बारिश के चलते वाराणसी में गंगा के जलस्तर में लगातार बढ़ाव जारी है। हर दिन पानी की रफ्तारी बढ़ती जा रही है। इसका असर अब शहर की पॉश कॉलोनियो में भी देखने को मिलने लगा है। शहर की सड़कों और गलियों में पानी भर जाने को लेकर कांग्रेस ने पीएम मोदी पर निशाना साधा है। ट्वीट के जरिए पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कांग्रेस ने लिखा, वादा तो था स्मार्ट सिटी का और स्थिति है कि दाह संस्कार तक छत और गलियों में करने पड़ रहे हैं। अपने ही संसदीय क्षेत्र को संभालने में नाकाम हो रहे पीएम मोदी से पूरा देश भला क्या उम्मीद करे।
ट्वीट के जरिए कांग्रेस ने बनारस की एक फोटो भी साझा की है, जिसमें घाट किनारे का नजारा साफ दिखाई दे रहा है। बतादें कि गंगा का जलस्तर बढ़ने से घाट के सामने करीब दर्जनभर से अधिक कॉलोनियों की करीब 100 से ज्यादा मकान पानी में घिर गए हैं। बहुमंजिली भवन में रहने वाले इलाके बाढ़ प्रभावित लोग अपने ही मकान में शरण लिए हैं। छत पर शरण लिए लोगों के लिए सुबह की बारिश काल बन गई। हालांकि थोड़ी बारिश होने से ज्यादा दिक्कत नहीं हुई।
वादा तो था स्मार्ट सिटी का और स्थिति है कि दाह संस्कार तक छत और गलियों में करने पड़ रहे हैं।अपने ही संसदीय क्षेत्र को संभालने में नाकाम हो रहे पीएम मोदी से पूरा देश भला क्या उम्मीद करे! pic.twitter.com/oSiy6t85BD— Congress (@INCIndia) August 28, 2022
वरुणा तटवर्ती इलाकों को बाढ़ तेजी से अपने आगोश में ले रहा है। सीवर पाइप लाइन के जरिए कॉलोनियों में मुहल्लों में पानी चला आया। नमो घाट पर नमस्कार की मुद्रा वाली आकृति को डूबने अब कुछ ही घंटे बाकी हैं। बाकी अन्य पक्के घाटे भी धीरे-धीरे डूबते जा रहे हैं। शीतलाघाट के जरिए पानी सड़क होते हुए सब्जी मंडी तक पहुंच गई है। ग्रामीण इलाकों में रमना, डाफी, चिरईगांव, व चौबेपुर आदि इलाकों के दर्जनभर से अधिक गांवों का सम्पर्क आसपास से कट गया है।
बाढ़ की विभीषिका को देखते हुए जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा सामनेघाट के इलाकों का हाल जानने के लिए एनडीआरएफ के मोटर बोट से दौरा किया। उन्होंने बाढ़ प्रभावित से मिलकर उन्हें मदद का आश्वासन दिया। साथ ही नीचले इलाकों में रह रहे लोगों को बाढ़ राहत शिविर में जाने का अनुरोध किया। रविवार को कई संस्थाएं बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए उतर आई हैं। भाजपा की ओर से करीब दो दर्जन से अधिकार कार्यकर्ता अलग-अलग इलाकों में भ्रमण कर सूखा राहत सामाग्री वितरित कर रहे हैं।
दोपहर 12 बजे तक बढ़ाव की रफ्तार एक सेमी प्रतिघंटा की रफ्तार बरकरार थी। वहीं खतरे के निशान 71.262 मीटर से 55 सेमी पानी ऊपर बह रहा है। वर्तमान में गंगा का जलस्तर 71.81 मीटर पर है।
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