बदमाशों ने भाई को मारा, गहने लूटे… SP की पत्नी बोलीं- अब ये दुल्हन मेरी बहन है! शादी से पहले परिवार में दर्द, फिर पुलिस ने दिखाई दरियादिली



गोंडा में शादी से पहले डकैती और हत्या, SP की पत्नी ने पहुंचकर दिया जेवर, कहा- अब ये लड़की मेरी बहन है। दिल छू लेगी कहानी।


गोंडा में शादी से पहले तबाही, फिर पुलिस की ममता बन गई फरिश्ता!

उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले से एक ऐसी कहानी सामने आई है जो पहले रुला देती है, फिर गर्व से सीना चौड़ा कर देती है। उमरीबेगमगंज थाने के अंतर्गत आने वाले गांव में बेटी की शादी की तैयारियों के बीच दर्दनाक घटना घटी जब चोरों ने घर में धावा बोल दिया, गहनों समेत कीमती सामान लूट लिया और विरोध करने पर लड़की के भाई को गोली मार दी गई। शादी की खुशियों से भरा घर चंद मिनटों में मातम में बदल गया।

भाई की हत्या, शादी के गहने लूटे, फिर पहुंचीं SP की पत्नी

24 अप्रैल की रात देवीदीन के घर पर अज्ञात बदमाशों ने हमला बोला। घर में बेटी की शादी के लिए रखे गहनों पर हाथ साफ किया गया। घर का एक सदस्य जब जागा तो बदमाशों ने उसे गोली मार दी, जिससे उसकी मौत हो गई। घटना ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया।

ऐसे समय में जब परिवार टूट चुका था, मदद का हाथ बढ़ाया गोंडा पुलिस ने—और वो हाथ था खुद गोंडा के पुलिस अधीक्षक की पत्नी तन्वी जायसवाल का। वामा सारथी पुलिस वेलफेयर एसोसिएशन की अध्यक्ष होने के साथ-साथ एक महिला होने के नाते उन्होंने जो किया, वो हर किसी के दिल को छू गया।

SP की पत्नी ने किया ऐलान—"अब ये दुल्हन मेरी बहन है"

तन्वी जायसवाल जब पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचीं, तो उन्होंने सिर्फ सांत्वना नहीं दी, बल्कि वो सब कुछ दिया जो एक बहन की शादी में होता है—सोने-चांदी के गहने, फ्रिज, जरूरी सामान और 1 लाख 51 हजार रुपये की आर्थिक सहायता। उनके इन शब्दों ने सभी को भावुक कर दिया—"अब ये दुल्हन मेरी बहन है।"

पुलिस ने दिखाई दरियादिली और दमदार एक्शन

घटना के बाद गोंडा पुलिस हरकत में आई और ताबड़तोड़ कार्रवाई की। चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और गिरोह के दो इनामी बदमाश—सोनू पासी उर्फ भूरे और ज्ञान चंद्र—को मुठभेड़ में मार गिराया गया। दोनों पर एक-एक लाख का इनाम घोषित था।

शादी अब 5 जून को, पुलिस बनी परिवार

शादी अब तय समय पर यानी 5 जून को होगी। इस बार कोई डर नहीं, कोई मातम नहीं—बल्कि एक नई शुरुआत होगी। और उस शुरुआत का हिस्सा होगी गोंडा पुलिस, जिसने सिर्फ अपराधियों को नहीं पकड़ा, बल्कि एक बिखरे परिवार को जोड़ने का काम किया।

SP की पत्नी के साथ पहुंचे जिले के बड़े अधिकारी

इस पूरे आयोजन में क्षेत्राधिकारी तरबगंज उमेश्वर प्रभात सिंह, प्रभारी निरीक्षक नरेंद्र राय और पुलिस टीम के कई सदस्य मौजूद रहे। सबने मिलकर यह यकीन दिलाया कि पुलिस सिर्फ डंडे नहीं चलाती, जरूरत पर दिल भी खोलती है।

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