दिल्ली के मानसरोवर पार्क मंदिर में दिनदहाड़े पंडिताइन की चाकू मारकर हत्या, CCTV में आरोपी कैद, जमीन और पैसों के विवाद की पूरी कहानी।
दिल्ली के मानसरोवर पार्क में सनसनीखेज वारदात से दहला इलाका
देश की राजधानी दिल्ली एक बार फिर दिनदहाड़े हुई दिल दहला देने वाली हत्या से दहल उठी। उत्तर-पूर्वी दिल्ली के मानसरोवर पार्क थाना क्षेत्र में स्थित एक मंदिर परिसर में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब दो युवकों ने मंदिर में घुसकर पुजारी की पत्नी कुसुम शर्मा पर धारदार हथियार से जानलेवा हमला कर दिया। सिर पर ताबड़तोड़ किए गए चाकू के वारों से कुसुम शर्मा की मौके पर ही हालत गंभीर हो गई, जबकि उन्हें बचाने आई एक अन्य महिला भी हमले में घायल हो गई। दोनों को आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने कुसुम शर्मा को मृत घोषित कर दिया।
मंदिर बना खूनी संघर्ष का गवाह
यह घटना डीडीए पार्क स्थित डीडीए फ्लैट्स के भीतर बने एक छोटे से मंदिर परिसर में हुई, जहां आमतौर पर सुबह-शाम पूजा-अर्चना और भजन-कीर्तन का माहौल रहता है। रविवार दोपहर करीब 12 बजे अचानक मंदिर परिसर में चीख-पुकार मचने लगी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक दो युवक मंदिर में दाखिल हुए और वहां मौजूद महिलाओं से पुजारी महेश शर्मा के बारे में पूछताछ करने लगे। जब उन्हें बताया गया कि पुजारी उस समय मंदिर में मौजूद नहीं हैं, तो दोनों युवक अचानक आक्रामक हो गए और उन्होंने पुजारी की पत्नी कुसुम शर्मा पर धारदार हथियार से हमला कर दिया।
सिर पर किए गए ताबड़तोड़ वार, बचाने आई महिला भी घायल
हमलावरों ने कुसुम शर्मा के सिर को निशाना बनाते हुए एक के बाद एक कई वार किए। खून से लथपथ कुसुम शर्मा जमीन पर गिर पड़ीं। इस दौरान मंदिर में मौजूद एक अन्य महिला ने उन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन आरोपियों ने उस पर भी हमला कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। कुछ ही मिनटों में मंदिर परिसर खून से सना नजर आने लगा और आसपास मौजूद लोग दहशत में आ गए।
पीसीआर कॉल से पुलिस तक पहुंची जानकारी
घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी। पीसीआर कॉल में बताया गया कि दो लड़कों ने पंडिताइन के सिर में चाकू मार दिया है। सूचना मिलते ही मानसरोवर पार्क थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने देखा कि मंदिर परिसर में दो महिलाएं खून से लथपथ हालत में पड़ी हैं। बिना देर किए पुलिस ने दोनों को गुरु तेग बहादुर अस्पताल पहुंचाया, जहां इलाज के दौरान कुसुम शर्मा की मौत हो गई, जबकि दूसरी महिला का इलाज जारी है।
मृतका की पहचान और परिवार का दर्द
मृतक महिला की पहचान कुसुम शर्मा के रूप में हुई है, जो मंदिर के पुजारी महेश शर्मा की पत्नी थीं। वह रामनगर, मानसरोवर पार्क की रहने वाली थीं। कुसुम शर्मा की मौत की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। पति महेश शर्मा का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार का कहना है कि यह हत्या अचानक नहीं, बल्कि लंबे समय से चल रहे विवाद का नतीजा है, जिसकी शिकायतें उन्होंने कई बार पुलिस से की थीं।
CCTV फुटेज में कैद हुआ खौफनाक सच
घटना के बाद मंदिर परिसर और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज सामने आई है, जिसने इस वारदात की भयावहता को और उजागर कर दिया। सीसीटीवी में आरोपी मंदिर की ओर आते हुए दिखाई दे रहा है। उसके हाथ में सफेद रंग की पन्नी है, जिसमें हथियार छिपा होने की आशंका जताई जा रही है। फुटेज में साफ दिखता है कि वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी खाली हाथ पैदल चलते हुए मंदिर से बाहर निकलता है और मौके से फरार हो जाता है। यह फुटेज अब पुलिस जांच का अहम आधार बन गई है।
आरोपी की पहचान और पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी अंचल सक्सेना को हिरासत में ले लिया है। बताया जा रहा है कि आरोपी अपने एक साथी के साथ मंदिर आया था। पुलिस उससे लगातार पूछताछ कर रही है और यह जानने की कोशिश कर रही है कि हत्या की साजिश कितने समय से रची जा रही थी और इसमें कौन-कौन लोग शामिल हैं। दूसरे आरोपी की तलाश में भी पुलिस की टीमें लगातार दबिश दे रही हैं।
जमीन और पैसों का विवाद बना हत्या की जड़
मृतका के पति महेश शर्मा ने मीडिया के सामने जो खुलासे किए हैं, उन्होंने इस हत्याकांड को और भी गंभीर बना दिया है। उनके मुताबिक पूरा विवाद मंदिर की जमीन और पैसों के लेन-देन से जुड़ा हुआ था। महेश शर्मा का कहना है कि कसाना परिवार की लंबे समय से मंदिर की जमीन पर नजर थी। इस जमीन को लेकर आए दिन विवाद होता रहता था और धमकियां दी जाती थीं।
शादी के नाम पर लिए गए पैसे और लौटाने से इनकार
महेश शर्मा ने बताया कि कसाना परिवार ने अपनी लड़की की शादी के लिए उनसे बड़ी रकम उधार ली थी। जब उन्होंने बार-बार पैसे वापस मांगे तो आरोपियों ने पैसे लौटाने के बजाय धमकियां देना शुरू कर दिया। उनका कहना है कि कसाना परिवार लगातार जान से मारने की धमकी दे रहा था और यह साफ कहा जा रहा था कि अगर पैसे मांगे गए तो अंजाम बुरा होगा।
तीन साल से पुलिस के चक्कर काट रहा था परिवार
पीड़ित परिवार का आरोप है कि पिछले तीन सालों से वे लगातार मानसरोवर पार्क थाने में शिकायतें देते आ रहे थे। सिर्फ थाने ही नहीं, बल्कि डीसीपी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों तक भी उन्होंने लिखित शिकायतें दी थीं। शिकायतों में साफ-साफ बताया गया था कि उन्हें जान का खतरा है और कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। बावजूद इसके, परिवार का आरोप है कि पुलिस ने समय रहते कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।
‘मुझे मारने आए थे, पत्नी को मार दिया’
महेश शर्मा ने बेहद भावुक होकर कहा कि हमलावर उन्हें मारने आए थे। जिस वक्त आरोपी मंदिर पहुंचे, वह वहां मौजूद नहीं थे। उनकी गैरमौजूदगी में आरोपियों ने उनकी पत्नी को निशाना बना लिया। उनका कहना है कि अगर समय रहते पुलिस ने उनकी शिकायतों पर कार्रवाई की होती, तो शायद आज उनकी पत्नी जिंदा होती।
इलाके में आक्रोश और दहशत का माहौल
इस दिल दहला देने वाली घटना के बाद मानसरोवर पार्क और आसपास के इलाकों में दहशत का माहौल है। स्थानीय लोग सहमे हुए हैं और मंदिर जैसे पवित्र स्थान में दिनदहाड़े हुई हत्या को लेकर गुस्से में भी हैं। लोगों का कहना है कि अगर मंदिर भी सुरक्षित नहीं हैं, तो आम नागरिक खुद को कहां सुरक्षित महसूस करेंगे।
दिल्ली में बढ़ते अपराधों पर फिर उठे सवाल
यह हत्याकांड एक बार फिर दिल्ली में कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहा है। राजधानी में आए दिन हत्या, लूट और हमले की घटनाएं सामने आ रही हैं। खासकर जमीन और पैसों के विवादों में हिंसा की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। मानसरोवर पार्क की यह घटना भी उसी कड़ी का हिस्सा बन गई है, जहां पुराना विवाद आखिरकार खूनी अंजाम तक पहुंच गया।
पुलिस जांच में क्या-क्या बिंदु अहम
पुलिस इस पूरे मामले में कई पहलुओं से जांच कर रही है। सबसे अहम सवाल यह है कि क्या यह हत्या पहले से प्लान की गई थी। आरोपी हथियार लेकर मंदिर पहुंचे थे, जिससे यह साफ होता है कि इरादा पहले से ही हत्या का था। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि जमीन विवाद से जुड़े दस्तावेज क्या कहते हैं और पैसों के लेन-देन के सबूत क्या हैं।
सीसीटीवी फुटेज से खुल सकती है साजिश की पूरी परत
सीसीटीवी फुटेज इस केस में अहम कड़ी साबित हो सकती है। फुटेज से यह पता लगाया जा रहा है कि आरोपी मंदिर में कितनी देर रुके, उनके साथ और कौन-कौन था और घटना के बाद वे किस दिशा में फरार हुए। पुलिस आसपास के इलाकों के अन्य कैमरों की भी जांच कर रही है, ताकि दूसरे आरोपी तक जल्द से जल्द पहुंचा जा सके।
घायल महिला का बयान बनेगा अहम सबूत
हमले में घायल हुई दूसरी महिला का बयान भी पुलिस के लिए बेहद अहम है। वह न सिर्फ घटना की प्रत्यक्षदर्शी है, बल्कि उसने हमलावरों को बेहद करीब से देखा है। उसके बयान से यह साफ हो सकता है कि हमलावरों ने क्या कहा, कैसे हमला किया और क्या वे किसी खास मकसद से आए थे।
पीड़ित परिवार को न्याय की उम्मीद
कुसुम शर्मा की हत्या के बाद उनका परिवार न्याय की गुहार लगा रहा है। परिवार का कहना है कि उन्हें सिर्फ आरोपी की गिरफ्तारी ही नहीं, बल्कि उन सभी लोगों पर कार्रवाई चाहिए, जिन्होंने पिछले तीन सालों से उन्हें धमकाया और डराया। उनका कहना है कि इस मामले में पुलिस की लापरवाही की भी जांच होनी चाहिए।
मंदिर और जमीन विवाद: अक्सर खून तक पहुंचती लड़ाई
दिल्ली और देश के अन्य हिस्सों में मंदिरों और धार्मिक स्थलों की जमीन को लेकर विवाद कोई नई बात नहीं है। कई मामलों में यह विवाद धीरे-धीरे हिंसा का रूप ले लेता है। मानसरोवर पार्क की यह घटना भी दिखाती है कि कैसे धार्मिक आस्था से जुड़े स्थान भी अब आपसी रंजिश और लालच का शिकार बन रहे हैं।
आगे क्या? पुलिस पर टिकी सबकी नजर
अब इस पूरे मामले में आगे क्या होगा, इस पर सबकी नजरें टिकी हैं। क्या पुलिस दूसरे आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर पाएगी। क्या जमीन और पैसों के विवाद की पूरी सच्चाई सामने आएगी। और सबसे अहम, क्या पीड़ित परिवार को वह न्याय मिलेगा, जिसकी मांग वे सालों से कर रहे थे।
दिल्ली के मानसरोवर पार्क मंदिर में हुई यह हत्या न सिर्फ एक परिवार की जिंदगी उजाड़ गई कहानी है, बल्कि यह एक चेतावनी भी है कि अगर समय रहते विवादों का समाधान और शिकायतों पर कार्रवाई नहीं की गई, तो उनके अंजाम कितने भयावह हो सकते हैं।


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