वाराणसी गैंगरेप केस में 23 आरोपियों में 13 अरेस्ट, PM Modi की नाराजगी के बाद DCP चंद्रकांत मीणा हटाए गए, 10 आरोपी अब भी फरार।
19 साल की बेटी को नोचते रहे 23 दरिंदे, एक हफ्ते तक गैंगरेप! अब गिरी पुलिस पर गाज, पीएम मोदी के गुस्से से हिली सरकार
DCP चंद्रकांत मीणा हुए सस्पेंड, डीजीपी ऑफिस अटैच
वाराणसी में हुई शर्मनाक घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। 19 वर्षीय युवती से 23 लोगों द्वारा गैंगरेप की वारदात ने न सिर्फ कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए, बल्कि इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीखी प्रतिक्रिया भी सामने आई। इसी के बाद शासन ने तत्काल प्रभाव से डीसीपी वरुणा जोन चंद्रकांत मीणा को उनके पद से हटाकर डीजीपी ऑफिस अटैच कर दिया है।
एक नहीं, दो नहीं… पूरे 23 हैवानों ने बारी-बारी से किया रेप
लालपुर पांडेयपुर थाना क्षेत्र की इस बेटी के साथ एक हफ्ते तक अलग-अलग जगहों पर हैवानियत होती रही। मेडिकल रिपोर्ट ने पुष्टि की कि युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ है। यही नहीं, उसे हेपेटाइटिस-बी भी हो चुका है।
अब तक 13 आरोपी सलाखों के पीछे, 10 फरार… पुलिस की तलाश जारी
इस मामले में पुलिस ने 12 नामजद और 11 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया था। अब तक 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। शेष 10 की तलाश में पुलिस टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं। होटल, स्पा, बार, कैफे – हर संदिग्ध ठिकाने पर पुलिस की नजर है।
PM Modi का सख्त एक्शन, DCP की बलि
जैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वाराणसी की इस दरिंदगी की जानकारी मिली, मामले में तेजी आई। सूत्रों का कहना है कि पीएमओ ने खुद इसपर गंभीर नाराजगी जताई। सीएम योगी आदित्यनाथ को सख्त कदम उठाने के निर्देश मिले। नतीजा – DCP चंद्रकांत मीणा का तबादला।
बीएचयू अस्पताल में जिंदगी से लड़ रही पीड़िता
19 साल की युवती इस समय बीएचयू के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती है। डॉक्टरों का कहना है कि वह शारीरिक रूप से बेहद कमजोर है, इसलिए उसे हाई लेवल ट्रीटमेंट के लिए हायर सेंटर रेफर किया गया है।
वाराणसी में महिला अपराध पर नहीं लग रही लगाम
गैंगरेप की यह घटना पहली नहीं है। इसी थाना क्षेत्र में सोमवार को ही एक पांच साल की बच्ची के साथ छेड़खानी की घटना दर्ज की गई है। इससे साफ है कि अपराधियों में पुलिस का खौफ न के बराबर है।
थानों में घुसकर हो रही छापेमारी, फिर भी नतीजा सिफर
शासन के निर्देश पर पुलिस कैफे, स्पा और होटलों में छापेमारी तो कर रही है, लेकिन महिला अपराधों में कमी नहीं दिख रही। समाज में दहशत का माहौल है, खासकर महिलाओं में।
राजनीतिक गलियारों में भी खलबली, विपक्ष हमलावर
विपक्षी दलों ने इस घटना को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। सपा-बसपा और कांग्रेस के नेताओं ने महिला सुरक्षा को लेकर सरकार की गंभीरता पर सवाल उठाए हैं। वहीं भाजपा की ओर से अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिलाया गया है।
गिरफ्तार हुए आरोपियों की पहचान हुई, लेकिन कुछ अभी भी अज्ञात
पुलिस ने जिन 13 आरोपियों को पकड़ा है, उनमें कुछ पीड़िता के जानकार थे, जबकि कुछ उसके इलाके के ही रहने वाले थे। कई अज्ञात आरोपियों की पहचान के लिए पुलिस अब सीसीटीवी, कॉल डिटेल्स और सोशल मीडिया चैट्स की जांच कर रही है।
योगी सरकार के लिए बनी इम्तिहान की घड़ी
वाराणसी पीएम मोदी का संसदीय क्षेत्र है, और ऐसे में इस प्रकार की घटना होना सरकार की साख पर चोट है। सीएम योगी आदित्यनाथ पहले ही साफ कर चुके हैं कि महिला अपराधों पर ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति है, लेकिन जमीन पर हालात कुछ और ही बयां कर रहे हैं।
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