जौनपुर में दिनदहाड़े गोलियों की बौछार: बीडीसी सदस्य पर हमला, चुनावी रंजिश का शक



जौनपुर के जफराबाद में दिनदहाड़े बीडीसी सदस्य मनीष पर गोलियों की बौछार, चुनावी रंजिश की आशंका। पुलिस जांच में जुटी।

इंद्रेश तिवारी की रिपोर्ट


जौनपुर: उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में कानून व्यवस्था पर एक बार फिर सवाल खड़ा हो गया है। जफराबाद थाना क्षेत्र के बसीरपुर गांव में रविवार को बदमाशों ने बीडीसी सदस्य मनीष पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इस हमले में मनीष समेत दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना को दिनदहाड़े अंजाम दिया गया, जिससे पूरे इलाके में दहशत फैल गई। वारदात के पीछे चुनावी रंजिश की आशंका जताई जा रही है।

गोलीबारी के तुरंत बाद स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें गंभीर हालत में लखनऊ रेफर कर दिया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है और अपराधियों की तलाश में दबिश दे रही है।

गोलियों की गूंज से दहला जफराबाद, लोगों में आक्रोश

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, बीडीसी सदस्य मनीष किसी काम से बाहर निकले थे। तभी पहले से घात लगाए बैठे बदमाशों ने उन पर हमला कर दिया। तीन से चार राउंड फायरिंग की आवाज सुनकर इलाके में भगदड़ मच गई। बदमाश बाइक से फरार हो गए।

चुनावी रंजिश में साजिश का शक

सूत्रों के अनुसार, हमले की वजह पुरानी चुनावी रंजिश हो सकती है। पंचायत चुनाव के दौरान कई प्रत्याशियों के बीच तनातनी की खबरें आई थीं। मनीष की लोकप्रियता क्षेत्र में बढ़ रही थी, जिससे विरोधी गुट नाराज था। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि यह हमला राजनीतिक दुश्मनी का नतीजा हो सकता है।

घटनास्थल पर पुलिस का मुआयना, बदमाशों की तलाश जारी

सूचना मिलते ही एसपी अजय साहनी के निर्देश पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची और इलाके की नाकाबंदी कर दी गई। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं, जिससे बदमाशों की पहचान की जा सके। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हमलावरों की जल्द गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ और स्वाट टीम की मदद ली जा रही है।

परिजनों में गुस्सा, ग्रामीणों ने की कड़ी कार्रवाई की मांग

हमले के बाद परिजनों और स्थानीय ग्रामीणों में आक्रोश है। लोगों ने जफराबाद थाना पुलिस से मांग की कि जल्द से जल्द अपराधियों को पकड़कर कड़ी कार्रवाई की जाए। परिजनों का कहना है कि मनीष को पहले भी धमकियां मिल रही थीं, लेकिन इस पर कोई गंभीर कार्रवाई नहीं हुई।

जौनपुर में बढ़ते अपराध पर सवाल

बीते कुछ महीनों में जौनपुर जिले में अपराधों का ग्राफ तेजी से बढ़ा है। हाल ही में जिले के शाहगंज और मड़ियाहूं क्षेत्रों में भी हत्या और लूट की घटनाएं सामने आई थीं।

यूपी सरकार लगातार कानून व्यवस्था को मजबूत करने के दावे कर रही है, लेकिन बदमाशों के बेखौफ होकर वारदातों को अंजाम देने से जनता में असुरक्षा की भावना बढ़ रही है।

एसपी ने कहा – अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा

इस मामले पर जौनपुर के एसपी अजय साहनी ने कहा,
"हमले की जांच के लिए टीम गठित कर दी गई है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।"

क्या कहता है कानून?

इस तरह के राजनीतिक हत्याकांड और हमलों पर कड़े प्रावधान हैं। यूपी में गैंगस्टर एक्ट और एनएसए के तहत आरोपियों पर कार्रवाई की जा सकती है।

जौनपुर में हुए इस हमले ने एक बार फिर यूपी की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर दिया है। अगर पुलिस जल्द कार्रवाई नहीं करती, तो इस तरह की घटनाएं अपराधियों को और अधिक बेखौफ कर सकती हैं। जनता और परिजनों की एक ही मांग है कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले।

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