरणा केंद्र के रूप में काम करेगा जहाँ से नई पीढ़ी अपने जीवन में सकारात्मक ऊर्जा लेकर आगे बढ़ेगी।



पट्टी जमालापुर का यह ऐतिहासिक आयोजन इस बात का प्रतीक है कि जब समाज सेवा और संस्कार एक साथ आते हैं, तो पूरी पीढ़ी प्रेरणा लेती है। स्वर्गीय राजकुमार सिंह का जीवन आदर्श था और यह स्मृति द्वार उसी आदर्श का प्रतीक बनकर क्षेत्र और समाज को प्रेरित करता रहेगा।

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