Friendship Day 2025 में जानिए भारत में इसकी शुरुआत कब हुई, क्यों मनाया जाता है, क्या है महत्व और कैसे बनाएं इसे यादगार।
Friendship Day सिर्फ एक तारीख नहीं बल्कि एक भावना है। भारत में इस दिन को इसलिए खास माना जाता है क्योंकि हमारी संस्कृति में रिश्तों को सर्वोपरि रखा गया है। परिवार के बाद अगर कोई रिश्ता सबसे ज्यादा अहमियत रखता है, तो वह है दोस्ती का। दोस्त वो होते हैं जो मुश्किल वक्त में बिना किसी स्वार्थ के साथ खड़े होते हैं। इसलिए फ्रेंडशिप डे उन सभी जज़्बातों को मनाने का दिन है जो हम अपने दोस्तों के लिए महसूस करते हैं।
भारत में पहली बार कब मनाया गया था फ्रेंडशिप डे?
भारत में फ्रेंडशिप डे की शुरुआत 1997 के बाद के दशक में हुई मानी जाती है। हालांकि इसकी वैश्विक मान्यता 1935 में अमेरिका में हुई थी, लेकिन भारत में इसका ट्रेंड युवाओं के बीच 2000 के दशक में तेज़ी से बढ़ा। खासकर बॉलीवुड फिल्मों, कॉलेज कल्चर और सोशल मीडिया के चलते इस दिन को लेकर एक नई पीढ़ी में उत्साह देखने को मिला।
Friendship Day का भारत में पहला प्रचारित और मनाया गया आयोजन मानेसर और दिल्ली यूनिवर्सिटी जैसे कॉलेज कैंपसों में हुआ था, जहां छात्रों ने पहली बार फ्रेंडशिप बैंड्स, ग्रीटिंग कार्ड्स और सेलिब्रेशन के साथ इस दिन को खास बनाया।
दोस्ती का महत्व भारतीय संस्कृति में
भारतीय समाज में दोस्त को 'सखा', 'मित्र', 'यार', 'हमदम' जैसे शब्दों से नवाज़ा गया है। हमारे धार्मिक ग्रंथों में भी कृष्ण और सुदामा की दोस्ती को सबसे पवित्र माना गया है। यह रिश्ता किसी जाति, धर्म, वर्ग या उम्र का मोहताज नहीं होता। यही कारण है कि फ्रेंडशिप डे पर हर उम्र के लोग अपने दोस्तों को विश करते हैं, मिलते हैं और रिश्ते को मजबूत करते हैं।
फ्रेंडशिप डे के मौके पर दोस्ती के कुछ अनमोल Quotes
फ्रेंडशिप डे मैसेज जो दिल को छू जाए
दोस्तों संग वक्त बिताना क्यों है ज़रूरी?
तेजी से भागती जिंदगी में जब रिश्ते सिर्फ औपचारिकता बनते जा रहे हैं, दोस्ती ही है जो हमें असल इंसान बनाए रखती है। ऑफिस की थकान हो, परिवार का तनाव हो या दिल टूटने का दर्द – एक सच्चा दोस्त हर परेशानी में ढाल बनकर सामने आता है। इसीलिए समय-समय पर दोस्तों से मिलना, बातचीत करना, साथ बैठकर हंसना-रोना बेहद जरूरी हो जाता है।
Friendship Day पर यही सबसे बड़ा मैसेज है – वक्त निकालिए, एक फोन कीजिए, मिलिए और अपने उस रिश्ते को धन्यवाद दीजिए जिसने आपको आपके सबसे मुश्किल वक्त में संभाला।
इमोशनल फ्रेंडशिप रिलेशन: जब दोस्त परिवार से बढ़कर हो
हर किसी की जिंदगी में एक ऐसा दोस्त जरूर होता है जो परिवार से भी ज्यादा करीब होता है। उसके साथ न तो कोई औपचारिकता होती है, न कोई दिखावा। सिर्फ दिल की बात होती है। आज के दौर में जहां अकेलापन, डिप्रेशन और तनाव आम हो गया है, वहीं एक दोस्त की मौजूदगी सबसे बड़ी राहत है।
Friendship Day 2025 पर ऐसे रिश्तों को सेलिब्रेट करना सबसे जरूरी बन जाता है क्योंकि ये वही रिश्ते हैं जो बिना किसी शर्त के, सिर्फ प्यार से चलते हैं।
फ्रेंडशिप डे 2025 कैसे बनाएं यादगार?
इस बार का फ्रेंडशिप डे रविवार, 3 अगस्त को है। आप चाहें तो दोस्तों के साथ छोटा-सा गेट टुगेदर करें, पुरानी यादें ताज़ा करें, या फिर कोई ग्रुप ट्रिप प्लान करें। किसी दोस्त से सालों से बात नहीं की तो बस एक कॉल कर लीजिए, शायद उसे भी आपकी जरूरत हो।


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