बीकानेर के गुसाईसर बड़ा गांव में 10 साल के बच्चे की टाई से फांसी लगने से दर्दनाक मौत, परिवार में पसरा मातम
स्कूल की टाई बन गई मासूम की मौत की वजह
राजस्थान के बीकानेर जिले में उस वक्त मातम छा गया, जब गुसाईसर बड़ा गांव में एक 10 साल का मासूम खेलते समय टाई से फंदा लगने के कारण दम घुटने से मौत का शिकार हो गया। यह दर्दनाक घटना बुधवार को उस समय हुई जब बच्चा स्कूल से लौटने के बाद घर में खेल रहा था और उसकी बहन वहीं मौजूद थी।
खेल-खेल में फंदा बन गई टाई, मां आवाज देती रही
जानकारी के अनुसार, मृतक बच्चे का नाम कानाराम था। वह स्कूल से लौटने के बाद घर के एक कमरे में खेल रहा था। तभी खेलते-खेलते उसकी स्कूल यूनिफॉर्म की टाई पलंग के पीछे दीवार पर लगे हुक में फंस गई। जब वह टाई को निकालने की कोशिश कर रहा था, उसी दौरान वह फंदा बन गई और कसती चली गई। बच्चा बुरी तरह घबरा गया और दम घुटने लगा। वह बेहोश हो गया और ज़मीन पर गिर पड़ा।
मां रसोई में खाना बना रही थी और बच्चों को बुलाकर खाने के लिए आवाज दे रही थी। जब कोई जवाब नहीं आया तो वह कमरे में पहुंची, जहां बेटे को बेहोशी की हालत में देखकर चीख उठी। परिवार तुरंत उसे अस्पताल लेकर दौड़ा लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
बहन बन गई मूकदर्शक, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
जिस वक्त हादसा हुआ, कानाराम की छोटी बहन कमरे में ही मौजूद थी लेकिन वह कुछ समझ नहीं सकी। मासूम की मौत से पूरा परिवार गहरे सदमे में है। बच्चे की मां लगातार बेहोश हो रही है, जबकि पिता पेमाराम और दादा बेसुध से हैं। परिजनों ने कहा कि यह महज एक हादसा है, इसलिए वे किसी भी पुलिस कार्रवाई को नहीं चाहते। इसी वजह से मौके पर पहुंची पुलिस को बिना केस दर्ज किए लौटना पड़ा।
ग्रामीणों की भीड़ और गांव में छाया मातम
गांव के लोग जब इस हादसे की जानकारी मिली तो बड़ी संख्या में लोग पीड़ित परिवार के घर पहुंच गए। पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसरा है। जिस आंगन में रोज़ किलकारियां गूंजती थीं, अब वहां सिर्फ चीत्कारें और आंसुओं की आवाजें हैं। लोग इस घटना से स्तब्ध हैं कि एक मासूम की मौत इतनी असहाय और दर्दनाक हो सकती है।
डॉक्टरों ने जताई आशंका
अस्पताल के डॉक्टरों के अनुसार, मौत का कारण asphyxia यानी दम घुटना हो सकता है। टाई का दबाव लगातार गले पर पड़ने से सांस रुक गई, जिससे कुछ ही मिनटों में मस्तिष्क को ऑक्सीजन मिलनी बंद हो गई। यह एक प्रकार की accidental strangulation की घटना मानी जा रही है।
पुलिस को नहीं दी गई तहरीर, परिवार ने मना किया कार्रवाई से
मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने जब परिजनों से रिपोर्ट लिखवाने की बात की तो परिजनों ने यह कहकर इनकार कर दिया कि यह एक घरेलू हादसा है और वह कोई कानूनी कार्यवाही नहीं चाहते। फिलहाल पुलिस ने इस आधार पर कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं की है।
गुसाईसर बड़ा गांव की हकीकत: हादसों से अछूता नहीं
यह गांव बीकानेर जिले की डूंगरगढ़ तहसील में स्थित है, जहां पहले भी घरेलू हादसे सामने आ चुके हैं। मगर पहली बार किसी मासूम की जान इस तरह चली गई, जिसने पूरे इलाके को झकझोर दिया है।


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