काशी (Varanasi): कोरोना संकट में सांकेतिक गंगा आरती,विश्वनाथ धाम में स्पर्श पूजा पर लगी रोक



वाराणसी। बाबा भोलेनाथ की नगरी व देश की सांस्कृतिक राजधानी काशी में कोरोना वायरस के खतरों को देखते हुए विश्व प्रसिद्ध मां गंगा की आरती को लेकर अहम निर्णय किया गया है।कोरोना संक्रमण के बढ़ रहे मामलों के बीच मां गंगा आरती में आम लोगों के आने पर रोक लगा दी गयी है।सात की जगह अब सिर्फ एक ब्राह्मण सांकेतिक आरती करेंगे,वहीं बाबा विश्वनाथ धाम में भी कोरोना वायरस को लेकर नए नियम जारी किए गए हैं। बाबा विश्वनाथ धाम में शिवलिंग के स्पर्श पर भी रोक लगा दी गई है।सोमवार को बाबा भोलेनाथ की नगरी काशी में 283 कोरोना संक्रमित मरीज मिलने के बाद सख्ती बढ़ाई गई है।

शाम 4 बजे के बाद घाट पर आना हुआ बैन

सोमवार की शाम गंगा सेवा निधि ने लागू गाइडलाइन के हिसाब से गंगा आरती कराई। प्रशासन ने कोरोना की नई गाइडलाइन जारी करते हुए जिले के सार्वजनिक स्थलों और गंगा घाटों पर शाम चार बजे के बाद घूमने और बैठने पर रोक लगा दिया है। इसको लेकर गंगा सेवा निधि ने दशाश्वमेध घाट और राजेंद्र प्रसाद घाट की विश्व प्रसिद्ध मां गंगा की महाआरती को सात अर्चक की बजाय सिर्फ एक अर्चक द्वारा सांकेतिक रुप से कराए जाने का निर्णय लिया गया है।आम लोगों के आने के लिए रोका गया है।

कोरोना संकट में सांकेतिक गंगा आरती

गंगा सेवा निधि अध्यक्ष सुशांत मिश्रा ने बताया कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण हुए को देखते हुए जिला प्रशासन ने आदेश जारी किया है। जिला प्रशासन ने निर्देश दिया है कि गंगा घाट शाम चार बजे से आम लोगों को लिए प्रतिबंधित रहेगा।यहां दर्शनार्थियों के आवागमन पर भी रोक लगा दी गई है। इसके पहले में भी जब लॉकडाउन लगा था तब भी मां गंगा की सात ब्राह्मणों की आरती को एक ब्राह्मण की सांकेतिक आरती में बदल दिया गया था।उसी तरह पर लगभग चार महीने बाद सांकेतिक आरती शुरू हुई है।

काशी के कोतवाल बनें पुलिस अधिकारी

गंगा सेवा निधि ने श्रद्धालुओं से मां गंगा की ऑनलाइन आरती देखने के लिए अपील की है।इससे पहले कोरोना संक्रमण को देखते हुए काशी कोतवाल काल भैरव का पुलिस अधिकारी के रूप में श्रृंगार किया गया था।ऐसा इसलिए किया गया ताकि बाबा कालभैरव कोरोना के बढ़ते प्रकोप से काशीवासियों की सुरक्षा करें।काशी कोतवाल पुलिस अधिकारी की वर्दी में दिखे और हाथों में रजिस्टर लेकर जनसुनवाई करते नजर आए। विशेष श्रृंगार से कोरोना के खात्मे और कल्याण की कामना की गई है।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ