समलैंगिक इश्क ने मिटा दी मज़हब की दीवार! हरदोई में हिंदू-मुस्लिम लड़कियों ने थाने में कहा- "हमारी शादी करा दो




हरदोई में हिंदू-मुस्लिम लड़कियों का समलैंगिक इश्क पहुंचा थाने, बोलीं- परिजन नहीं माने तो पुलिस हमारी शादी कराए।


हरदोई में समलैंगिक प्रेम ने मचाई सनसनी, हिंदू-मुस्लिम लड़कियों ने रचाई साथ जीने की साजिश!
उत्तर प्रदेश के हरदोई से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है जिसने इलाके में चर्चा का तूफान खड़ा कर दिया है। यहां दो युवतियां—जिनमें से एक हिंदू है और दूसरी मुस्लिम—एक-दूसरे के प्रेमजाल में इस कदर बंध चुकी हैं कि उन्होंने अब शादी करने की ठान ली है। दोनों अपने-अपने परिवारों के विरोध के बावजूद थाने पहुंचीं और पुलिस से साफ कह दिया—“हमें साथ रहना है, हमारी शादी करवा दीजिए।”

इश्क ने बदल डाले रिश्तों के मायने, घरवालों के विरोध पर पुलिस से मांगी सुरक्षा
शाहबाद कोतवाली क्षेत्र की इन दो प्रेमिकाओं का रिश्ता धीरे-धीरे परवान चढ़ा। दोनों लड़कियां अब साथ रह रही हैं। जैसे ही यह बात घरवालों को पता चली, तो विरोध का सिलसिला शुरू हो गया। घरवालों ने इस रिश्ते को सिरे से नकारते हुए जमकर बवाल काटा, लेकिन इन लड़कियों ने हार नहीं मानी। उन्होंने अपने हक के लिए पुलिस का सहारा लिया और थाने पहुंचकर गुहार लगाई कि हमें अलग किया जा रहा है, हमारी शादी करवाई जाए और सुरक्षा दी जाए।

"हमें साथ रहना है… कोई हमें अलग न करे", थाने में बोलीं दोनों प्रेमिकाएं
पुलिस सूत्रों के अनुसार, जब दोनों लड़कियां थाने पहुंचीं, तो वहां मौजूद स्टाफ भी हैरान रह गया। इस तरह का मामला पहली बार उनके सामने आया था। पुलिस ने तुरंत दोनों को बैठाकर काउंसलिंग शुरू की और परिजनों को भी बुला भेजा।

कोतवाल बाहर, सिपाही परेशान, मामला पहुंचा ASP तक
कोतवाली प्रभारी ब्रजेश राय उस समय कोर्ट में थे, ऐसे में मौजूद सिपाहियों ने मामला अपने वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचाया। अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी मार्तंड प्रकाश सिंह ने इस मामले को बेहद गंभीरता से लिया और निर्देश दिया कि दोनों की गहन काउंसलिंग की जाए।

ASP बोले- “हकीकत सामने आने पर होगी जरूरी कार्रवाई”
अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि दोनों लड़कियां साथ रहने की जिद पर अड़ी हैं। एक हिंदू है और दूसरी मुस्लिम। परिजन इसका कड़ा विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस हर पहलू की जांच कर रही है और जो भी सच्चाई सामने आएगी, उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।

पुलिस की दुविधा—कानून की मर्यादा Vs प्रेम की आज़ादी
अब पुलिस के लिए यह मामला बेहद संवेदनशील बन गया है। एक तरफ सामाजिक मर्यादा, दूसरी तरफ संविधान द्वारा दिए गए समान अधिकार और समलैंगिकता को वैधानिक मान्यता। पुलिस न तो लड़कियों को जबरन अलग कर सकती है और न ही सामाजिक दबाव में आकर निर्णय ले सकती है।

प्रेम के आगे बेबस समाज, अब थाने की दहलीज़ पर खड़ी मोहब्बत
यह पूरा मामला न सिर्फ हरदोई बल्कि प्रदेश भर में चर्चा का विषय बन गया है। जहां लोग इस प्रेम कहानी को धर्म और संस्कृति के विरुद्ध मान रहे हैं, वहीं कुछ लोग इसे ‘इश्क के इंकलाब’ का नाम दे रहे हैं।

क्या पुलिस कराएगी दो धर्मों की प्रेमिका की शादी? अब सबकी निगाहें इस फैसले पर
अब देखना यह होगा कि पुलिस की काउंसलिंग के बाद क्या दोनों लड़कियों की मोहब्बत को वैधानिक मान्यता मिलती है या सामाजिक तानों और परिजनों के विरोध के आगे ये रिश्ता टूट जाता है।

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