दर्दनाक हादसा: बस से बाहर निकाली गर्दन… 11 साल के अली का सिर धड़ से अलग, शादी की रात मातम में बदली


हाथरस में बारात में शामिल 11 साल के बच्चे की सड़क हादसे में सिर कटने से दर्दनाक मौत, शादी की खुशियां मातम में बदलीं।


शादी की खुशियों में पसरा मातम, 11 साल के मासूम की सिर कटने से मौत

उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब बारात में शामिल एक 11 साल के मासूम की बस में गर्दन बाहर निकालने पर सिर कटकर मौत हो गई। दर्दनाक हादसा कैलोरा चौराहे के पास घटित हुआ, जहां एक परिवार शादी की खुशी में डूबा हुआ था लेकिन चंद पलों में ही सबकुछ उजड़ गया। जिस मासूम की हंसी से माहौल खुशनुमा हो रहा था, वही अब मौत की चुप्पी बन गया।

बस में गर्दन बाहर निकालना बना जानलेवा

जानकारी के अनुसार, मृतक बालक अली, अलीगढ़ जिले के मखदूम नगर का निवासी था। वह अपने दो चचेरे भाइयों की शादी में शामिल होने के लिए हाथरस के मोहरी गांव आ रहा था। बारात की बस जैसे ही कैलोरा चौराहे के पास पहुंची, अली ने उत्साह में बस की खिड़की से गर्दन बाहर निकाल दी। तभी पास से गुजर रहे तेज़ रफ्तार DCM ट्रक ने उसकी गर्दन को अपनी चपेट में ले लिया, जिससे अली का सिर धड़ से अलग हो गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई।

आंखों के सामने बच्चे की दर्दनाक मौत से दहले बाराती

हादसे के वक्त बस में मौजूद कई बारातियों की आंखों के सामने यह भयावह दृश्य घटित हुआ। लोग कुछ समझ पाते, इससे पहले ही बस चीखों से गूंज उठी। शादी की रौनक एक झटके में मातम में बदल गई। घटना की जानकारी मिलते ही अली के पिता, जो बारात की ही एक कार में सवार थे, मौके पर पहुंचे और बेटे का कटा हुआ सिर देखकर फूट-फूटकर रोने लगे।

मातम में बदली शादी की रात, गांव में पसरा सन्नाटा

गांव के लोग, जो शादी के उत्सव में मशगूल थे, अचानक चीखों और शोक में डूब गए। ढोल-नगाड़ों की जगह अब मातम और सन्नाटा था। अली की मौत ने परिवार की खुशियों को गहरे दुख में बदल दिया। परिजनों के अनुसार, अली दोनों दूल्हों का चचेरा भाई था। ऐसे में परिवार के निर्णय पर कुछ लोगों की उपस्थिति में शादी की रस्में जल्दी-जल्दी पूरी की गईं।

हादसे के बाद पुलिस की त्वरित कार्रवाई

घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने बस और ट्रक दोनों के चालकों को हिरासत में ले लिया है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। वहीं, इलाके में भारी संख्या में लोग जमा हो गए और घटना को लेकर आक्रोश भी देखने को मिला। फिलहाल, पुलिस दुर्घटना की पूरी जांच में जुटी है।

हादसे ने फिर उठाया सड़क सुरक्षा पर सवाल

यह घटना एक बार फिर से बच्चों की बस यात्रा के दौरान सुरक्षा उपायों की अनदेखी की ओर ध्यान खींचती है। खिड़की से बाहर झांकना कितना खतरनाक हो सकता है, यह इस हादसे ने साबित कर दिया। अली की मौत सिर्फ एक दुर्घटना नहीं, बल्कि सिस्टम और जागरूकता की गंभीर चूक है, जिसने एक मासूम की जान ले ली।

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