गाजियाबाद में भारी बारिश के बाद बेसमेंट धंस गया, जिसमें 5 कारें समा गईं। जलजमाव और लापरवाही ने खोली GDA की पोल।
दिल्ली-एनसीआर में मूसलाधार बारिश, गाजियाबाद में तबाही का मंजर
दिल्ली-एनसीआर में बुधवार रात तेज बारिश ने एक बार फिर सिस्टम की नाकामी उजागर कर दी। गाजियाबाद के क्रॉसिंग रिपब्लिक क्षेत्र में स्थित एप्पल 7 सोसाइटी के बाहर बना पार्किंग एरिया रातोंरात जमीन में समा गया। यह घटना उस वक्त हुई जब वहां पार्क की गई 5 गाड़ियां धंस गईं। गनीमत रही कि हादसे में कोई जानमाल की हानि नहीं हुई, लेकिन इसने GDA की जलनिकासी व्यवस्था और निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए।
बेसमेंट धंसा, पार्किंग से गायब हुईं कारें
घटना रात लगभग 12 बजे की है जब सुशांत एक्वा कॉलेज के पास एप्पल 7 सोसाइटी की ओपन पार्किंग का लगभग 30 फीट गहरा और 30 फीट चौड़ा हिस्सा अचानक धंस गया। पार्क की गई 5 गाड़ियां और कुछ टू-व्हीलर इस खाई में समा गए। चारों ओर अफरा-तफरी मच गई। आनन-फानन में स्थानीय लोगों ने पुलिस और नगर निगम को सूचना दी।
स्थानीय निवासियों ने बताया कि यह जगह लंबे समय से जलनिकासी की समस्या से जूझ रही थी। लगातार बारिश के कारण ज़मीन कमजोर हो गई और आखिरकार यह हादसा हो गया।
क्रेन और JCB से निकाली गईं गाड़ियां, कार मालिकों में नाराजगी
मौके पर पहुंची नगर निगम की टीम ने क्रेन और जेसीबी की मदद से मिट्टी में दबी गाड़ियों को बाहर निकाला। कई वाहन बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके थे। एक कार मालिक ने नाराजगी जताते हुए कहा, “रात को जब पुलिस आई तो तीन घंटे तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। हमारी कार का भारी नुकसान हुआ है, लेकिन कोई अधिकारी जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं है।”
GDA के वॉटरप्रूफ दावे ध्वस्त, जलनिकासी व्यवस्था सवालों के घेरे में
इस घटना ने गाजियाबाद डेवलेपमेंट अथॉरिटी (GDA) की तमाम तैयारियों की पोल खोल दी है। बारिश के पहले ही दौर में ही सड़कें, पार्किंग और बेसमेंट धंसने लगे हैं। लोगों का आरोप है कि न तो ड्रेनेज सिस्टम है और न ही वक्त पर मेंटेनेंस होता है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि बारिश की हर सीजन में यह क्षेत्र जलभराव की समस्या से जूझता है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी सिर्फ कागजों में योजनाएं बनाकर बैठे रहते हैं।
कई इलाकों में घुटनों तक पानी, बिजली भी हुई गुल
गाजियाबाद के अन्य हिस्सों में भी बारिश का कहर देखने को मिला। कई कॉलोनियों और सोसाइटीज में घुटनों तक पानी भर गया। बिजली आपूर्ति बाधित रही और मदद के लिए कोई प्रशासनिक अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। लोग खुद ही जलभराव और ट्रैफिक जाम से निपटते नजर आए।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो, लोग बोले- कौन है जिम्मेदार?
इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें धंसी हुई गाड़ियां और पानी में डूबे इलाके साफ नजर आ रहे हैं। यूजर्स ने प्रशासन को आड़े हाथों लेते हुए पूछा है कि करोड़ों रुपये खर्च होने के बावजूद भी ड्रेनेज सिस्टम क्यों नहीं सुधरा?
बार-बार दोहराई जा रही तबाही, कोई सबक नहीं
यह पहला मौका नहीं है जब गाजियाबाद में बारिश के बाद इस तरह की घटनाएं सामने आई हों। पिछले वर्षों में भी कई बार पार्किंग और सड़कों के धंसने की घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन न तो कोई जवाबदेही तय हुई और न ही कोई स्थायी समाधान सामने आया।
अब एक बार फिर से GDA और नगर निगम के दावों पर सवाल उठ रहे हैं। क्या सिर्फ किस्मत का भरोसा कर सिस्टम की लापरवाही सहते रहना होगा, या फिर कोई ठोस कार्रवाई होगी?


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