Lucknow में डिलीवरी बॉय से महिला ने मंगाया सामान, जेल अफसर आया और सरेआम पीटा, वायरल वीडियो से मचा बवाल।
पहली मंज़िल पर सामान चढ़ाने से किया इनकार, फिर टूट पड़ा रौबदार जेल अफसर
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक डिलीवरी बॉय के साथ हुए बर्बर व्यवहार ने सोशल मीडिया पर सनसनी फैला दी है। पीड़ित डिलीवरी बॉय आदित्य यादव का एक वीडियो वायरल हो गया है, जिसमें देखा जा सकता है कि एक रौबदार व्यक्ति उसे बेरहमी से पीट रहा है। यह घटना लखनऊ के पीजीआई थाना क्षेत्र के सैनिक नगर इलाके की बताई जा रही है, जहां 2 जुलाई को यह शर्मनाक वाकया सामने आया।
डिलीवरी करने पहुंचा था युवक, महिला ने कहा- ऊपर आकर दो सामान
डिलीवरी बॉय आदित्य यादव, जो कि एक निजी कंपनी में कार्यरत है, तेलीबाग के 12 नंबर गली स्थित एक घर में पैकेज पहुंचाने गया था। घर में मौजूद महिला ने उससे कहा कि वह पहली मंज़िल पर आकर सामान दे जाए। इस पर आदित्य ने विनम्रता से जवाब दिया कि ऊपर लाने का चार्ज 200 रुपये अतिरिक्त है, यदि वह देना चाहें तो वह ऊपर आ सकता है। अन्यथा वह नीचे आकर सामान ले लें।
महिला ने कॉल किया किसी को, चंद मिनटों में पहुंचा SUV सवार
महिला द्वारा इनकार सुनने के कुछ ही पल बाद उसने किसी को फोन किया। कुछ ही देर में एक काले रंग की एसयूवी वहां आकर रुकी। उसमें से उतरा एक शख्स, जिसकी पहचान बाद में जेल विभाग के अधिकारी के रूप में हुई। उसने बिना किसी बातचीत के सीधा आदित्य यादव को पकड़ लिया और थप्पड़ों की बरसात कर दी।
पिटाई करते हुए मोबाइल छीना, धमकाकर नीचे गिराया
वीडियो फुटेज में यह साफ देखा जा सकता है कि अधिकारी ने डिलीवरी बॉय का मोबाइल छीन लिया और उसे धक्का देकर नीचे गिरा दिया। युवक ने हाथ जोड़कर माफी भी मांगी लेकिन अधिकारी का गुस्सा शांत नहीं हुआ। उसने आदित्य को कई थप्पड़ मारे, उसका हाथ मरोड़ा और उसे गेट के बाहर खदेड़ दिया।
कैमरे में कैद हुई बर्बरता, वीडियो हुआ वायरल
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है। वीडियो में साफ तौर पर दिख रहा है कि डिलीवरी बॉय बेहद डरा हुआ है और अधिकारी उस पर हाथ साफ कर रहा है। आसपास के लोग इस पूरे घटनाक्रम को देख रहे थे लेकिन कोई भी उसे बचाने नहीं आया।
वीडियो सामने आने के बाद पुलिस हरकत में आई
वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होते ही पीजीआई थाना प्रभारी को मामले की जांच का आदेश दे दिया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने घटना का संज्ञान लेते हुए जांच शुरू कर दी है। डिलीवरी बॉय की शिकायत पर मामला दर्ज करने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है।
आदित्य यादव ने बताया- 'मैंने कुछ गलत नहीं किया, सिर्फ नियम बताए थे'
घटना के बाद आदित्य यादव ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वह सिर्फ अपना काम कर रहा था। कंपनी की नीति के अनुसार पहली मंजिल पर सामान चढ़ाने का चार्ज अतिरिक्त होता है। उसने सिर्फ यही बात कही थी और मना नहीं किया था। लेकिन महिला ने अपनी ताकत दिखाने के लिए अधिकारी बुलवा लिया और फिर उसके साथ मारपीट की गई।
जेल विभाग की चुप्पी, आरोपी की पहचान पर सस्पेंस
हालांकि वीडियो में दिखाई दे रहे अधिकारी की पहचान स्पष्ट नहीं हो सकी है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि वह जेल विभाग का एक उच्चाधिकारी है। जेल प्रशासन की तरफ से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, जिससे मामले की गंभीरता और बढ़ गई है।
क्या वाकई कानून सिर्फ आम जनता पर लागू होता है?
इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या वर्दीधारी लोगों को कानून अपने हिसाब से तोड़ने-मरोड़ने की छूट है? एक सामान्य डिलीवरी कर्मी के साथ खुलेआम की गई मारपीट अगर वीडियो में ना आती, तो क्या कोई कार्यवाही होती?


0 टिप्पणियाँ
आपका विचार हमारे लिए महत्वपूर्ण है, कृपया अपनी राय नीचे लिखें।