बदायूं में तैनात फालोकर की बंदरों के हमले से हुई मृत्यु



संवाददाता मुदित प्रताप सिंह की रिपोर्ट

जनपद बरेली _  बदायूं के दातागंज अमररोली गांव निवासी फालोअर कालीचरन की बंदरों के हमले में मृत्यु हो गई। वह फतेहगंज पश्चिमी स्थित गौतारा गांव में बहन जय देवी के घर आए हुए थे। 12 जून की रात बहन के घर पर छत पर लेटे थे। तभी बंदरों के झुंड ने उन पर हमला कर दिया। उन्होंने बचने के लिए बंदरों को भगाने की कोशिश की इसी दौरान वह छत से गिरकर घायल हो गए। मिनी बाईपास स्थित निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। जहां सोमवार शाम उनकी मृत्यु हो गई। बेटे मनोहर सिंह के मुताबिक पिता कालीचरन पूर्णागिरि दर्शन के लिए गए हुए थे। माता के दर्शन कर 12 जून को वह वापस निकल पड़े। फतेहगंज पश्चिमी गौतारा गांव निवासी बहन जयदेवी के घर रुक गए। रात में वह छत पर जाकर लेट गए। इसी दौरान छत पर बंदरों का आ गया। वह कुछ समझ पाते कि बंदर उन पर हमलावर हो गए। वह उठे और बंदरों को भगाने लगे। उसी समय छत  के किनारे अनियंत्रित  होकर वह सीधे नीचे गिर कर घायल हो गए।  बहन व स्वजन उन्हें लेकर मिनी बाइपास स्थित अस्पताल लेकर पहुंचे। उपचार में हालत में कुछ सुधार दिखा ही था कि सोमवार को अचानक से स्थिति बिगड़ी और कालीचरन की मृत्यु हो गई। कालीचरन के तीन बेटे, एक बेटी है। बदायूं में वह परिवार संग पुलिस लाइन में रहते थे।                   

परिजनों ने बताया कालीचरन फतेहगंज पश्चिमी के गौतारा गांव में बहन के घर 12 जून की रात छत पर लेटे थे तभी बंदरों का झुंड आ गया। बंदरों को भगाते  समय छत से नीचे गिर गए और गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें बरेली निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान सोमवार को उनकी मौत हो गई।

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