AC से निकला पानी इन्वर्टर बैटरी में डाला तो फटी बैटरी! जानिए कितना खतरनाक हो सकता है ये 'जुगाड़'



AC का पानी इन्वर्टर बैटरी में डालना कितना खतरनाक? जानिए क्या फटेगी बैटरी या हो सकता है बड़ा नुकसान, पूरी रिपोर्ट यहां पढ़ें


गर्मी में AC का जुगाड़ पड़ सकता है भारी, इन्वर्टर की बैटरी बन सकती है ब्लास्ट का कारण

गर्मी के दिनों में घरों में AC का चलना आम बात हो गया है और साथ ही यह भी आम हो गया है कि AC से लगातार पानी टपकता रहता है। कुछ लोग इस पानी को वेस्ट करने की बजाय उपयोग में लाना चाहते हैं, और इसी सोच के चलते कई बार यह सवाल सामने आता है कि क्या AC से निकले पानी को इन्वर्टर की बैटरी में डाला जा सकता है? इसका जवाब जितना सीधा है, उतना ही चौंकाने वाला भी।

क्या होता है AC से निकलने वाला पानी?

AC जब कमरे की हवा को ठंडा करता है तो उसमें मौजूद नमी ठंडी होकर पानी की बूंदों में बदल जाती है। यही पानी पाइप के जरिए बाहर गिरता है, जिसे "कंडेन्सेट वाटर" कहा जाता है। यह पानी पहली नजर में साफ नजर आता है, लेकिन असलियत में इसमें बहुत सी धूल, बैक्टीरिया, फंगस और AC की धातु से निकले केमिकल भी घुले हो सकते हैं। यही वजह है कि यह पानी किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस या बैटरी के लिए पूरी तरह सुरक्षित नहीं होता।

इन्वर्टर बैटरी में क्यों नहीं डालना चाहिए AC का पानी?

इन्वर्टर बैटरी एक बेहद सेंसिटिव सिस्टम होता है, जिसमें सिर्फ डिस्टिल्ड वाटर यानी डिस्टिल किया गया शुद्ध पानी ही डाला जाना चाहिए। अगर आप उसमें AC का पानी डाल देते हैं तो उसमें मौजूद धूल, केमिकल और अन्य अशुद्धियां बैटरी के अंदर केमिकल रिएक्शन को बिगाड़ सकती हैं। इससे बैटरी की क्षमता धीरे-धीरे खत्म हो सकती है, बैटरी लीकेज हो सकती है और गंभीर मामलों में बैटरी ब्लास्ट भी कर सकती है।

जानिए कैसे हो सकता है बड़ा नुकसान

जिन लोगों ने बिना जानकारी के AC का पानी इन्वर्टर बैटरी में डाला है, उन्हें बाद में भारी नुकसान झेलना पड़ा है। कभी बैटरी की प्लेटें खराब हो जाती हैं, तो कभी गैस लीक हो जाती है। इसके अलावा यह भी देखा गया है कि AC के पानी में बैक्टीरिया के कारण बैटरी के सेल्स में गंदगी जम जाती है, जिससे बैकअप समय तेजी से घटने लगता है।

AC का पानी दिखता है साफ, लेकिन होता है बेहद खतरनाक

लोगों को यह भ्रम होता है कि AC से निकला पानी तो बिल्कुल साफ है, इसमें कोई रंग या गंध नहीं है, इसलिए इसे इन्वर्टर बैटरी में इस्तेमाल किया जा सकता है। लेकिन आपको बता दें कि यह एक खतरनाक सोच है। यह पानी केवल RO या AC के फिल्टर से निकला टैंक वॉटर नहीं है, यह एक प्रकार का वेस्ट वाटर है जिसे सिर्फ पौधों में या मॉपिंग में ही यूज़ करना चाहिए।

बैटरी में कौन सा पानी डालना है सही?

इन्वर्टर बैटरी में इस्तेमाल के लिए केवल और केवल "डिस्टिल्ड वाटर" का ही उपयोग करें। यह पानी बिना किसी खनिज या अशुद्धियों के होता है और बैटरी की रासायनिक संरचना को नुकसान नहीं पहुंचाता। अगर आपके पास घर में डिस्टिल्ड वॉटर नहीं है, तो इसे आप किसी भी इलेक्ट्रॉनिक स्टोर या ऑनलाइन मार्केट से खरीद सकते हैं। इसकी कीमत भी बहुत ज्यादा नहीं होती और यह बैटरी की उम्र बढ़ाने में मदद करता है।

एक्सपर्ट की सलाह क्या कहती है?

बैटरी कंपनियों और इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर्स का कहना है कि इन्वर्टर की बैटरी में सिर्फ कंपनी द्वारा बताए गए नियमों के तहत ही पानी डालें। अनावश्यक प्रयोग से बैटरी की वारंटी भी खत्म हो सकती है और आपके घर की सुरक्षा को खतरा हो सकता है। इसके लिए समय-समय पर बैटरी की जांच भी जरूरी है और अगर कोई संदेह हो तो किसी अधिकृत तकनीशियन की मदद लें।

पानी के 'जुगाड़' में न बनाएं हादसे का रास्ता

बिजली कटौती के इस दौर में इन्वर्टर हमारे घर की जरूरत बन चुका है। लेकिन अगर आप थोड़ी सी लापरवाही दिखाते हैं और AC का पानी इन्वर्टर बैटरी में डाल देते हैं तो यह जुगाड़ एक दिन जानलेवा भी बन सकता है। इसीलिए जरूरी है कि AC के कंडेन्सेट पानी का सही इस्तेमाल करें—जैसे पौधों को पानी देना या फर्श पोछना, लेकिन इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में इसका प्रयोग सख्त मना है।

अगर आप चाहते हैं कि आपका इन्वर्टर लंबे समय तक चले और आपको किसी हादसे का सामना न करना पड़े, तो भूलकर भी AC के पानी को बैटरी में न डालें। सिर्फ डिस्टिल्ड वॉटर का ही इस्तेमाल करें और समय-समय पर बैटरी की सर्विस कराते रहें। जागरूक रहें, सुरक्षित रहे।।

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