'दे दे प्यार दे' गाते हुए महिला SDO का नाम लिया, JE का वीडियो वायरल, लखनऊ पहुंचते ही सस्पेंड!


बुलंदशहर में JE ने महिला SDO का नाम लेकर 'दे दे प्यार दे' गाया, वीडियो वायरल होने पर सस्पेंड, बिजली विभाग में मचा हड़कंप।


बुलंदशहर: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने पूरे विद्युत विभाग में हड़कंप मचा दिया है। निजीकरण के विरोध में लखनऊ जा रहे जूनियर इंजीनियरों के बीच एक JE ने महिला SDO का नाम लेते हुए फिल्मी गाना 'दे दे प्यार दे' गाया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो वायरल होते ही विभाग ने तुरंत कार्रवाई करते हुए जूनियर इंजीनियर संजीव कुमार को सस्पेंड कर दिया।

बस में मस्ती, वीडियो में फंसे JE संजीव कुमार
जानकारी के मुताबिक, बुलंदशहर के बिजलीघर नंबर दो पर तैनात जूनियर इंजीनियर संजीव कुमार अपने साथियों के साथ एक बस से राजधानी लखनऊ निजीकरण के विरोध प्रदर्शन में शामिल होने जा रहे थे। रात के सफर में माहौल हल्का करने के लिए गाना-बजाना शुरू हुआ। इसी दौरान संजीव कुमार ने 'दे दे प्यार दे' गाने पर डांस करते हुए विभाग की महिला SDO का नाम लेना शुरू कर दिया।

वीडियो वायरल होते ही हड़कंप, महिला SDO ने दी शिकायत
बस में बैठे किसी व्यक्ति ने इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वीडियो के वायरल होते ही महिला SDO ने इस पर कड़ा एतराज जताते हुए विभागीय अधिकारियों से शिकायत की। महिला अधिकारी की शिकायत के बाद वरिष्ठ अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से लिया और तुरंत संजीव कुमार को निलंबित कर दिया।

वरिष्ठ अधिकारियों ने दिखाई सख्ती, दिया सख्त संदेश
बिजली विभाग ने साफ कर दिया है कि इस तरह की अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अधिकारी वर्ग ने स्पष्ट कर दिया है कि सरकारी ड्यूटी के दौरान किसी भी तरह की अशोभनीय हरकत करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी गई है।

निजीकरण के विरोध में थी यात्रा, लेकिन बिगड़ गया माहौल
बताया जा रहा है कि बुलंदशहर से लखनऊ जा रही इस यात्रा का मकसद बिजली विभाग के निजीकरण का विरोध था। लेकिन बस में हुए इस बर्ताव ने आंदोलन को शर्मसार कर दिया। विभागीय सूत्रों के अनुसार, भविष्य में इस तरह के मामलों को रोकने के लिए कर्मचारियों पर सख्त निगरानी रखी जाएगी।

JE संजीव कुमार की मुश्किलें बढ़ीं
फिलहाल सस्पेंड किए गए JE संजीव कुमार पर विभागीय जांच बैठा दी गई है। अगर जांच में दोष सिद्ध हुआ तो आगे और भी कड़ी कार्रवाई की जा सकती है। वहीं, वायरल वीडियो के चलते संजीव कुमार की मुश्किलें बढ़ गई हैं और उनकी नौकरी पर भी खतरे के बादल मंडरा रहे हैं।

सोशल मीडिया पर बन गया मजाक
इस पूरे घटनाक्रम ने सोशल मीडिया पर भी खूब सुर्खियां बटोरी हैं। वीडियो पर तमाम तरह के मीम्स और प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। लोग जहां एक तरफ JE की लापरवाही पर तंज कस रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ विभाग की तुरंत कार्रवाई की तारीफ भी हो रही है।



महिला अधिकारी के सम्मान का मुद्दा
इस मामले ने एक बार फिर सरकारी सेवाओं में महिला अधिकारियों के प्रति सम्मान और व्यवहार के मानकों को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अधिकारियों ने संकेत दिए हैं कि किसी भी तरह की अशिष्टता या अनुशासनहीनता पर भविष्य में जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी।

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