‘माफ करना प्रभु…’ कहकर चुराई भगवान की मूर्तियां! बरेली मंदिर में भावुक चोर की हरकत CCTV में कैद



बरेली में चोर ने मंदिर में मूर्तियां चुराने से पहले भगवान से माफी मांगी, पूरी वारदात CCTV में कैद, वीडियो वायरल


‘प्रभु, क्षमा करना…’ – चोरी से पहले सिर झुकाकर बोला चोर

उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में धार्मिक आस्था और अपराध के बीच एक अनोखा मामला सामने आया है जिसने लोगों को भावनात्मक रूप से झकझोर कर रख दिया है। आंवला कस्बे के पक्का कटरा मोहल्ले में स्थित श्री राधा कृष्ण मंदिर में रविवार तड़के एक अज्ञात चोर ने चोरी की वारदात को अंजाम दिया। लेकिन इस घटना को खास बनाती है उसकी भगवान से ‘माफी मांगने’ की हरकत, जो पूरी तरह मंदिर में लगे CCTV कैमरे में रिकॉर्ड हो चुकी है।

वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि चोर मंदिर के गेट पर रुकता है, हाथ जोड़ता है, सिर झुकाता है और संभवतः भगवान से क्षमा याचना करता है। इसके बाद वह भीतर जाकर अष्टधातु की 8 प्राचीन मूर्तियों को अपने थैले में भर लेता है और बिना किसी डर के वहां से चला जाता है।

5:35 AM की वारदात, CCTV में हर पल कैद

घटना सुबह करीब 5:35 बजे की है। मंदिर के पुजारी राजीव त्रिपाठी ने बताया कि जब वे सुबह मंदिर पहुंचे, तो देखा कि मुख्य गर्भगृह में मूर्तियां गायब थीं। तुरंत ही उन्होंने CCTV फुटेज खंगाला जिसमें चोर की पूरी गतिविधि स्पष्ट रूप से रिकॉर्ड हुई थी।

पुजारी ने पुलिस को सूचना दी और स्थानीय लोग भी मंदिर में जुट गए। मोहल्ले के निवासियों ने इस घटना को न सिर्फ चोरी, बल्कि धार्मिक भावना पर हमला बताया। बताया गया कि चोरी गई मूर्तियां अष्टधातु की थीं और इनकी कीमत लाखों रुपये में हो सकती है।

चोरी के बाद भावनात्मक बवाल, सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस

घटना का वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आने लगीं। कुछ लोगों ने चोर को मजबूरी का मारा ‘भक्त चोर’ बताया, वहीं कई लोगों ने कहा कि "अगर अपराध से पहले माफी मांगने से सब ठीक हो जाए, तो फिर जेलों की जरूरत ही क्यों है?"

लोगों का यह भी कहना है कि यह घटना बताती है कि अपराधियों में भी कहीं न कहीं आस्था जिंदा है, लेकिन वो इतनी कमजोर है कि पैसे का लोभ उस पर हावी हो जाता है।

सभासद बोले – धार्मिक भावनाओं को ठेस, प्रशासन जागे

स्थानीय सभासद पति संजय अग्रवाल उर्फ बॉबी ने प्रशासन से मांग की है कि इस मामले में जल्द से जल्द सख्त कार्रवाई हो। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ चोरी नहीं बल्कि समाज की आस्था पर गहरी चोट है। साथ ही मोहल्ले की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं कि इतनी बड़ी वारदात एक तंग गली के मंदिर में हो गई और किसी को भनक तक नहीं लगी।

पुलिस जांच में जुटी, चोर की तलाश जारी

बरेली पुलिस ने मंदिर से मिले CCTV फुटेज के आधार पर अज्ञात चोर की पहचान और तलाश शुरू कर दी है। थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और सीसीटीवी फुटेज से चोर की तस्वीरें निकालकर आसपास के इलाकों में सर्कुलेट कर दी गई हैं।

पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या यह चोर पहली बार इस इलाके में आया था या पहले से मंदिर की रेकी कर चुका था। वहीं चोरी गई मूर्तियों की बरामदगी के लिए आसपास के कबाड़ी और प्राचीन वस्तु डीलरों पर भी नजर रखी जा रही है।



आस्था पर चोट या मजबूरी का अपराध?

यह मामला इसलिए अलग है क्योंकि इसमें धर्म, अपराध और इंसान के अंतर्मन की जद्दोजहद एक साथ सामने आई है। वीडियो में चोर का ‘माफी मांगना’ यह दिखाता है कि वह जानता था कि जो कर रहा है वह गलत है — लेकिन इसके बावजूद उसने चोरी की। यह विरोधाभास ही इस घटना को चर्चा का विषय बना रहा है।

फिलहाल पुलिस की नजरें चोर पर हैं और इलाके के लोगों की उम्मीदें भी। आने वाले दिनों में यह स्पष्ट होगा कि अपराध की सजा मिलेगी या ‘माफ करना प्रभु…’ कहकर चुराई गई मूर्तियां कभी मंदिर लौटेंगी या नहीं।


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