भारत में पहली बार राष्ट्रपति भवन में शादी, 12 फरवरी को पीएसओ पूनम गुप्ता और सीआरपीएफ अफसर अवनीश सिंह लेंगे सात फेरे।
राष्ट्रपति भवन में पहली बार शादी समारोह की अनूठी गूंज
भारत के इतिहास में पहली बार राष्ट्रपति भवन के भव्य परिसर में शादी होने जा रही है। वैलेंटाइन वीक में राष्ट्रपति भवन शहनाई की मधुर ध्वनि से गूंजेगा, जब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की सुरक्षा में तैनात अधिकारी पूनम गुप्ता अपने प्रेमी सीआरपीएफ अधिकारी अवनीश सिंह के साथ सात फेरे लेंगी। यह ऐतिहासिक अवसर 12 फरवरी को आयोजित किया जाएगा, जिसमें केवल चुनिंदा गणमान्य अतिथियों को आमंत्रित किया गया है।
पूनम गुप्ता को क्यों मिली यह ऐतिहासिक मंजूरी?
राष्ट्रपति की सुरक्षा में तैनात पूनम गुप्ता ने राष्ट्रपति भवन में विवाह करने की इच्छा जाहिर की थी। उनके समर्पण और कर्तव्यनिष्ठा को देखते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस विशेष अनुरोध को मंजूरी दे दी। अब, पूनम अपने मित्र और प्रेमी अवनीश सिंह से भारत के सबसे प्रतिष्ठित भवन में विवाह करेंगी।
कौन हैं पूनम गुप्ता और अवनीश सिंह?
पूनम गुप्ता: पूनम गुप्ता केंद्रीय सुरक्षा बल (सीआरपीएफ) में सहायक कमांडर हैं। वह 2018 में यूपीएससी के जरिए इस प्रतिष्ठित पद तक पहुंचीं और तब से अपनी बहादुरी और कर्तव्यपरायणता के लिए जानी जाती हैं। बिहार में नक्सल ऑपरेशन का हिस्सा रह चुकी पूनम ने 74वें गणतंत्र दिवस परेड में महिला टुकड़ी का नेतृत्व भी किया था।
अवनीश सिंह: पूनम के होने वाले पति अवनीश सिंह भी सीआरपीएफ में सहायक कमांडर हैं और फिलहाल जम्मू-कश्मीर में तैनात हैं। दोनों की प्रेम कहानी लंबे समय से चली आ रही थी और अब राष्ट्रपति भवन में शादी के रूप में इसे एक नया आयाम मिल रहा है।
क्यों बना यह विवाह राष्ट्रीय चर्चा का विषय?
राष्ट्रपति भवन, जो अब तक केवल राजकीय आयोजनों और सरकारी भोज के लिए जाना जाता था, पहली बार एक निजी शादी समारोह की मेजबानी करेगा। 300 एकड़ में फैले इस भवन का निर्माण ब्रिटिश वास्तुकार एडविन लुटियंस द्वारा किया गया था। स्वतंत्रता से पहले यह वायसराय हाउस के रूप में जाना जाता था, लेकिन 1947 के बाद यह भारत के राष्ट्रपति का आधिकारिक निवास बन गया। इस भवन में 340 कमरे हैं, जहां अब तक कई महत्वपूर्ण राजनीतिक और कूटनीतिक कार्यक्रम हुए हैं।
कहां होगा यह विवाह समारोह?
यह शादी समारोह राष्ट्रपति भवन परिसर के मदर टेरेसा क्राउन कॉम्प्लेक्स में आयोजित किया जाएगा, जिसे सुरक्षा के लिहाज से उपयुक्त माना गया है। राष्ट्रपति भवन की ओर से इस पर आधिकारिक बयान अभी जारी नहीं किया गया है, लेकिन यह शादी राष्ट्रीय और सामाजिक दृष्टि से एक ऐतिहासिक पल होगा।
कैसे हुई इस शादी की चर्चा वायरल?
जब से यह खबर सामने आई है कि राष्ट्रपति भवन में पहली बार शादी होने जा रही है, सोशल मीडिया पर यह चर्चा तेजी से वायरल हो गई है। लोग इस अनूठे अवसर को लेकर उत्साहित हैं और इसे एक ऐतिहासिक बदलाव मान रहे हैं।
राष्ट्रपति भवन में शादी से जुड़े खास पहलू
- पहली बार: आज़ादी के बाद यह पहली शादी होगी जो राष्ट्रपति भवन में संपन्न होगी।
- सुरक्षा प्राथमिकता: शादी के आयोजन स्थल का चयन सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए किया गया है।
- विशेष आमंत्रण: यह समारोह बेहद सीमित लोगों की उपस्थिति में होगा।
क्या राष्ट्रपति भवन में आगे भी होंगे ऐसे आयोजन?
इस ऐतिहासिक आयोजन के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या भविष्य में राष्ट्रपति भवन में और भी निजी कार्यक्रमों को अनुमति दी जाएगी या नहीं। फिलहाल, यह शादी भारत के इतिहास में एक नए अध्याय की शुरुआत करने जा रही है।
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