BJP विधायक सुरेंद्र मैथानी की फॉर्च्यूनर से विधानसभा पास चोरी, आपराधिक इस्तेमाल की जताई आशंका, FIR दर्ज।
कानपुर में विधायक की गाड़ी से विधानसभा पास चोरी, बढ़ी सुरक्षा एजेंसियों की चिंता
कानपुर।
उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है जिसने सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ा दी है। यहां भाजपा के गोविंद नगर से विधायक और पार्टी के सचेतक सुरेंद्र मैथानी की फॉर्च्यूनर कार से विधानसभा में प्रवेश के लिए अनिवार्य पास चोरी हो गया है। मामला तब सामने आया जब विधायक ने कार को सर्विसिंग के लिए ‘सनी टोयोटा’ सर्विस सेंटर में जमा किया और लौटने पर पास गायब मिला।
कार सर्विसिंग के दौरान हुआ विधानसभा पास का ‘गायब’ खेल
विधायक सुरेंद्र मैथानी के मुताबिक, 17 मई 2025 को सुबह करीब 11 बजे उन्होंने अपनी निजी फॉर्च्यूनर कार को सर्विसिंग के लिए कानपुर के नामी सनी टोयोटा सर्विस सेंटर में दिया था। सर्विस के बाद 21 मई की शाम करीब 7 बजे जब गाड़ी उन्हें वापस मिली, तब गाड़ी पर चस्पा विधानसभा पास गायब था। विधायक ने जब इस बारे में जानकारी ली तो सर्विस सेंटर ने मौखिक रूप से बताया कि CCTV फुटेज के मुताबिक गाड़ी परिसर में पास के साथ दाखिल हुई थी लेकिन बाहर निकलते वक्त वह पास नहीं था।
क्या विधानसभा पास का हो सकता है आपराधिक इस्तेमाल?
विधानसभा पास की चोरी को लेकर विधायक ने गहरी चिंता जताई है। उन्होंने पुलिस में FIR दर्ज कराते हुए कहा है कि यह राज्य की सुरक्षा से जुड़ा गंभीर मामला है। विधायक ने तहरीर में लिखा है कि विधानसभा पास का इस्तेमाल किसी आतंकी, संगठित गिरोह या आपराधिक नेटवर्क द्वारा हो सकता है। ऐसी आशंका जताई गई है कि उनके नाम पर जारी विधानसभा पास का दुरुपयोग करके गंभीर अपराध को अंजाम दिया जा सकता है।
विधानसभा अध्यक्ष तक पहुंची तहरीर, MLA ने उठाए सवाल
विधानसभा पास जैसे संवेदनशील दस्तावेज की चोरी से जुड़े इस मामले में सुरेंद्र मैथानी ने विधानसभा अध्यक्ष को भी पत्र भेजा है। उन्होंने कहा कि चूंकि यह पास एक विधायक के नाम से जारी हुआ था, इसका ग़लत हाथों में जाना विधानसभा की सुरक्षा के लिए खतरा बन सकता है। विधायक का साफ कहना है कि सर्विस सेंटर पूरी तरह से जिम्मेदार है, क्योंकि कार पूरी तरह उनके नियंत्रण में थी। उन्होंने आरोप लगाया कि सर्विस सेंटर प्रबंधन की लापरवाही से यह गंभीर घटना हुई है।
FIR दर्ज, पुलिस जांच में जुटी
विधानसभा पास की चोरी के बाद विधायक द्वारा दर्ज कराई गई FIR पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और सर्विस सेंटर के स्टाफ से पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार मामला बेहद संवेदनशील है और उच्च अधिकारियों को इसकी जानकारी दी जा चुकी है। सर्विस सेंटर में लगे CCTV फुटेज को खंगाला जा रहा है और घटनाक्रम की बारीकी से जांच की जा रही है।
राजनीतिक गलियारों में मची हलचल, विधायक समर्थकों में नाराज़गी
यह मामला सामने आते ही राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। कई स्थानीय कार्यकर्ताओं ने इस पर विरोध जताते हुए कहा है कि एक जनप्रतिनिधि के साथ इस प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जा सकती। विधायक समर्थकों ने मांग की है कि सर्विस सेंटर के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि भविष्य में कोई इस तरह की दुस्साहसी हरकत न कर सके।
सवालों के घेरे में सर्विस सेंटर की सुरक्षा व्यवस्था
इस पूरी घटना के बाद सर्विस सेंटर की सुरक्षा व्यवस्था पर भी कई सवाल खड़े हो गए हैं। आम ग्राहकों की कारों के साथ अगर इस तरह से छेड़छाड़ हो सकती है, तो क्या सर्विस सेंटर अपने परिसर में कोई चेकिंग या इन्वेंट्री नहीं करता? विधायक ने भी यही सवाल उठाया है कि अगर गाड़ी में कोई कीमती सामान या संवेदनशील दस्तावेज हो, तो उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी किसकी होगी?
विधानसभा पास की चोरी के मायने क्या?
उत्तर प्रदेश विधानसभा का पास कोई साधारण दस्तावेज नहीं होता। यह पास विधानसभा भवन में बिना किसी जांच के सीधे प्रवेश की अनुमति देता है। ऐसे में अगर यह गलत हाथों में चला जाए तो राज्य की सुरक्षा, कानून व्यवस्था और विधानसभा की पवित्रता पर खतरा उत्पन्न हो सकता है।
अब निगाहें पुलिस जांच और विधानसभा अध्यक्ष के निर्णय पर
विधायक सुरेंद्र मैथानी के इस मामले ने राज्य में सुरक्षा को लेकर एक नई बहस को जन्म दे दिया है। अब सभी की निगाहें पुलिस की जांच और विधानसभा अध्यक्ष के रुख पर टिकी हैं। क्या दोषियों की पहचान हो पाएगी? क्या विधानसभा पास का गलत इस्तेमाल रुकेगा? यह तो आने वाला समय ही बताएगा।
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