लखनऊ के लोकबंधु अस्पताल में भीषण आग, ICU में जलकर 1 मरीज की मौत, 200 से अधिक मरीज शिफ्ट, गांव में मची अफरा-तफरी।
भीषण अग्निकांड से लखनऊ में मची दहशत, ICU में जलकर एक की मौत
राजधानी लखनऊ के लोकबंधु अस्पताल में सोमवार रात को ऐसा मंजर देखने को मिला, जिसने लोगों की रूह कंपा दी। शॉर्ट सर्किट से उठी चिंगारी ने कुछ ही पलों में अस्पताल को आगोश में ले लिया। आग की लपटों ने ICU समेत तीन वार्डों को अपनी चपेट में ले लिया। इस दौरान एक मरीज की जान चली गई, जबकि 200 से अधिक मरीजों को आनन-फानन में दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट करना पड़ा।
टॉर्च की रोशनी में ICU से निकाले गए मरीज, छाई रही चीख-पुकार
अस्पताल की बिजली काट दी गई थी ताकि आग न फैले, लेकिन अंधेरे में मोबाइल की टॉर्च और मुंह पर कपड़े बांधकर तीमारदार, नर्सें और डॉक्टर्स जान बचाने में जुटे रहे। ICU और फीमेल मेडिसिन वार्ड में 50 से ज्यादा मरीज भर्ती थे, जिन्हें बचाने के लिए अफरा-तफरी मच गई।
ऑक्सीजन प्लांट फटने का डर, गांव के लोग घर छोड़कर भागे
अस्पताल से कुछ ही दूरी पर बसे परिगवां गांव में अफवाह फैल गई कि आग अस्पताल के ऑक्सीजन प्लांट तक पहुंच गई है। डर से लोगों ने देर रात अपने घर छोड़ दिए और बच्चों को लेकर सड़क पर निकल आए। चारों ओर डर का माहौल था, जैसे किसी विस्फोट की आशंका हो। रात करीब 1 बजे जब आग पर काबू पाया गया, तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली।
डिप्टी सीएम मौके पर, बोले- हालात नियंत्रण में हैं
राज्य के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक खुद हालात पर नजर बनाए हुए थे। उन्होंने कहा, "200 से ज्यादा मरीजों को सुरक्षित निकाला गया है। फायर ब्रिगेड की टीमों ने आग को काबू कर लिया है। किसी और के हताहत होने की सूचना नहीं है।"
सिविल और केजीएमयू में भर्ती हुए घायल मरीज, दो ICU में
घटना के तुरंत बाद मरीजों को लखनऊ के सिविल अस्पताल और KGMU में शिफ्ट किया गया। सिविल अस्पताल के निदेशक डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि "करीब 24 मरीज आए हैं जिनमें से दो की हालत गंभीर थी, जिन्हें ICU में एडमिट किया गया है। बाकी सभी मरीज स्थिर हैं।"
ट्रॉमा सेंटर प्रभारी बोले- सभी डॉक्टर अलर्ट पर
ट्रॉमा सेंटर प्रभारी डॉ. विपिन मिश्रा ने बताया कि "हमारे पास 5 मरीज लाए गए हैं। सभी की हालत अब सामान्य है। सभी विभागों के डॉक्टर अलर्ट मोड में हैं और इलाज जारी है।"
भीषण धुएं ने ली एक मरीज की जान, पोस्टमॉर्टम से होगा खुलासा
धुएं और आग की चपेट में आए एक मरीज की मौके पर ही मौत हो गई। मृतक के शव को मोर्चरी में रखवाया गया है, ताकि मौत के असल कारण का पोस्टमॉर्टम से पता लगाया जा सके।
आग बुझाने में जुटी रहीं फायर ब्रिगेड की 6 से ज्यादा गाड़ियां
रात करीब 1 बजे तक फायर ब्रिगेड की टीमें आग बुझाने में लगी रहीं। अस्पताल परिसर में भारी धुआं और लपटों के बीच दमकलकर्मियों ने जान जोखिम में डालकर बचाव कार्य किया। आईसीयू, महिला वार्ड और जनरल वार्ड की हालत सबसे खराब बताई जा रही है।
मंगलवार सुबह पसरा रहा सन्नाटा, मुआयना कर रही प्रशासनिक टीम
घटना के अगले दिन मंगलवार सुबह अस्पताल में सन्नाटा पसरा रहा। मौके पर प्रशासनिक टीम और जांच अधिकारी पहुंचे। अस्पताल की दूसरी मंजिल जहां आग लगी थी, वहां चारों ओर जले हुए बेड, टूटी छतें और जल चुके उपकरणों का मंजर दिल दहला देने वाला था।
नियमानुसार सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल, प्रशासन की जांच जारी
लोकबंधु अस्पताल में लगी आग ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं – क्या अस्पताल में फायर सेफ्टी सिस्टम काम कर रहा था? क्या इमरजेंसी अलार्म सक्रिय था? क्या ऑक्सीजन पाइपलाइन को तुरंत बंद किया गया? जांच के लिए जिला प्रशासन ने उच्चस्तरीय टीम गठित कर दी है।
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