स्मैक तस्कर कल्लू से दोस्ती निभाने में दरोगा समेत तीन पुलिसकर्मी निलंबित, दरोगा के इशारे पर कल्लू ने कोर्ट में किया था आत्मसमर्पण



बरेली से संवाददाता डॉक्टर मुदित प्रताप सिंह की रिपोर्ट

जनपद बरेली फतेहगंज पश्चिमी _ बरेली के तेजतर्रार एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने रविवार को बड़ी कार्रवाई की है। एसएसपी ने ड्रग माफिया शाहिद उर्फ कल्लू के मददगार भुता थाने के सब इंस्पेक्टर (दरोगा) अफसार मियां, थाने के सिपाही (ड्राइवर) सुरेंद्र सिंह और एलआईयू सिपाही रजबुल हुसैन को (निलंबित) सस्पेंड किया है। इससे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। अब तक एसएससी करीब  80 से अधिक पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई कर चुके हैं।             

जानकारी के मुताबिक आपको बताते चलें थाना फतेहगंज पश्चिमी का स्मैक तस्कर शाहिद उर्फ कल्लू डॉन से दोस्ती निभाने पर वाले दरोगा समेत तीन पुलिस कर्मियों को एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने निलंबित कर दिया है। तीनों पुलिस कर्मियों पर आरोप है कि दर्जनों आपराधिक मुकदमों में लिप्त होने के बावजूद भी तीनों ने तस्कर कल्लू का भुता थाने में दर्ज एनडीपीएस एक्ट मामले से लेकर अन्य मामलों में मदद के लिए हर कदम पर साथ दिया है। थाना भुता में तैनात दरोगा अपसार मियां, और मुख्य आरक्षी चालक सुरेन्द्र सिंह,  एवं मुख्य आरक्षी एलआईयू रजबुल हुसैन ने कल्लू से दोस्ती निभाने के लिए अपने कर्तव्यों को भी ठेंगा दिखाया है। वहीं तीनों पर आरोप है कि भुता पुलिस ने 2021 में कल्लू डॉन के साथी शाकिर, नसीम, सलीम को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस को बताया था कि बरामद स्मैक कल्लू डॉन से लेकर आए थे। जिसमें कल्लू भी नामजद किया गया था। किन्तु दरोगा कल्लू की गिरफ्तारी के बजाय उससे दोस्ती निभाते रहे। और तीनों पुलिस कर्मियों ने अपने दायित्वों के विपरीत कार्य कर कर्तव्य पालन के प्रति घोर लापरवाही, शिथिलता, अनुशासनहीनता, स्वेच्छाचारिता समेत कदाचार का परिचय देने और तीनों की भूमिका साफ होने पर बरेली एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने रविवार तीनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। आत्म समर्पण के दौरान भांजे के संपर्क में था दरोगा, लेते रहे पल-पल की जानकारी। दरोगा अपसार मियां पर आरोप है कि मामले में फरार चल रहे शाहिद उर्फ कल्लू डॉन की गिरफ्तारी के लिए दरोगा ने प्रयास नहीं किया।कल्लू ने कोर्ट में आत्म समर्पण के लिए योजना बनाई। इस दौरान भी दरोगा कल्लू के भांजे मुजीब के संपर्क में निरंतर बने रहे। जो उससे पल-पल की जानकारियां जुटाते रहे। साथ ही पुलिस की तरफ से भी होने वाले हर कार्रवाई की जानकारी देते रहे। दरोगा समेत तीनों की थी मजबूत साठगांठ। तीनों पुलिस कर्मियों ने कल्लू का माफिया के रूप में पंजीकृत होने और अवैध रूप से अर्जित की गई लगभग 9 करोड़ की संपत्ति को जब्त करने के बाद भी संपर्क नहीं छोड़ा। कल्लू पर करीब एक दर्जन से अधिक आपराधिक मुकदमे दर्ज होने के बाद भी शाम को एक साथ बैठक कर आगामी प्लान बनाते रहे। हद तो तब हो गई जब तीनों उसकी गिरफ्तारी के बजाय कल्लू को थानास्तर से होने वाली हर एक कार्रवाई की सूचना देने लगे।दरोगा समेत तीनों के पीछे पानी की तरह रुपये बहाता था कल्लू।आरोप है कि कल्लू अपने बचाव के लिए दरोगा समेत तीनों पुलिसकर्मियों पर जमकर रुपये लुटाता था। हालांकि यह तीन तो सिर्फ मोहरा हैं। इनके पीछे अभी एक उच्चाधिकारी समेत अन्य लोग भी शामिल हैं।जिन्होंने कल्लू की हर तरह से मदद कर रहे थे। ऐसे सभी गुनहगार एसएसपी के रडार पर हैं। दर्जनों आपराधिक मुकदमे दर्ज होने और पुलिस कार्रवाई के बावजूद शाहिद उर्फ कल्लू का सहयोग करने वाले दरोगा समेत तीन पुलिस कर्मियों को निलंबित किया गया है।    

बरेली एसएसपी ने बताया स्मैक तस्कर कल्लू से दोस्ती निभाने में दरोगा समेत तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया है। ऐसे पुलिस कर्मियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। 




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