ASP मुकेश प्रताप सिंह की पत्नी ने लगाई फांसी, परिजनों ने प्रताड़ना और हत्या की साजिश का लगाया आरोप, पुलिस जांच में जुटी।
लखनऊ में एएसपी की पत्नी ने की खुदकुशी, सवालों में घिरी पुलिसिया चुप्पी
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सीबी-सीआईडी में तैनात ASP मुकेश प्रताप सिंह की पत्नी नितेश की आत्महत्या ने पूरे प्रशासनिक सिस्टम को कटघरे में खड़ा कर दिया है। 12 साल की बेटी के सामने मां ने फांसी लगाकर जान दे दी। वहीं परिजनों ने दावा किया है कि ये सिर्फ आत्महत्या नहीं बल्कि मानसिक प्रताड़ना की पराकाष्ठा थी, जिसे अब पुलिस साजिश के एंगल से भी जांच रही है।
“तू पागल है, तेरा बेटा भी पागल है…” – ये शब्द बन गए मौत की वजह?
मृतका नितेश के भाई ने जो खुलासे किए हैं, वो दिल दहला देने वाले हैं। उनका कहना है कि मुकेश अक्सर अपनी पत्नी को 'पागल' कहकर मानसिक रूप से प्रताड़ित करता था। न सिर्फ नितेश, बल्कि उनके बेटे के लिए भी यही कहता था। घटना वाले दिन भी उसने यही शब्द कहे थे – "तू पागल है, तेरा बेटा भी पागल है", जिसके बाद आहत होकर नितेश ने आत्महत्या जैसा कठोर कदम उठा लिया।
सात महीने मायके में रही, फिर भी नहीं मिला चैन
नितेश के परिजनों का दावा है कि वह पति की प्रताड़ना से इस कदर परेशान थी कि वह करीब सात महीने तक मायके में रही। लेकिन हालात कुछ ऐसे बने कि उसे दोबारा ससुराल लौटना पड़ा। परिजनों का आरोप है कि पति ने जानबूझकर उसे मानसिक रूप से तोड़ा, और आखिरकार उसे आत्महत्या करने के लिए मजबूर कर दिया।
ASP मुकेश प्रताप सिंह थे ऑफिस में, बेटी ने देखा मां को फंदे पर
घटना के समय ASP मुकेश प्रताप सिंह अपने कार्यालय में मौजूद थे। घर पर उनकी पत्नी नितेश और 12 वर्षीय बेटी अनन्या थी। शाम करीब 4 बजे जब अनन्या कमरे से बाहर निकली और वापस लौटी, तो उसने अपनी मां को फांसी के फंदे पर लटका पाया। बच्ची की चीख सुनकर पड़ोसी इकट्ठा हो गए और पुलिस को सूचना दी गई।
पुलिस जांच में जुटी, परिजनों ने हत्या की साजिश का लगाया आरोप
घटना के बाद मौके पर सीनियर अधिकारी पहुंचे और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। पुलिस के अनुसार, प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का लग रहा है लेकिन मृतका के परिवार की शिकायत और आरोपों को गंभीरता से लेते हुए सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। डीसीपी आशीष कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि घटना की हर कड़ी को जोड़ा जा रहा है, ताकि वास्तविक कारण सामने आ सके।
महिला सम्मान और मानसिक शोषण पर फिर उठा सवाल
नितेश की मौत ने एक बार फिर से महिला सम्मान और घरेलू मानसिक प्रताड़ना के मुद्दे को उजागर कर दिया है। एक एएसपी की पत्नी होने के बावजूद जब एक महिला अपने आत्मसम्मान को न संभाल सकी तो समाज के बाकी हिस्सों की महिलाएं कितनी सुरक्षित हैं, यह सोचने पर मजबूर करता है। क्या पति की 'पागल' कहकर की गई बातें किसी महिला के लिए जानलेवा हो सकती हैं? नितेश की मौत इसका सबसे वीभत्स उदाहरण बन चुकी है।


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