काशी एक्सप्रेस में बम की सूचना से अफरा-तफरी मच गई। जंघई स्टेशन पर 3 घंटे रोकी गई ट्रेन, बम निरोधक दस्ते ने की तलाशी।
काशी एक्सप्रेस में बम की सूचना से मचा हड़कंप
उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में उस समय हड़कंप मच गया जब गोरखपुर से लोकमान्य तिलक जा रही काशी एक्सप्रेस (15018) ट्रेन में बम होने की सूचना रेलवे कंट्रोल रूम को मिली। यह कॉल एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा की गई थी, जिसमें बताया गया कि ट्रेन के S-1 से लेकर S-4 कोचों में बम रखा गया है। जैसे ही ट्रेन दोपहर करीब तीन बजे जंघई स्टेशन पहुंची, उसे तुरंत रोक दिया गया।
जंघई स्टेशन पर बम अलर्ट के बाद रोकी गई ट्रेन
सूचना मिलते ही रेलवे प्रशासन और स्थानीय पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया। जंघई स्टेशन पर ट्रेन को रोककर सुरक्षा बलों को अलर्ट कर दिया गया। रेलवे सुरक्षा बल (RPF), जीआरपी, मीरगंज थाने की पुलिस और प्रयागराज से विशेष बम निरोधक दस्ता मौके पर पहुंचा। अधिकारियों ने बिना देर किए सभी बोगियों की सघन जांच शुरू की।
RPF, जीआरपी और बम स्क्वॉड ने की संयुक्त तलाशी
ट्रेन की तलाशी की पूरी कमान आरपीएफ इंस्पेक्टर आलोक तिवारी, एसआई नागेन्द्र सिंह, जीआरपी प्रभारी अरुण कुमार मिश्रा और मीरगंज थाना प्रभारी विनोद कुमार अंचल ने संभाली। प्रयागराज से आए बम निरोधक दस्ते ने S-1 से लेकर S-4 तक के स्लीपर कोच और अन्य बोगियों की एक-एक सीट, सामान और यात्रियों के बैग तक की जांच की। हर संदिग्ध वस्तु की स्कैनिंग की गई, जिससे यात्रियों में भी भय का माहौल बन गया।
यात्री भी रहे तनाव में, कुछ देर के लिए रोका गया प्लेटफॉर्म मूवमेंट
बम की सूचना के बाद यात्रियों में दहशत फैल गई। प्लेटफॉर्म पर मौजूद अन्य लोग भी सतर्क हो गए। यात्रियों को ट्रेन से नीचे उतारकर पूरी ट्रेन को खाली करवाया गया। प्लेटफॉर्म पर मूवमेंट को कुछ देर के लिए रोका गया। अधिकारियों ने यात्रियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया और स्थिति को नियंत्रित किया।
तीन घंटे की मशक्कत के बाद नहीं मिला कोई विस्फोटक
करीब तीन घंटे तक चली जांच के बाद किसी भी प्रकार का बम या विस्फोटक सामग्री नहीं मिली। पूरी ट्रेन की बोगियों, शौचालयों, सीटों और सामान की तलाशी के बाद जब कुछ भी संदिग्ध नहीं पाया गया, तब जाकर अधिकारियों ने ट्रेन को गंतव्य की ओर रवाना करने का निर्णय लिया।
कॉल करने वाले की तलाश में जुटी पुलिस
रेलवे कंट्रोल रूम को जिस नंबर से बम की सूचना दी गई थी, उसकी जांच में पुलिस ने तेजी दिखाई है। कॉल डिटेल्स निकाली जा रही हैं और साइबर सेल की मदद से उस शख्स का पता लगाया जा रहा है जिसने यह अफवाह फैलाई। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि ऐसे फर्जी कॉल करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
स्टेशन अधीक्षक ने दी जानकारी
जंघई स्टेशन के अधीक्षक कोमल सिंह ने पुष्टि की कि ट्रेन में बम की सूचना मिलने पर तत्काल सभी जरूरी सुरक्षा उपाय किए गए। उन्होंने बताया कि बम निरोधक दस्ते ने पूरी ट्रेन की बोगियों की जांच की, लेकिन कोई भी विस्फोटक नहीं मिला। यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोपरि मानते हुए सभी प्रक्रियाएं अपनाई गईं।
अफवाह या साजिश? जांच में जुटी खुफिया एजेंसियां
इस मामले को लेकर खुफिया एजेंसियां भी सतर्क हो गई हैं। बम की सूचना को केवल एक मज़ाक या अफवाह नहीं माना जा रहा। एजेंसियां जांच कर रही हैं कि कहीं यह किसी बड़ी साजिश का हिस्सा तो नहीं था। खासकर ऐसे समय में जब ट्रेनों में सुरक्षा को लेकर पहले से ही हाई अलर्ट है, इस प्रकार की सूचनाएं चिंता बढ़ाने वाली हैं।
यात्रियों की मांग- फर्जी कॉलर को मिले सख्त सजा
इस घटना के बाद यात्रियों ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि ऐसी हरकतों से आम जनता को बेवजह डर और परेशानी झेलनी पड़ती है। लोग अपने गंतव्य की ओर समय से नहीं पहुंच पाते। यात्रियों ने मांग की है कि ऐसे झूठी सूचना देने वाले लोगों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए ताकि भविष्य में कोई भी ऐसी हरकत करने की हिम्मत न कर सके।
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