आशीर्वाद की तो हमें जरूरत है



आजकल भारतीय जनता पार्टी "जन आशीर्वाद यात्रा" निकाल रही है जगह-जगह से निकलने वाली इन आशीर्वाद यात्रा में जो नेता शामिल है वे जगह-जगह जाकर जनता से, धर्मगुरुओं से, मीसा बंदियों से महिलाओं से, आशीर्वाद मांगेंगे ,ये यात्रा इसलिए भी निकल रही है क्योंकि अभी तीन विधानसभा  और एक लोकसभा का चुनाव सामने हैं ऐसे में जनता का आशीर्वाद बहुत जरूरी हो जाता है नेताओं के लिए। क्योंकि एक ही ऐसा मौका है जब नेता आशीर्वाद लेने आते हैं वरना फिर जनता को कौन पूछता है? वैसे अपना मानना तो ये है कि अब नेताओं की बजाय जनता को "जन आशीर्वाद यात्रा" निकालकर हर नेता हर मंत्री के दरवाजे पर जाकर उनसे आशीर्वाद मांगना चाहिए।उनसे यह आशीर्वाद मांगे कि हुजूर कि हमें पेट्रोल के दाम कम करने का आशीर्वाद दे दो, महंगाई कम हो जाए इसका आशीर्वाद दे दो,  हमारे बच्चों को रोजगार मिल जाए इसका आशीर्वाद दे दो, महिलाएं खाली सिलेंडर लेकर उनसे इस बात का आशीर्वाद मांगे कि भाई साहब इसकी जो सब्सिडी आप लोगों ने खत्म कर दी है वो फिर से बहाल करने का आशीर्वाद आप हमें दे दें, ट्रेनों में बुजुर्गों, छात्रों, बीमारों, महिलाओं के लिए जो कंसेशन मिलता था वह फिर से शुरू हो जाए इसका आशीर्वाद आप हमें दे दो ,क्योंकि अब नेताओं से ज्यादा जनता को इनके आशीर्वाद की जरूरत है, वैसे भी नेता तो पांच साल में एक बार आशीर्वाद मांगने और जनता के "चरण रज" को अपने सर पर रखने के लिए आते हैं लेकिन जनता को पल पल पर इन नेताओं मंत्रियों के आशीर्वाद की जरूरत पड़ती है, तो यह जरूरी हो गया है कि जब तक नेताओं की मंत्रियों की आशीर्वाद यात्रा आपके दरवाजे पर पहुंचे उसके पहले जनता उनके दरवाजे पर पहुंचकर "दंडवत प्रणाम" कर उनसे इन तमाम चीजों का आशीर्वाद मांगे लेकिन अपने को अच्छे से मालूम है कि जनता तो "पिसने" के लिए बनी है  इसलिए ये नेता जनता को इन तमाम चीजों का कोई आशीर्वाद नहीं देंगे फिर भी कोशिश करने में बुराई क्या है क्योंकि इस लोकतंत्र में नेताओं के आशीर्वाद पर ही जनता जिंदा रह सकती है जिस दिन आशीर्वाद हटा उस दिन बाय, बाय, टाटा ।

सुपरहिट ऑफ द वीक
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ससुराल जा रहा हूं सोचता हूं दारू छोड़ दूं" श्रीमान जी ने श्रीमती जी से कहा
"ये तो बहुत अच्छी बात है इसमें भला सोचने की क्या जरूरत है"
"तुम नहीं जानती मेरे सारे दोस्त कमीने हैं इसलिए तो सोच रहा हूं किसके पास छोड़ूं" श्रीमान जी ने उत्तर दिया

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