खाकी हुई शर्मसार: पुलिस ने मां-बेटे का सिर फोड़ा, दरोगा सस्पेंड



              
बरेली से संवादाता डॉक्टर मुदित सिंह की रिपोर्ट

जनपद बरेली शाही _ दबिश देने गई पुलिस ने मां बेटे का सिर फोड़ा, और जबरन बेटे को जीप में डालने और मां को बाल पकड़कर घसीटने के आरोप में बरेली एसएसपी ने दरोगा को सस्पेंड कर दिया,  जानकारी के अनुसार शाही थाना पुलिस ने अजीबोगरीब कारनामा कर दिया एक्सीडेंट के जिस मुकदमे में गिरफ्तारी का प्रावधान ही नहीं था, उसके बाद बावजूद हल्का दरोगा महेश चंद बसावनपुर गांव में जयंती के घर दबिश देने पहुंच गया, आरोप है कि जयंती के ना मिलने पर दरोगा ने उसके बेटे अर्जुन को मारपीट कर जीप में डाल दिया, और पत्नी कंचन को बंदूक की बट से पीट कर घायल कर दिया, इस घटना का किसी ने वीडियो वायरल कर दिया, जब इसकी जानकारी बरेली एसएसपी अखिलेश चौरसिया को मिली तो उन्होंने आरोपी दरोगा महेश चंद्र को तत्काल सस्पेंड कर दिया, और मीरगंज सीओ राजकुमार मिश्र को जांच सौंपी है, शाही थाना क्षेत्र के गांव बसावनपुर निवासी कंचन का आरोप है कि रात में घर के सभी लोग मेला देखने गए थे, और घर के बाहर की कुंडी लगा गए थे, वह और उनका बेटा अर्जुन घर में थे, देर रात हल्का दरोगा जीप लेकर उनके घर पहुंचा और उनके घर की कुंडी खोल कर घर के अंदर घुस गया, उनके पति जयंती को तलाश किया और उनके ना मिलने पर गाली गलौज करने लगे, उनके बेटे अर्जुन के साथ मारपीट कर उसे जबरन जीप में डाल दिया, उन्होंने विरोध किया तो बाल पकड़कर घसीटते हुए गली में ले गए और बंदूक की बट मारकर घायल कर दिया, देर रात हुई इस घटना के वीडियो रविवार को वायरल हुए तो मामला चर्चा का विषय बन गया दिन भर शाही पुलिस मामले को निपटाने के प्रयास करती रही लेकिन बात नहीं बनी और यह मामला अफसरों के संज्ञान में पहुंच गया।


वीडियो को संज्ञान में लेकर बरेली एसएसपी अखिलेश चौरसिया ने एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल से पूरे मामले की जानकारी ली, जब उनके संज्ञान में आया कि जिस मुकदमे में दरोगा महेश चंद ने दबिश दी थी, उसने गिरफ्तारी का प्रावधान नहीं है, तो उन्होंने रात में दरोगा को सस्पेंड कर दिया, साथ ही मीरगंज सीओ राजकुमार मिश्र को पूरे मामले की जांच के निर्देश दिए हैं।


इस मामले में दरोगा महेश चंद का कहना है कि 24 अक्टूबर को शाही शेरगढ़ मार्ग पर जयंती ने ट्रैक्टर ट्राली से मोहल्ला आजम नगर निवासी आसिफ उर्फ आशिक की बाइक में टक्कर मार दी थी, इसमें आसिफ की मौके पर ही मौत हो गई थी, जयंती के खिलाफ थाना शाही में मुकदमा लिखा गया था, कई बार सूचना देने पर भी जयंती अपना पक्ष रखने थाने नहीं आया, शनिवार कि रात वह मेला में सुरक्षा व्यवस्था देखने गए थे, पड़ोस में जयंती का मकान है तो उसके घर सूचना देने चले गए, वह घर पर नहीं मिला तो उसका बेटा अपने पिता से बात कराने उनके साथ जा रहा था, उसकी मां को लगा की पुलिस उसे गिरफ्तार कर के ले जा रही है तभी उसने पुलिस पर दबाव बनाने के लिए दीवार में सिर मार कर खुद को घायल कर लिया, पुलिस पर मारपीट करने का आरोप निराधार है,          

एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल ने बताया कि वीडियो की जांच के बाद सामने आया है कि कुछ दिनों पहले एक्सीडेंट में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, जिसमें दरोगा द्वारा जीप में बैठाए जा रहे युवक के पिता के विरुद्ध थाना शाही में 304 ए मुकदमा पंजीकृत है, गिरफ्तारी की आवश्यकता नहीं थी, इसीलिए एसएसपी साहब ने दरोगा को निलंबित कर दिया है, 

शाही पुलिस का कारनामा _ दर्ज केस में गिरफ्तारी का प्रावधान नहीं फिर भी पुलिस दबिश देने पहुंच गई, घटना के 2 वीडियो भी हुए वायरल , जांच के बाद की गई कार्रवाई, में बरेली एसएसपी ने दरोगा महेश चंद को किया सस्पेंड




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