राम मंदिर के बावजूद फैजाबाद सीट पर बीजेपी की हार, अयोध्यावासियों को झेलने पड़ रहे ताने



अयोध्या में बीजेपी की हार: सोशल मीडिया पर उठा आक्रोश का तूफान

अयोध्या: अयोध्या में 500 सालों के बाद भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा और भव्य मंदिर के निर्माण के बावजूद, बीजेपी को लोकसभा चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा है। फैजाबाद लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी की जीत ने सभी को चौंका दिया है। 


सोशल मीडिया पर भड़ास

चुनाव परिणाम के बाद, सोशल मीडिया पर लोगों ने अयोध्यावासियों को निशाने पर लिया है। यूजर्स कह रहे हैं कि अगर भगवान राम अयोध्यावासियों को लंका युद्ध के लिए ले जाते, तो वे सोने की लंका देखकर रावण से समझौता कर लेते। इस आक्रोश ने अयोध्या के साधु-संतों और जनता में नाराजगी पैदा कर दी है।


संत समाज की प्रतिक्रिया

अयोध्या के जगतगुरु राम दिनेशचार्य ने कहा, "अयोध्या से बीजेपी का हारना बहुत दुखद है। राम मंदिर का निर्माण, एयरपोर्ट और विकास के नए आयामों के बावजूद, कुछ न कुछ कमी रह गई होगी।" महंत अवधेश दास ने भी कहा, "अयोध्यावासियों ने पूरी कोशिश की, लेकिन वीवीआईपी कल्चर ने जनता को आहत किया।"


वीवीआईपी कल्चर बना समस्यालाल

राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद, वीआईपी लोगों की लगातार आवाजाही और रास्तों के बंद होने से जनता परेशान थी। महंत अवधेश दास ने कहा, "इस वीवीआईपी कल्चर ने अयोध्यावासियों को परेशान कर दिया और इससे जनता में असंतोष पैदा हुआ।"

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