अखिलेश यादव ने क्यों भंग की सपा की राष्ट्रीय व प्रदेश कार्यकारिणी? संगठन को लेकर क्या चल रही तैयारी



अपने गढ़ में हुए लोकसभा उपचुनाव हारने के बाद समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव  ने तत्काल प्रभाव से राष्ट्रीय कार्यकारिणी व प्रदेश कार्यकारिणी को भंग कर दिया है। केवल सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम अपने पद पर बने रहेंगे। इसके अलावा सभी युवा फ्रंटल संगठन भी भंग कर दिए हैं। आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए अखिलेश यादव का यह बड़ा कदम माना जा रहा है। अब जल्द पार्टी में कई लोगों की छुट्टी कर नए सिरे से संगठन बनाया जाएगा। इसके बाद राष्ट्रीय अधिवेशन व राज्य कार्यकारिणी की बैठक होगी।

सपा ने रविवार को ट्वीट कर इस निर्णय की जानकारी दी। इसमें लिखा है, कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष  अखिलेश यादव  ने तत्काल प्रभाव से  सपा उ.प्र. अध्यक्ष को छोड़कर समाजवादी पार्टी के सभी युवा संगठनों, महिला सभा एवं अन्य सभी प्रकोष्ठों के राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्रदेश अध्यक्ष, सहित राष्ट्रीय, राज्य कार्यकारिणी को भंग कर दिया है।

माना जा रहा है कि पार्टी का राष्ट्रीय कार्यकारिणी अगस्त के अंतिम सप्ताह अथवा सितंबर में बुलाया जाएगा। सपा की विधानसभा चुनाव में हार के बाद ही इस बात ही पार्टी संगठन को भंग करने की संभावना जताई जा रही थी। अखिलेश यादव ने चुनाव नतीजे आने के बाद संगठन से बात कर हार के कारणों की समीक्षा की थी। इसके बाद आजमगढ़ व रामपुर में हार से भी सपा को झटका  लगा। इस कारण सपा मुखिया ने संगठन को नए सिरे से गठन करने के लिए यह निर्णय लिया। वैसे भी संगठन बने पांच साल हो गए थे। प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम भी  नई कमेटी नहीं बना पाए थे।  वैसे प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम का पद अभी बहाल रखा गया है। माना जा रहा है कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी से लेकर जिला कार्यकारिणी तक व्यापक बदलाव  होगा और भितरघातियों को संगठन से बाहर किया जाएगा।

माना जा रहा है कि सपा ने वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले संगठन को मजबूत करने के लिए यह कवायद शुरू की है। इस साल हुए विधानसभा चुनाव में सपा को फिर नाकामयाबी मिली। भाजपा ने फिर सरकार बना ली। सपा बहुमत से बहुत पीछे रह गई। अलबत्ता उसकी सीटें 47 से बढ़ कर 111 जरूर हो गईं।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ