UP का वो गांव जहां आज तक कोई पास नहीं हुआ… राम केवल ने तोड़ी परंपरा, हाईस्कूल पास कर रच दिया इतिहास!


बाराबंकी के निजामपुर गांव में पहली बार हाईस्कूल पास कर राम केवल ने रचा इतिहास, गांव में खुशी की लहर, डीएम ने किया सम्मानित।

UP के निजामपुर गांव की ऐतिहासिक कामयाबी, पहली बार हाईस्कूल पास करने वाले बने राम केवल

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले का Nizampur Village अचानक सुर्खियों में है। वजह बेहद खास है। गांव के इतिहास में पहली बार किसी छात्र ने Highschool Pass कर इतिहास रच दिया है। राम केवल नाम के होनहार छात्र ने इस बड़ी उपलब्धि को हासिल कर न सिर्फ अपने परिवार का नाम रोशन किया, बल्कि पूरे गांव के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बन गए।

गांव की बदली किस्मत, शिक्षा का नया अध्याय शुरू

आजादी के बाद से अब तक निजामपुर गांव में कोई भी छात्र हाईस्कूल की परीक्षा उत्तीर्ण नहीं कर सका था। लेकिन वर्ष 2025 में राम केवल ने वो कर दिखाया, जो गांव के लिए किसी सपने जैसा था। उन्होंने Rajkiya Inter College Ahmadpur से पढ़ाई कर बोर्ड परीक्षा पास की और इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज करा लिया।

राम केवल की मेहनत और मिशन पहचान की शानदार भूमिका

राम केवल की यह कामयाबी न सिर्फ उनकी कड़ी मेहनत का नतीजा है, बल्कि सरकार की Mission Pehchan जैसी शैक्षणिक योजनाओं ने भी इसमें बड़ी भूमिका निभाई। सीमित संसाधनों के बावजूद राम केवल ने अपने जुनून और समर्पण से यह असंभव सा लक्ष्य हासिल किया।

गांव में जश्न का माहौल, डीएम ने किया सम्मानित

राम केवल की इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर Barabanki DM Shashank Tripathi ने विशेष सम्मान दिया। उन्होंने राम केवल और उनके परिवार को बधाई देते हुए कहा कि यह सफलता गांव के दूसरे बच्चों के लिए प्रेरणा बनेगी। डीएम ने राम केवल के उज्जवल भविष्य की भी कामना की।

गांव के युवाओं के लिए बन गए मिसाल, शिक्षा की जगी नई उम्मीद

राम केवल ने निजामपुर गांव के युवाओं के लिए मिसाल कायम कर दी है। उनकी सफलता से गांव में शिक्षा के प्रति एक नई जागरूकता आई है। अब यहां के छात्र भी बड़े सपने देखने और उन्हें पूरा करने के लिए प्रेरित हो रहे हैं।

सीमित संसाधनों के बावजूद हौसला बना बना रहा राम केवल का साथी

गरीबी और सीमित सुविधाओं के बीच रहकर पढ़ाई करना आसान नहीं था, लेकिन राम केवल ने कभी हार नहीं मानी। उन्होंने यह साबित कर दिया कि Talent किसी सुविधा का मोहताज नहीं होता। उनकी सफलता इस बात का प्रमाण है कि अगर इच्छाशक्ति मजबूत हो तो कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है।

राम केवल की सफलता बनी पूरे गांव के लिए गर्व का विषय

आज निजामपुर गांव में सिर्फ राम केवल ही नहीं, बल्कि हर व्यक्ति खुशी से झूम रहा है। गांव में जश्न जैसा माहौल है और हर कोई राम केवल की तारीफ करते नहीं थक रहा। उनकी इस ऐतिहासिक उपलब्धि ने गांव को भी मानचित्र पर एक विशेष स्थान दिला दिया है।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ