सहारनपुर: बसंत पंचमी से पहले चाइनीज मांझे ने ली मासूम की जान, पतंग निकालते समय लगा करंट, मौत


सहारनपुर में चाइनीज मांझे के कारण 12 वर्षीय बच्चे की हाईटेंशन तार से करंट लगने से मौत, प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग।


सहारनपुर में बसंत पंचमी से पहले दर्दनाक हादसा

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में बसंत पंचमी से एक दिन पहले चाइनीज मांझे की वजह से एक मासूम की जान चली गई। 12 वर्षीय तुषार अपनी छत पर खेल रहा था जब उसने देखा कि एक पतंग बिजली के खंभे में फंसी हुई थी। पतंग लूटने के लालच में उसने चाइनीज मांझे को खींचने की कोशिश की, लेकिन यह कदम उसकी जिंदगी का आखिरी साबित हुआ। हाईटेंशन तार के संपर्क में आते ही उसे तेज करंट लग गया और उसके शरीर में आग लग गई। परिवार उसे तुरंत अस्पताल ले गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।


चाइनीज मांझे ने बुझा दिया घर का इकलौता चिराग

नुमाइश कैंप गोपाल नगर के रहने वाले तुषार की करंट लगने से मौत हो गई। स्थानीय लोगों का कहना है कि तुषार को पतंग उड़ाने का बहुत शौक था, लेकिन इस बार पतंग के लिए किया गया उसका प्रयास घातक साबित हुआ। पतंग खींचते ही चाइनीज मांझे ने बिजली के तार को छू लिया और वह तुरंत करंट की चपेट में आ गया।

परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
घटना के बाद तुषार की चीख सुनकर पड़ोसी और परिवार वाले भागते हुए छत पर पहुंचे, जहां उन्होंने बच्चे के शरीर से धुआं उठते देखा। आनन-फानन में उसे सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसकी हालत गंभीर देखते हुए उसे उत्तराखंड AIIMS रेफर कर दिया। मगर, तमाम कोशिशों के बावजूद बच्चे को बचाया नहीं जा सका और देर रात उसकी मौत हो गई।


चाइनीज मांझे पर प्रतिबंध के बावजूद धड़ल्ले से बिक्री जारी

उत्तर प्रदेश सरकार ने चाइनीज मांझे पर पहले ही प्रतिबंध लगा रखा है, लेकिन इसके बावजूद यह बाजार में चोरी-छिपे बेचा जा रहा है। पुलिस लगातार इसे लेकर छापेमारी कर रही है, लेकिन कुछ लोग मुनाफे के लालच में इस जानलेवा मांझे को बेचने से बाज नहीं आ रहे।

हादसे के बाद स्थानीय लोगों में गुस्सा है। उनका कहना है कि प्रशासन को इस मामले में सख्ती बरतनी चाहिए और चाइनीज मांझा बेचने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।


चाइनीज मांझे से हो चुके हैं कई हादसे

यह कोई पहली घटना नहीं है जब चाइनीज मांझे ने किसी की जान ली हो। इससे पहले भी देशभर में कई बच्चे और बाइकर इस जानलेवा धागे की वजह से अपनी जान गंवा चुके हैं।

  1. दिल्ली: 2023 में एक बाइक सवार की गर्दन कटने से मौत।
  2. लखनऊ: 2022 में पतंग उड़ाते समय करंट लगने से 10 वर्षीय बच्चे की मौत।
  3. मुंबई: 2021 में मांझे से गला कटने के कारण एक युवक की जान गई।

प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग

तुषार की मौत के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। लोग प्रशासन से अपील कर रहे हैं कि इस खतरनाक चाइनीज मांझे की बिक्री और खरीद पर पूरी तरह से रोक लगाई जाए।

स्थानीय पुलिस ने भी इस मामले में जांच शुरू कर दी है और उन दुकानों पर छापेमारी कर रही है जो अवैध रूप से चाइनीज मांझा बेच रहे हैं। पुलिस का कहना है कि जो भी इस धागे की बिक्री में लिप्त पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।


बसंत पंचमी पर बढ़ जाता है चाइनीज मांझे का खतरा

बसंत पंचमी के मौके पर पतंगबाजी की परंपरा को देखते हुए बाजारों में चाइनीज मांझे की डिमांड तेजी से बढ़ जाती है। हालांकि, यह मांझा सस्ता और मजबूत होता है, लेकिन इसमें इस्तेमाल किए गए धातु के तत्व बिजली को तेजी से आकर्षित करते हैं, जिससे यह जानलेवा साबित होता है।

विशेषज्ञों का सुझाव:

  • नायलॉन या सूती धागों का इस्तेमाल करें
  • बिजली के खंभों से दूर रहें
  • बच्चों को पतंगबाजी के दौरान सतर्कता बरतने की सलाह दें

लापरवाही नहीं, सतर्कता बरतें!

तुषार की दर्दनाक मौत एक चेतावनी है कि चाइनीज मांझे का इस्तेमाल न सिर्फ अवैध है, बल्कि यह जानलेवा भी साबित हो सकता है। प्रशासन को चाहिए कि इस पर और सख्ती बरते, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों। वहीं, अभिभावकों को भी बच्चों को इस खतरे से बचाने के लिए सतर्क रहना होगा।

अगर आप भी पतंगबाजी का शौक रखते हैं, तो सुरक्षित विकल्प चुनें और अपने बच्चों को चाइनीज मांझे से दूर रखें।

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