भारत का बजट 2025-26: कई देशों की GDP से भी बड़ा!


भारत का बजट 2025-26, 50.65 लाख करोड़ रु. का हुआ, जो यूएई, सिंगापुर, ऑस्ट्रिया और बांग्लादेश की GDP से भी बड़ा है।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी 2025 को आम बजट 2025-26 पेश किया, जिसमें भारत सरकार ने 50.65 लाख करोड़ रुपए (577 अरब डॉलर) खर्च करने का अनुमान लगाया है। यह केवल भारत का एक वर्ष का बजट है, लेकिन यह दुनिया के कई देशों की कुल GDP से भी अधिक है।

भारत का यह बजट यूएई (568 अरब डॉलर), सिंगापुर (561 अरब डॉलर), ऑस्ट्रिया (559 अरब डॉलर), बांग्लादेश (481 अरब डॉलर) और पाकिस्तान (393 अरब डॉलर) जैसे देशों की अर्थव्यवस्था से भी बड़ा है। यह दर्शाता है कि भारत अब वैश्विक आर्थिक महाशक्ति बनने की राह पर तेजी से आगे बढ़ रहा है।

कैसे हुआ भारत का बजट इतना बड़ा?

भारत का बजट पिछले कुछ वर्षों में लगातार बढ़ रहा है। वित्त वर्ष 2018-19 में यह 24.42 लाख करोड़ रुपए था, जो 2025-26 में 50.65 लाख करोड़ रुपए के स्तर पर पहुंच गया है। यानी सिर्फ 8 वर्षों में यह दोगुना हो गया है।

वित्त वर्ष 2023-24 से लेकर 2025-26 तक बजट में 10 लाख करोड़ रुपए से अधिक की बढ़ोतरी हुई है। यह वृद्धि मुख्य रूप से इंफ्रास्ट्रक्चर, रक्षा, कल्याणकारी योजनाओं, शिक्षा और स्वास्थ्य पर बढ़ते सरकारी खर्च की वजह से हुई है।

किस सेक्टर को कितना बजट मिला?

वित्त वर्ष 2025-26 के बजट में सरकार ने केंद्र प्रायोजित योजनाओं के लिए 5.41 लाख करोड़ रुपए रखे हैं, जो पिछले साल की तुलना में काफी ज्यादा है। वहीं, केंद्रीय योजनाओं के लिए 16.29 लाख करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं।

राज्यों को ट्रांसफर किए जाने वाले संसाधनों में भी इजाफा हुआ है। 2025-26 के बजट में राज्यों को 25.01 लाख करोड़ रुपए दिए जाएंगे, जो पिछले वित्त वर्ष की तुलना में लगभग 5 लाख करोड़ रुपए अधिक है।

किन चीजों की वजह से बढ़ा खर्च?

भारत सरकार का खर्च इसलिए बढ़ा है क्योंकि कई प्रमुख क्षेत्रों में भारी निवेश किया गया है। इनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं:

  1. सड़कों और रेलवे के विकास के लिए बड़े बजट का प्रावधान
  2. रक्षा क्षेत्र में बढ़ता खर्च, जिसमें नई तकनीकों और हथियारों की खरीद शामिल है
  3. रोजगार सृजन योजनाओं के लिए अधिक फंड
  4. बाहरी कर्ज, बाजार से ऋण और ब्याज भुगतान की बढ़ती लागत
  5. बिजली, स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र में अधिक पूंजीगत व्यय

भारत का बजट बनाम अन्य देशों की GDP

भारत का बजट अब उन देशों की पूरी GDP से भी अधिक हो गया है, जो विश्व में अपनी अर्थव्यवस्था के लिए जाने जाते हैं। भारत का कुल बजट 577 अरब डॉलर के बराबर है, जबकि यूएई की अनुमानित GDP 568 अरब डॉलर, सिंगापुर की 561 अरब डॉलर, ऑस्ट्रिया की 559 अरब डॉलर और बांग्लादेश की 481 अरब डॉलर है।

पाकिस्तान की GDP तो भारत के बजट से लगभग 184 अरब डॉलर कम है। इसका मतलब यह है कि भारत केवल अपने सरकारी खर्च के आधार पर भी कई देशों की पूरी अर्थव्यवस्था से आगे निकल चुका है।

भारत की बढ़ती आर्थिक ताकत

पिछले कुछ वर्षों में भारत ने वैश्विक स्तर पर अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत किया है। देश की GDP अब 4 ट्रिलियन डॉलर के करीब पहुंच चुकी है और अगले कुछ वर्षों में इसके 5 ट्रिलियन डॉलर को पार करने की उम्मीद है।

बढ़ता सरकारी बजट यह दर्शाता है कि भारत में बुनियादी ढांचे, स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार और सुरक्षा पर बड़ा निवेश हो रहा है, जिससे देश की अर्थव्यवस्था और भी मजबूत होगी। भारत का यह बजट केवल खर्च का अनुमान ही नहीं, बल्कि यह आर्थिक विकास की नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ते देश का संकेत भी है

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ