सिर काटकर शव फेंका नाले में, 5000 CCTV से खुली कहानी! नोएडा की प्रीति की हत्या ऐसे की ड्राइवर ने प्लानिंग से…



नोएडा में नाले से मिली महिला की सिरकटी लाश, 5000 CCTV की जांच से खुला राज, शादी के दबाव में ड्राइवर ने की हत्या।


सिरकटी लाश, हजारों CCTV और एक सनसनीखेज खुलासा

नोएडा के सेक्टर-108 में 6 नवंबर को एक नाले में मिली सिरकटी महिला की लाश ने पूरे NCR में सनसनी फैला दी थी। शुरुआती जांच में कुछ खास सुराग नहीं थे। लेकिन पुलिस की हाई-टेक जांच, 5000 CCTV फुटेज की स्कैनिंग और 1100 गाड़ियों की ट्रैकिंग ने एक खौफनाक हत्याकांड से पर्दा उठा दिया। इस हत्या की जड़ें प्रेम, धोखा, ब्लैकमेलिंग और शादी के दबाव से जुड़ी थीं। इस केस की परतें खुलती गईं और अंत में सामने आया एक बस ड्राइवर, जिसने इस क्रूर वारदात को अंजाम दिया।

जब नाले से मिली थी सिरकटी महिला की लाश

6 नवंबर की सुबह नोएडा के सेक्टर-39 थाना क्षेत्र अंतर्गत सेक्टर-108 स्थित एक गहरे नाले में स्थानीय लोगों ने महिला का सिरकटा शव देखा। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को बाहर निकलवाया गया। शव की हालत इतनी बुरी थी कि सिर और दोनों हथेलियां गायब थीं, जिससे पहचान करना लगभग असंभव लग रहा था। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी।

पैरों के बिछुए से शुरू हुई पहचान की कड़ी

पुलिस के पास महिला की पहचान के लिए केवल एक सुराग था—पैरों की उंगलियों में पहना गया बिछुआ। इसी को आधार बनाकर जांच की शुरुआत हुई। नोएडा पुलिस ने 9 टीमें गठित कीं, जिनका काम था—बिछुए की तस्वीर को लेकर नोएडा, दिल्ली और आसपास के 40 थानों में जाकर लापता महिलाओं की सूची खंगालना। इस तकनीकी जांच में करीब 70 हजार मोबाइल नंबरों की कॉल डिटेल्स ट्रैक की गई और 5000 से ज्यादा CCTV कैमरों की फुटेज चेक की गई।

1100 गाड़ियों की ट्रैकिंग और बस की एक 'गड़बड़ी'

जांच के दौरान एक बस पर पुलिस की नजर गई, जो घटना वाले दिन लाइट बंद करके उस रास्ते से गुजरी थी जहां लाश मिली थी। बस का नंबर ट्रैक किया गया और पुलिस ने उस पर शक गहराया। CCTV से यह भी पता चला कि बस कुछ समय तक नाले के पास रुकी थी। जब पुलिस बस मालिक तक पहुंची तो वह ड्राइवर मोनू सोलंकी निकला, जो एटा जिले का निवासी था और नोएडा के बरौला गांव में रह रहा था।

आरोपी ड्राइवर और मृतका के बीच था प्रेम संबंध

जांच में मृतका की पहचान प्रीति यादव उर्फ प्रीति देवी (30 वर्ष) के रूप में हुई। वह बरौला में अपने दो बच्चों के साथ किराए पर रहती थी। उसका अपने पति से अलगाव हो चुका था और वह मोनू सोलंकी के साथ प्रेम संबंध में थी। वह मोनू पर दबाव बना रही थी कि वह अपनी पत्नी को छोड़कर उससे शादी करे। मोनू इसके लिए तैयार नहीं था और दोनों के बीच पैसों को लेकर भी विवाद चल रहा था।

धमकी बन गई मौत का कारण

पुलिस की पूछताछ में मोनू ने बताया कि प्रीति उस पर न सिर्फ शादी का दबाव बना रही थी बल्कि उसे यह धमकी भी दे रही थी कि वह उसकी बेटियों को लेकर पुलिस में शिकायत कर देगी और बलात्कार के आरोप लगा देगी। इन धमकियों और लगातार हो रहे झगड़ों से परेशान होकर मोनू ने प्रीति को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया।

5 नवंबर को रची गई हत्या की साजिश

5 नवंबर को दोपहर में मोनू ने प्रीति को बस में बैठाकर सेक्टर-105 ले गया। रास्ते में बस के सामने एक CNG पंप के पास मोनू ने परांठा और प्रीति के लिए मैगी खरीदी। बस के अंदर उन्होंने खाना शुरू किया लेकिन इसी दौरान दोनों के बीच फिर झगड़ा हुआ। झगड़ा बढ़ता चला गया और मोनू ने गुस्से में बस में ही रखा हुआ चापड़ निकाला और प्रीति की गर्दन पर वार कर दिया।

पहचान छिपाने के लिए सिर और हाथ काटे

हत्या के बाद मोनू ने सिर और दोनों हाथ काट दिए ताकि पहचान न हो सके। उसने शव के धड़ को नोएडा सेक्टर-108 के नाले में फेंक दिया और सिर व हाथों को बस में रख लिया। उसके बाद वह गाजियाबाद के सिद्धार्थ नगर गया और वहां उन अंगों को बस के नीचे कुचल दिया, जिससे शव की पहचान करना लगभग नामुमकिन हो जाए।

सिर, हथियार और सबूत नाले में फेंके

घटना को पूरी तरह से मिटाने के लिए मोनू ने हत्या में प्रयुक्त चापड़, शरीर के अंग, और बस की मैट को गाजियाबाद के अलग-अलग नालों में फेंक दिया। लेकिन पुलिस की साइबर और फॉरेंसिक टीम की पैनी निगाहों ने सारे सबूतों को तलाश निकाला। मोनू की गिरफ्तारी के बाद उसकी निशानदेही पर सारे साक्ष्य बरामद कर लिए गए।

बच्चों की गुमशुदगी से टूटा केस

जब पुलिस ने बरौला में मोनू के घर की पड़ताल की, तो पड़ोसियों से पता चला कि पिछले कुछ दिनों से उसके घर से दो बच्चे और एक महिला लापता हैं। पुलिस को शक और गहराया। फिर जब मोबाइल लोकेशन और बस ट्रैकिंग रिपोर्ट को मिलाकर जांच की गई तो सारा मामला साफ हो गया। पुलिस ने मोनू को हिरासत में लिया और कड़ी पूछताछ में उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया।

नोएडा पुलिस की हाईटेक जांच का कमाल

इस पूरे मामले को सुलझाने में नोएडा पुलिस की हाईटेक जांच प्रणाली और टीम वर्क की सराहना की जा रही है। 5000 CCTV फुटेज, 1100 गाड़ियों की ट्रैकिंग, और 70 हजार कॉल रिकॉर्ड्स की जांच के बाद हत्या के आरोपी को पकड़ना एक बड़ी कामयाबी मानी जा रही है।

आरोपी मोनू पर दर्ज हुआ हत्या का केस

फिलहाल आरोपी मोनू सोलंकी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। प्रीति की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी गर्दन और सिर पर गहरे कट के निशान पाए गए हैं। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि क्या हत्या की साजिश पहले से थी या गुस्से में मौके पर अंजाम दी गई।

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