रीना ने प्रेमी संग मिलकर पति रविंद्र को शराब पिलाकर बेरहमी से मार डाला, वजह थी 3 करोड़ की प्रॉपर्टी और लग्जरी लाइफ की चाह
लग्जरी की दीवानी रीना और 3 करोड़ की हवेली का खूनी राज
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से सामने आया रविंद्र हत्याकांड अब एक सनसनीखेज मोड़ पर पहुंच गया है। 54 वर्षीय कारोबारी रविंद्र सिंह की हत्या में उसकी पत्नी रीना सिंधु ही मास्टरमाइंड निकली। पुलिस पूछताछ में रीना ने माना कि उसने अपने प्रेमी परितोष के साथ मिलकर अपने पति की हत्या की, क्योंकि वह 3 करोड़ रुपए की हवेली बेचना चाहता था और यह बात रीना को मंजूर नहीं थी।
रीना को आलीशान जीवनशैली की इतनी लत लग चुकी थी कि वह इस संपत्ति को किसी भी हाल में नहीं गंवाना चाहती थी। उसे डर था कि मकान बिक गया तो लग्जरी ज़िंदगी खत्म हो जाएगी। इसी डर ने उसे खूनी बना दिया।
सोशल मीडिया क्वीन रीना और उसका रईसी मोह
रीना सिंधु की सोशल मीडिया प्रोफाइल्स उसकी रईसी की कहानी बयां करती हैं। महंगे होटल, लग्जरी कारें, डिजाइनर कपड़े—रीना की दुनिया इन्हीं चीज़ों के इर्द-गिर्द घूमती थी। पुलिस के मुताबिक, रीना ने अपने प्रेमी परितोष को रविंद्र की हत्या करने के बदले 10 लाख रुपये देने और शादी का वादा किया था।
रीना की दुनिया में दौलत ही सब कुछ थी, और उसे खोने के डर ने उसे खून के दलदल में धकेल दिया।
नशे में डुबोया, फिर फावड़े से मौत दी
पुलिस जांच के अनुसार, 1 जून को बिजनौर जिले के नगीना इलाके के सराय पुरैनी गांव में परितोष के घर पर रीना और रविंद्र की मुलाकात हुई। रीना के कहने पर रविंद्र को पहले शराब पिलाई गई। जब वह नशे में चूर हो गया, तब परितोष ने फावड़े से उस पर बेरहमी से हमला किया। कई वार किए गए, जब तक कि उसकी मौत नहीं हो गई।
इसके बाद दोनों ने शव को कार में डालकर 2 जून को उत्तराखंड के कोटद्वार के घने जंगल में फेंक दिया और लौट आए, मानो कुछ हुआ ही न हो।
हत्या के पीछे मकान की बिक्री बना कारण
रीना ने पुलिस को बताया कि रविंद्र ने शादी के वक्त मुरादाबाद का तीन करोड़ की कीमत वाला मकान गिफ्ट किया था। मकान की रजिस्ट्री दोनों के नाम पर थी। लेकिन हाल ही में आर्थिक तंगी के चलते रविंद्र उसे बेचना चाहता था। यही बात रीना को मंजूर नहीं थी क्योंकि इससे उसका भविष्य असुरक्षित हो जाता।
विवाद लगातार बढ़ता गया और रीना ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर कत्ल की योजना बना डाली।
पुलिस के सामने कबूला अपराध, गिरफ्तार हुआ प्रेमी जोड़ा
रविंद्र के लापता होने के बाद उसके भाई राजेश कुमार ने जब उत्तराखंड पुलिस को एक अज्ञात शव की सूचना दी, तो मामले की तहकीकात शुरू हुई। शव की पहचान रविंद्र के रूप में हुई और पुलिस ने मामले में तत्काल जांच तेज कर दी।
सीसीटीवी फुटेज और टेक्निकल सर्विलांस की मदद से पुलिस ने 15 जून को रीना और परितोष को बिजनौर से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में दोनों ने अपना गुनाह कबूल लिया है।
15 साल पुराना रिश्ता, 20 साल पुरानी पहचान
रविंद्र और रीना की मुलाकात करीब 20 साल पहले हुई थी। रीना, रविंद्र की दौलत से इतनी प्रभावित हुई कि 15 साल पहले दोनों ने शादी कर ली। हालांकि, ये रिश्ता प्यार से ज्यादा दौलत पर टिका हुआ था। रविंद्र ने अपनी पहली पत्नी और बेटे को छोड़ रीना के साथ नया जीवन शुरू किया था।
दोनों देहरादून में लिव-इन में रहे और बाद में शादी कर ली। उनकी एक बेटी भी है। लेकिन यह रिश्ता दौलत की नींव पर इतना खोखला था कि रीना ने अंततः पति की जान ही ले ली।
फिजियोथैरेपिस्ट थी रीना, लेकिन बन गई खूनी मास्टरमाइंड
रीना सिंधु पेशे से फिजियोथैरेपिस्ट थी लेकिन दिमाग से वह एक चालाक प्लानर निकली। उसने पूरी योजना बनाई—कब, कहां और कैसे हत्या की जानी है। शराब से लेकर शव ठिकाने लगाने तक, हर कड़ी को उसने खुद ही तय किया।
वह अपने प्रेमी को पूरी तरह अपने इशारों पर नचा रही थी और उसके सामने अपने पति को खत्म करने का सपना सजो चुकी थी।
कारोबारी की मौत ने खोले कई राज़
रविंद्र सिंह की मौत के बाद उसकी पुरानी जिंदगी के कई पन्ने खुलने लगे हैं। दिल्ली के राजौरी गार्डन में उसकी पहली पत्नी और बेटा अब भी रहते हैं, जिनसे उसने रिश्ता तोड़ दिया था।
रीना की गिरफ्तारी के बाद यह साफ हो गया कि वह केवल दौलत चाहती थी, प्यार नहीं। उसने अपने पति को सिर्फ एक रुकावट समझा और उसे दर्दनाक अंत दे दिया।


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