रेप, अश्लील वीडियो से ब्लैकमेल और फिर सूटकेस में लाश… हापुड़ में झारखंड की युवती की खौफनाक हत्या, 3 महीने बाद पति-पत्नी का सच आया सामने



हापुड़ में झारखंड की मेड से रेप, ब्लैकमेल और फिर सूटकेस में भरकर हत्या। 3 महीने बाद दिल्ली से गवाही पर खुला सनसनीखेज राज।


हापुड़ से दिल्ली तक फैला वह खौफनाक जाल

उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले से सामने आया यह मामला न सिर्फ कानून व्यवस्था बल्कि इंसानियत पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है। झारखंड से रोज़गार के सपने लेकर आई 21 साल की युवती को एक ऐसे जाल में फंसाया गया, जहां पहले उसके साथ यौन शोषण हुआ, फिर अश्लील वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल किया गया और अंत में बेरहमी से उसकी हत्या कर दी गई। यह पूरी वारदात किसी एक पल का गुस्सा नहीं, बल्कि सोची-समझी साजिश का नतीजा थी, जिसे आरोपी ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर अंजाम दिया। तीन महीने तक यह राज दफन रहा, लेकिन एक दूसरी मेड की गवाही और एक दिल्ली के व्यापारी की सजगता ने इस खौफनाक अपराध का पर्दाफाश कर दिया।

झारखंड से हापुड़ तक भरोसे का सौदा

झारखंड की रहने वाली युवती बेहतर कमाई और सुरक्षित भविष्य की उम्मीद में हापुड़ पहुंची थी। सिंभावली थाना क्षेत्र के रहने वाले अंकित ने खुद को भरोसेमंद एजेंट बताकर उसे घरेलू सहायिका के रूप में काम दिलाने का वादा किया। उसने युवती को दिल्ली में एक व्यापारी के घर मेड बनाकर भेजा और बदले में 45 हजार रुपये कमीशन के तौर पर लिए। एक साल का कॉन्ट्रैक्ट बताया गया, ताकि किसी को शक न हो। शुरुआत में सब कुछ सामान्य दिखा, लेकिन कुछ ही महीनों में हालात बदलने लगे।

काम के नाम पर शुरू हुआ शोषण

दिल्ली में काम के दौरान युवती को एहसास होने लगा कि उसे जानबूझकर दबाव में रखा जा रहा है। इसी बीच वह वापस हापुड़ लौट आई। यही वह मोड़ था, जहां से उसकी ज़िंदगी नर्क में बदल गई। आरोप है कि अंकित ने मौके का फायदा उठाकर युवती के साथ जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाए। उसने न सिर्फ उसका भरोसा तोड़ा बल्कि उसकी अश्लील वीडियो भी बना ली। यह वीडियो आगे चलकर ब्लैकमेलिंग का हथियार बन गई।

अश्लील वीडियो बना हथियार, शुरू हुआ ब्लैकमेल

अंकित ने युवती को धमकाना शुरू किया कि अगर उसने किसी से कुछ कहा तो वीडियो वायरल कर देगा। समाज, परिवार और बदनामी के डर से युवती चुप रही। वह मानसिक रूप से टूटने लगी, लेकिन अंदर ही अंदर उसने ठान लिया कि वह पुलिस के पास जाएगी। जब उसने यह बात अंकित से कही तो आरोपी घबरा गया। उसे डर था कि अगर मामला बाहर आया तो उसकी पूरी साजिश उजागर हो जाएगी।

दूसरी मेड, वही तरीका और वही दरिंदगी

अपने ऊपर लगे खतरे को टालने के लिए अंकित ने उसी दिल्ली वाले व्यापारी के घर दूसरी महिला को मेड बनाकर भेज दिया। बताया जाता है कि इस दूसरी मेड के साथ भी उसने जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाए और उसका भी वीडियो बना लिया। इस तरह अंकित ने ब्लैकमेलिंग और शोषण का एक पूरा नेटवर्क खड़ा कर रखा था। पीड़ित युवती लगातार दबाव में थी और न्याय की तलाश में थी, लेकिन हर कदम पर उसे डराया जा रहा था।

पत्नी को पता चला सच, फिर रची गई हत्या की साजिश

जब अंकित की पत्नी कलिस्ता उर्फ काली को पूरे मामले की भनक लगी, तो घर में तनाव बढ़ गया। लेकिन यह तनाव पीड़िता के लिए और ज्यादा खतरनाक साबित हुआ। पति-पत्नी ने मिलकर यह तय किया कि युवती को रास्ते से हटा दिया जाए। 28 अगस्त की रात को दोनों ने मिलकर युवती के सिर पर डंडे से वार किया। बेरहमी से की गई इस हत्या ने एक और मासूम ज़िंदगी छीन ली।

हत्या के बाद भी नहीं रुका खेल

हत्या के बाद अंकित ने खुद को बचाने के लिए एक और खौफनाक साजिश रची। उसने उस दूसरी मेड को वापस बुलाया, जिसे पहले दिल्ली भेजा गया था। उसे जबरन धमकाया गया और उसका वीडियो बनाकर उससे कहलवाया गया कि उसी ने युवती की हत्या की है। डर और ब्लैकमेल के दबाव में उस महिला ने यह झूठा बयान दे दिया। इसके बाद उसे जाने दिया गया, ताकि सारा शक उसी पर चला जाए।

सूटकेस में लाश और गन्ने का खेत

अंकित और उसकी पत्नी ने युवती के शव को एक सूटकेस में भरा। रात के अंधेरे में थ्री-व्हीलर से करीब 30 किलोमीटर दूर पिलखुआ थाना क्षेत्र के दिल्ली-लखनऊ हाईवे के पास गन्ने के खेत में सूटकेस फेंक दिया गया। इसके बाद दोनों फरार हो गए। तीन महीने तक वह सूटकेस खेत में पड़ा रहा, और किसी को अंदाज़ा भी नहीं था कि उसके अंदर एक युवती की लाश सड़ रही है।

दिल्ली में टूटी चुप्पी

इधर दिल्ली में व्यापारी के घर काम कर रही दूसरी मेड इस घटना के बाद से लगातार उदास रहने लगी। उसकी हालत देखकर व्यापारी ने उससे बात की। कई बार पूछने पर आखिरकार उसने सारा सच बता दिया। उसने बताया कि अंकित ने एक युवती की हत्या कर दी है और उसे भी ब्लैकमेल कर रहा है। उसने यह भी कहा कि अगर उसने किसी को बताया तो उसे जेल भिजवा दिया जाएगा।

दिल्ली पुलिस से लेकर हापुड़ पुलिस तक

व्यापारी ने इस पूरे मामले की शिकायत दिल्ली पुलिस से की, लेकिन आरोप है कि शुरुआती दौर में उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई। निराश होकर वह चुप बैठ गया, लेकिन मन में डर और बेचैनी बनी रही। इसी बीच 1 दिसंबर को पिलखुआ क्षेत्र में लोगों ने गन्ने के खेत में पड़े सूटकेस को देखा। पुलिस को सूचना दी गई और जांच शुरू हुई। सूटकेस खुला तो अंदर महिला का सड़ा-गला शव मिला।

पोस्टर ने बदली कहानी

हापुड़ पुलिस ने शव की पहचान के लिए दिल्ली समेत आसपास के इलाकों में पोस्टर लगाए। जब दिल्ली में यह पोस्टर व्यापारी की नज़र में पड़ा तो उसे सारी कड़ियां जुड़ती हुई दिखीं। उसने तुरंत पुलिस से संपर्क किया और वह सब बताया, जो उसने दूसरी मेड से सुना था। यही वह बिंदु था, जहां तीन महीने पुरानी हत्या की गुत्थी सुलझनी शुरू हुई।

गिरफ्तारी और कबूलनामा

मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने सिंभावली निवासी अंकित को हिरासत में लिया। सख्ती से पूछताछ हुई तो उसने धीरे-धीरे सारा सच उगल दिया। बाद में उसकी पत्नी कलिस्ता उर्फ काली को भी गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में यह भी सामने आया कि किस तरह दोनों ने मिलकर हत्या की योजना बनाई और सबूत मिटाने की कोशिश की।

इंसानियत को झकझोर देने वाला मामला

यह मामला सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि मानव तस्करी, यौन शोषण, ब्लैकमेलिंग और सुनियोजित अपराध का भयावह उदाहरण है। झारखंड से लाई गई युवती का कसूर सिर्फ इतना था कि वह काम की तलाश में थी। आरोपी ने उसके भरोसे, उसकी मजबूरी और उसके डर का फायदा उठाया।

कानून की कसौटी पर आरोपी

फिलहाल हापुड़ पुलिस ने पति-पत्नी दोनों को जेल भेज दिया है और मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है। पुलिस का कहना है कि इस केस में हर एंगल से जांच की जा रही है, ताकि किसी भी दोषी को बख्शा न जाए।

सवाल जो समाज से पूछते हैं जवाब

यह वारदात एक बार फिर दिखाती है कि कैसे गरीब और दूरदराज़ इलाकों से काम की तलाश में आने वाली महिलाओं को शिकार बनाया जाता है। एजेंटों के नाम पर घूम रहे ऐसे लोग भरोसे का सौदा करके ज़िंदगियां तबाह कर रहे हैं। यह मामला समाज, सिस्टम और कानून—तीनों के लिए चेतावनी है कि अगर समय रहते सख्ती नहीं हुई तो ऐसी घटनाएं दोहराई जाती रहेंगी।

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