जौनपुर में पशु तस्करों ने सिपाही को कुचलकर मार डाला, पुलिस ने मुठभेड़ में एक तस्कर को ढेर कर दो को घायल किया। CCTV में कैद वारदात।
जौनपुर में दरिंदगी की हदें पार: सिपाही को कुचला, तस्कर मुठभेड़ में मारा गया
उत्तर प्रदेश के जौनपुर से एक बार फिर दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। पशु तस्करी रोकने की कोशिश कर रहे पुलिसकर्मी को तस्करों ने पिकअप गाड़ी से बेरहमी से कुचलकर मार डाला। इस जघन्य वारदात की पूरी तस्वीर सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई, जिसने पूरे पुलिस महकमे को झकझोर कर रख दिया। जनता में आक्रोश है और सोशल मीडिया पर पुलिस की सख्ती की मांग उठ रही है।
घटना शनिवार को चंदवक थाना क्षेत्र के खुज्जी मोड़ के पास हुई। पुलिस को खबर मिली थी कि पशु तस्कर एक पिकअप गाड़ी में मवेशियों को भरकर आजमगढ़ की ओर जा रहे हैं। सूचना के आधार पर पुलिस ने नाकाबंदी की। इसी दौरान तेज रफ्तार से आती पिकअप को रोकने की कोशिश की गई। लेकिन गाड़ी चालक ने सिपाही दुर्गेश पर गाड़ी चढ़ा दी।
CCTV में कैद हुआ दिल दहलाने वाला मंजर
चंदवक थाने में तैनात सिपाही दुर्गेश गश्त पर थे, जब तस्करों ने उन्हें निशाना बनाया। वह सड़क किनारे खड़े होकर पिकअप को रुकने का इशारा कर रहे थे, लेकिन तस्कर जानबूझकर तेज रफ्तार में गाड़ी चलाते हुए उन पर चढ़ा ले गए। खून से लथपथ दुर्गेश को साथी पुलिसकर्मी तुरंत अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
एनकाउंटर में सलमान ढेर, दो घायल
इस बर्बर घटना के बाद पुलिस प्रशासन ने मोर्चा संभाल लिया। दस टीमें गठित की गईं और इलाके की घेराबंदी शुरू हुई। शनिवार रात कोइलारी गांव के पास तस्करों की लोकेशन ट्रेस होने के बाद पुलिस ने ऑपरेशन शुरू किया। दोनों पक्षों के बीच जबरदस्त मुठभेड़ हुई। फायरिंग में एक पशु तस्कर सलमान मारा गया जबकि उसके दो साथी गोली लगने से घायल हो गए। उन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पहले भी कर चुके थे हमला
बताया जा रहा है कि यही गैंग दो दिन पहले जलालपुर थानाक्षेत्र में भी पुलिसकर्मियों पर हमला कर चुका है। महिला चौकी प्रभारी समेत चार पुलिसकर्मियों को पिकअप से टक्कर मारकर घायल कर दिया गया था। लेकिन तब वे भागने में सफल हो गए थे। इस बार पुलिस ने उन्हें बख्शा नहीं।
पिकअप गाड़ी जब्त, जांच जारी
पुलिस ने तस्करों की पिकअप गाड़ी को कब्जे में ले लिया है। उसमें मवेशियों को तस्करी के लिए भरकर ले जाया जा रहा था। जांच में कई अहम सुराग हाथ लगे हैं, जिनसे बड़े नेटवर्क का खुलासा हो सकता है। पूरे जिले में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है और अन्य संदिग्धों की तलाश जारी है।
जनता में आक्रोश, पुलिस पर दबाव
इस घटना ने जिले भर में हड़कंप मचा दिया है। आम जनता में भारी आक्रोश है और सोशल मीडिया पर "जौनपुर में जंगलराज" जैसे ट्रेंड्स देखने को मिल रहे हैं। लोग सवाल कर रहे हैं कि आखिर कब तक पुलिसकर्मी जान गंवाते रहेंगे और तस्कर बेलगाम रहेंगे?
CM Yogi का सख्त संदेश संभव
हालांकि अभी तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार जल्द ही उच्चस्तरीय जांच और कड़े एक्शन के निर्देश दिए जा सकते हैं। योगी सरकार की 'जीरो टॉलरेंस' नीति के तहत पशु तस्करी जैसे मामलों में अब कोई ढील नहीं दी जाएगी।
क्या कहती है पुलिस?
एसपी जौनपुर ने मीडिया को बताया कि मारे गए तस्कर की पहचान सलमान के रूप में हुई है। उसके खिलाफ पहले भी कई मुकदमे दर्ज हैं। बाकी दोनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है और उन्हें कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा।
तस्करों के खिलाफ बनेगा गैंगस्टर एक्ट केस
पुलिस ने जानकारी दी है कि मृतक तस्कर और उसके दोनों साथियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत मुकदमा दर्ज कर आगे की जांच की जाएगी।
जौनपुर में तस्करी का नेटवर्क उजागर
पिछले कुछ महीनों में जौनपुर और आसपास के जिलों में पशु तस्करी की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं। माना जा रहा है कि यह कोई सामान्य मामला नहीं बल्कि एक संगठित गिरोह की करतूत है जो सीमा पार पशु ले जाकर अवैध बिक्री करता है। अब पुलिस इस पूरे नेटवर्क की जड़ तक पहुंचने के लिए छापेमारी कर रही है।
पुलिसकर्मी की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी
सिपाही दुर्गेश की शहादत ने एक बार फिर पुलिस की चुनौतियों को उजागर कर दिया है। जनता अब चाहती है कि इस तरह की घटनाओं पर पूरी तरह लगाम लगे और दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिले।
0 टिप्पणियाँ