हरदोई में अवैध खनन से बने जल भरे गड्ढे में डूबे तीन मासूम, सीएम योगी ने जताया दुख, दोषियों पर कार्रवाई के आदेश दिए
हरदोई में मिट्टी माफिया ने छीना तीन घरों का उजाला
उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के टड़ियावां थाना क्षेत्र के गौरा डांडा गांव में एक हृदयविदारक हादसा सामने आया है। अवैध मिट्टी खनन से बने एक विशाल जल-गड्ढे में खेलते-खेलते तीन मासूम बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई। यह हादसा उस वक्त हुआ जब बच्चे खेतों के पास खेल रहे थे और अनजाने में उस गहरे जल से भरे गड्ढे की तरफ बढ़ गए, जो जेसीबी से हुए अवैध खनन का परिणाम था।
तीनों बच्चे थे मौसेरे भाई, एक ही परिवार में पसरा मातम
मरने वाले बच्चों की पहचान 7 वर्षीय दुर्गेश, कार्तिक और अवनीश के रूप में हुई है। तीनों बच्चे आपस में मौसेरे भाई थे और घर से कुछ ही दूरी पर खेत में खेल रहे थे। खेत के किनारे बने गहरे गड्ढे में बारिश का पानी भर चुका था, जो बच्चों के लिए मौत का कुंआ बन गया। परिजनों के अनुसार, इलाके में मिट्टी माफिया लंबे समय से अवैध खनन कर रहे थे और जेसीबी से बनाए गए इन गड्ढों को कभी भरा या सुरक्षित नहीं किया गया।
खेल-खेल में पहुंच गए गड्ढे के करीब, डूबने से गई जान
स्थानीय लोगों ने बताया कि बच्चे खेलते-खेलते अचानक उस गड्ढे की ओर बढ़ गए। किसी को भनक तक नहीं लगी कि वो कब पानी में समा गए। जब परिजनों ने उन्हें खोजा और आसपास के खेतों में देखा, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी और बच्चों को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
प्रशासन हुआ अलर्ट, घटनास्थल पर पहुंचे DM और SP
घटना की सूचना मिलते ही हरदोई के जिलाधिकारी अनुनय झा और पुलिस अधीक्षक नीरज जादौन मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने पीड़ित परिवारों को सांत्वना दी और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया। पुलिस ने तीनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
मुख्यमंत्री योगी ने जताया दुख, अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि दोषियों की पहचान कर उनके विरुद्ध कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए। साथ ही भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए खनन क्षेत्रों की जांच और निगरानी बढ़ाने के आदेश दिए हैं।
खनन माफिया की करतूतों पर उठे सवाल
यह घटना एक बार फिर अवैध खनन माफिया की लापरवाहियों को उजागर करती है। ग्रामीणों ने बताया कि जेसीबी से बेतहाशा खनन किए जाते हैं, जिससे बड़े-बड़े गड्ढे बन जाते हैं। इन गड्ढों को न भरा जाता है और न ही कोई चेतावनी चिन्ह लगाए जाते हैं। इस लापरवाही की कीमत अब तीन मासूमों की जान से चुकानी पड़ी है।
पुलिस जांच में जुटी, होगी FIR और गिरफ्तारी
पुलिस अधीक्षक ने कहा है कि इस मामले में जिम्मेदार लोगों की तलाश की जा रही है। प्रारंभिक जांच के आधार पर खनन में संलिप्त लोगों की पहचान की जा रही है। जल्द ही FIR दर्ज कर गिरफ्तारी की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।


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