सोमवार की दोपहर एक बार फिर से Up STF की वाराणसी इकाई की पिस्टल से निकली आग और लक्खा इनामिया बदमाश दीपक वर्मा हो गया मुठभेढ़ में ढेर


रिपोर्ट: प्रतीक जायसवाल

तकरीबन पिछले 4-5 वर्षों से बदमाश दीपक वर्मा फरार चल रहा था और पुलिस लगातार जुटी हुई थी इनामिया की तलाश में।

चौबेपुर थाना क्षेत्र के बरियासनपुर इलाके में हुई मुठभेढ़।

वर्ष 2018 में हुई एक गैंगवार के दौरान गोली लगने से हुई मौत 50 हजार के इनामी बदमाश "रईस बनारसी" का साथी व लक्सा थानाक्षेत्र के नई बस्ती का निवासी था दीपक वर्मा

VaranAsi :  बनारस समेत आसपास के कई जनपदों में आतंक का पर्याय बन चुके लखटकिया बदमाश को एसटीएफ की टीम ने दोपहर के समय हुई मुठभेड़ में ढेर कर दिया है। चिकित्सकों से रंगदारी वसूलने और सर्राफा कारोबारियों में दहशत फैलाकर रुपयों की वसूली करने वाले एक लाख का इनामी के ढेर हो जाने से कारोबारियों को भारी राहत मिली है। पिछले तकरीबन चार/पांच साल से फरार चल रहे बदमाश की तलाश में पुलिस लगातार जुटी हुई थी। 

सोमवार की दोपहर एसटीएफ की टीम ने वाराणसी में हुई मुठभेड़ में 1 लाख रूपये के इनामी बदमाश दीपक वर्मा को गोलियों से छलनी कर मौत की नींद सुला दिया है। एसटीएफ के हाथों ढेर हुआ 1 लाख रूपये का इनामी बदमाश दीपक वर्मा बनारस समेत आसपास के कई जनपदों में अपनी कारगुजारी के चलते आतंक का पर्याय बन गया था।

चौबेपुर थाना क्षेत्र के बरियासनपुर गांव में एसटीएफ के साथ हुई मुठभेड़ के दौरान चली गोलीबारी में 1 लाख रूपये का इनामी दीपक वर्मा मारा गया है। चिकित्सकों से रंगदारी वसूलने और सर्राफा कारोबारियों में दहशत फैलाकर उनसे फिरौती वसूलने में आतंक का पर्याय बन चुका दीपक वाराणसी के लक्सा थाना क्षेत्र के रामापुरा, नई बस्ती का निवासी था। वह पिछले चार/पांच वर्षों से फरार चल रहा था। पुलिस लगातार उसकी तलाश में जुटी हुई थी। पुलिस के हाथों ढेर हुए बदमाश के खिलाफ वाराणसी समेत आसपास के जनपदों में तकरीबन दो दर्जन मुकदमे दर्ज है।

यूपी एसटीएफ की वाराणसी इकाई के डिप्टी एसपी शैलेश सिंह की टीम को दोपहर के समय बदमाश की बरियासनपुर गांव में होने की जानकारी प्राप्त हुई। मुखबिर की सूचना पर गांव में पूरे लावलश्कर के साथ पहुंची एसटीएफ की टीम को देखते ही दीपक वर्मा खुद को घिरा हुआ देखकर पुलिस के ऊपर फायरिंग करने लगा। इस दौरान एसटीएफ की ओर से की गई जवाबी कार्रवाई में वह पुलिस की गोली से मारा गया।

इलाके के सबसे बड़े अपराधी दीपक वर्मा के मारे जाने के बाद वाराणसी समेत आसपास के कई जिलों के चिकित्सकों व व्यापारियों ने राहत की सांस ली है। 3 साल पहले वर्ष 2018 के सितंबर माह के दौरान ही दीपक को गैंगवार में गोली भी लगी थी। इस बीच गैंगवार के दौरान दीपक वर्मा का एक साथी 50,000 रूपये का इनामी बदमाश 'रईस बनारसी' भी गोली लगने से घायल हो गया था जिसकी सूचना प्राप्त होते ही पुलिस ने रईस बनारसी को इलाज के लिए मंडलीय चिकित्सालय कबीर चौरा ले जाया गया था जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था।

वहीं आज दोपहर यूपी एसटीएफ की वाराणसी इकाई से हुई मुठभेढ़ में ढेर हुए एक लाख के इनामी बदमाश दीपक वर्मा के शव को पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

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